भजन संहिता 102:25-27
भजन संहिता 102:25-27 पवित्र बाइबल (HERV)
बहुत समय पहले तूने संसार रचा! तूने स्वयं अपने हाथों से आकाश रचा। यह जगत और आकाश नष्ट हो जायेंगे, किन्तु तू सदा ही जीवित रहेगा! वे वस्त्रों के समान जीर्ण हो जायेंगे। वस्त्रों के समान ही तू उन्हें बदलेगा। वे सभी बदल दिये जायेंगे। हे परमेश्वर, किन्तु तू कभी नहीं बदलता: तू सदा के लिये अमर रहेगा।
भजन संहिता 102:25-27 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
तूने आदि में पृथ्वी की नींव डाली, आकाश तेरे हाथों की कृति है। सब नष्ट हो जाएंगे, परन्तु तू अटल है; वे वस्त्र के सदृश जीर्ण हो जाएंगे। तू उनको वस्त्र की भाँति बदल देता है, अत: वे बदल जाते हैं; पर तू वैसा ही है; तेरी आयु का अन्त नहीं।
भजन संहिता 102:25-27 Hindi Holy Bible (HHBD)
आदि में तू ने पृथ्वी की नेव डाली, और आकाश तेरे हाथों का बनाया हुआ है। वह तो नाश होगा, परन्तु तू बना रहेगा; और वह सब कपड़े के समान पुराना हो जाएगा। तू उसको वस्त्र की नाईं बदलेगा, और वह तो बदल जाएगा; परन्तु तू वहीं है, और तेरे वर्षों का अन्त नहीं होने का।
भजन संहिता 102:25-27 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
आदि में तू ने पृथ्वी की नींव डाली, और आकाश तेरे हाथों का बनाया हुआ है। वह तो नष्ट होगा, परन्तु तू बना रहेगा; और वह सब कपड़े के समान पुराना हो जाएगा। तू उसको वस्त्र के समान बदलेगा, और वह बदल जाएगा; परन्तु तू वही है, और तेरे वर्षों का अन्त नहीं होने का।
भजन संहिता 102:25-27 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
आदि में तूने पृथ्वी की नींव डाली, और आकाश तेरे हाथों का बनाया हुआ है। वह तो नाश होगा, परन्तु तू बना रहेगा; और वह सब कपड़े के समान पुराना हो जाएगा। तू उसको वस्त्र के समान बदलेगा, और वह मिट जाएगा; परन्तु तू वहीं है, और तेरे वर्षों का अन्त न होगा।
भजन संहिता 102:25-27 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
प्रभु, आपने प्रारंभ में ही पृथ्वी की नींव रखी, तथा आकाशमंडल आपके ही हाथों की कारीगरी है. वे तो नष्ट हो जाएंगे किंतु आप अस्तित्व में ही रहेंगे; वे सभी वस्त्र समान पुराने हो जाएंगे. आप उन्हें वस्त्रों के ही समान परिवर्तित कर देंगे उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. आप न बदलनेवाले हैं, आपकी आयु का कोई अंत नहीं.