नीतिवचन 15:31-33
नीतिवचन 15:31-33 पवित्र बाइबल (HERV)
जो जीवनदायी डाँट सुनता है, वही बुद्धिमान जनों के बीच चैन से रहेगा। ऐसा मनुष्य जो प्रताड़ना की उपेक्षा करता, वह तो विपत्ति को स्वयं अपने आप पर बुलाता है; किन्तु जो ध्यान देता है सुधार पर, समझ—बूझ पाता है। यहोवा का भय लोगों को ज्ञान सिखाता है। आदर प्राप्त करने से पहले नम्रता आती है।
नीतिवचन 15:31-33 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जो मनुष्य हितपूर्ण चेतावनियों पर ध्यान देता है, वह बुद्धिमानों के सत्संग में स्थान पाता है। जो मनुष्य शिक्षा की बातों की उपेक्षा करता है, वह स्वयं अपना तिरस्कार करता है; पर डांट-डपट पर ध्यान देनेवाला व्यक्ति व्यवहार-कुशल बनता है। प्रभु की भक्ति करना बुद्धि से शिक्षा प्राप्त करना है; आदर पाने के पूर्व विनम्र बनना आवश्यक है।
नीतिवचन 15:31-33 Hindi Holy Bible (HHBD)
जो जीवनदायी डांट कान लगा कर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है। जो शिक्षा को सुनी-अनसुनी करता, वह अपने प्राण को तुच्छ जानता है, परन्तु जो डांट को सुनता, वह बुद्धि प्राप्त करता है। यहोवा के भय मानने से शिक्षा प्राप्त होती है, और महिमा से पहिले नम्रता होती है॥
नीतिवचन 15:31-33 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
जो जीवनदायी डाँट कान लगाकर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है। जो शिक्षा को सुनी–अनसुनी करता, वह अपने प्राण को तुच्छ जानता है, परन्तु जो डाँट को सुनता, वह बुद्धि प्राप्त करता है। यहोवा के भय मानने से शिक्षा प्राप्त होती है, और महिमा से पहले नम्रता आती है।
नीतिवचन 15:31-33 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
जो जीवनदायी डाँट कान लगाकर सुनता है, वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है। जो शिक्षा को अनसुनी करता, वह अपने प्राण को तुच्छ जानता है, परन्तु जो डाँट को सुनता, वह बुद्धि प्राप्त करता है। यहोवा के भय मानने से बुद्धि की शिक्षा प्राप्त होती है, और महिमा से पहले नम्रता आती है।
नीतिवचन 15:31-33 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
वह व्यक्ति, जो जीवन-प्रदायी ताड़ना को स्वीकार करता है, बुद्धिमान के साथ निवास करेगा. वह जो अनुशासन का परित्याग करता है, स्वयं से छल करता है, किंतु वह, जो प्रताड़ना स्वीकार करता है, समझ प्राप्त करता है. वस्तुतः याहवेह के प्रति श्रद्धा ही ज्ञान उपलब्धि का साधन है, तथा विनम्रता महिमा की पूर्ववर्ती है.