नहेम्‍याह 12:31-43

नहेम्‍याह 12:31-43 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

तब मैं ने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए, जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे। इनमें से एक दल तो दक्षिण की ओर, अर्थात् कूड़ाफाटक की ओर शहरपनाह के ऊपर ऊपर से चला; और उसके पीछे पीछे ये चले, अर्थात् होशायाह, और यहूदा के आधे हाकिम, और अजर्याह, एज्रा, मशुल्‍लाम, यहूदा, बिन्यामीन, शमायाह, और यिर्मयाह, और याजकों के कितने पुत्र तुरहियाँ लिये हुए : अर्थात् जकर्याह जो योहानान का पुत्र था, यह शमायाह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र, यह मीकायाह का पुत्र, यह जक्‍कूर का पुत्र, यह आसाप का पुत्र था; और उसके भाई शमायाह, अजरेल, मिललै, गिललै, माऐ, नतनेल, यहूदा और हनानी परमेश्‍वर के भक्‍त दाऊद के बाजे लिये हुए थे; और उनके आगे आगे एज्रा शास्त्री चला। ये सोताफाटक से हो सीधे दाऊदपुर की सीढ़ी पर चढ़, शहरपनाह की ऊँचाई पर से चलकर, दाऊद के भवन के ऊपर से होकर, पूरब की ओर जलफाटक तक पहुँचे। धन्यवाद करने और धूमधाम से चलनेवालों का दूसरा दल, और उनके पीछे पीछे मैं, और आधे लोग उनसे मिलने को शहरपनाह के ऊपर ऊपर से भट्ठों के गुम्मट के पास से चौड़ी शहरपनाह तक, और एप्रैम के फाटक और पुराने फाटक, और मछलीफाटक, और हननेल के गुम्मट, और हम्मेआ नामक गुम्मट के पास से होकर भेड़फाटक तक चले, और पहरुओं के फाटक के पास खड़े हो गए। तब धन्यवाद करनेवालों के दोनों दल और मैं और मेरे साथ आधे हाकिम परमेश्‍वर के भवन में खड़े हो गए; और एल्याकीम, मासेयाह, मिन्यामीन, मीकायाह, एल्योएनै, जकर्याह और हनन्याह नामक याजक तुरहियाँ लिये हुए थे। मासेयाह, शमायाह, एलीआज़ार, उज्जी, यहोहानान, मल्किय्याह, एलाम, और एजेर (खड़े हुए थे) और गवैये जिनका मुखिया यिज्रह्याह था, वह ऊँचे स्वर से गाते बजाते रहे। उसी दिन लोगों ने बड़े बड़े मेलबलि चढ़ाए, और आनन्द किया; क्योंकि परमेश्‍वर ने उनको बहुत ही आनन्दित किया था; स्त्रियों ने और बाल–बच्‍चों ने भी आनन्द किया। यरूशलेम के आनन्द की ध्वनि दूर दूर तक फैल गई।

नहेम्‍याह 12:31-43 पवित्र बाइबल (HERV)

फिर मैंने यहूदा के मुखियाओं से कहा कि वे ऊपर जा कर परकोटे के शिखर पर खड़े हो जायें। मैंने परमेश्वर को धन्यवाद देने के लिये दो बड़ी गायक—मण्डलियों का चुनाव भी किया। इनमें से एक गायक मण्डली को कुरडी—द्वार की ओर दाहिनी तरफ परकोटे के शिखर पर जाना आरम्भ था। होशायाह, औऱ यहूदा के आधे मुखिया उन गायकों के पीछे हो लिये। अजर्याह, एज्रा, मशुल्लाम, यहूदा, बिन्यामीन, शमायाह, और यिर्मयाह भी उनके पीछे हो लिय़े थे। तुरही लिये कुछ याजक भी दीवार पर उनका अनुसरण करते हुए गये। जकर्याह भी उनके पीछे—पीछे था। (जकर्याह योहानान का पुत्र था। योहानान शमायाह का पुत्र था। शमायाह मत्तन्याह का पुत्र था। मत्तन्याह मीकायाह का पुत्र था। मीकायाह जक्कूर का पुत्र था और जक्कूर आसाप का पुत्र था।) वहाँ जकर्याह के भाई शमायाह, अज़रेल, मिल्लै, गिल्लै, माऐ, नतनेल, यहूदा, और हनानी भी मौजूद थे। उनके पास परमेश्वर के पुरुष, दाऊद के बनाये हुए बाजे थे। परकोटे की दीवार को समर्पित करने के लिए जो लोग वहाँ थे, उनके समूह की अगुवाई, विद्वान एज्रा ने की। और वे स्रोत—द्वार पर चले गये। फिर वे सामने की सीढ़ियों से होते हुए दाऊद के नगर पैदल ही गये। फिर वे नगर परकोटे के शिखर पर जा पहुँचे और इस तरह दाऊद के घर पर से होते हुए वे पूर्वी जल द्वार पर पहुँच गए। गायकों की दूसरी मण्डली बांई ओर दूसरी दिशा में चल पड़ी। वे जब परकोटे के शिखर की ओर जा रहे थे, मैं उनके पीछे हो लिया। आधे लोग भी उनके पीछे हो लिये। भट्ठों के मीनारों को पीछे छोड़ते हुए वे चौड़े परकोटे पर चले गये। इसके बाद वे इन द्वारों पर गये—एप्रैम द्वार, पुराना दरवाजा और मछली फाटक और फिर वे हननेल और हम्मेआ के बुर्जों पर गये। वे भेड़ द्वार तक जा पहुँचे और पहरेदारों के द्वार पर जा कर रुक गये। फिर गायकों की वे दोनों मण्डलियाँ परमेश्वर के मन्दिर में अपने—अपने स्थानों को चली गयीं और मैं अपने सथान पर खड़ा हो गया तथा आधे हाकिम मन्दिर में अपने—अपने स्थानों पर जा खड़े हुए। फिर इसके बाद अपने—अपने स्थानों पर जो याजक जा खड़े हुए थे, उनके नाम हैं—एल्याकिम, मासेमाह, मिन्यामीन, मीकायाह, एल्योएनै, जकर्याह और हनन्याह। उन याजकों ने अपनी—अपनी तुरहियाँ भी ले रखी थीं। इसके बाद ये याजक भी मन्दिर में अपने—अपने स्थानों पर आ खड़े हुए: मासेयाह, शमायाह, एलियाजर, उज्जी, यहोहानाम, मल्कियाह, एलाम और एजेर। फिर दोनों, गायक मण्डलियों ने यिज्रहियाह की अगुवाई में गाना आरम्भ किया। सो उस विशेष दिन, याजकों ने बहुत सी बलियाँ चढ़ाईं। हर कोई बहुत प्रसन्न था। परमेश्वर ने हर किसी को आनन्दित किया था। यहाँ तक कि स्त्रियाँ और बच्चे तक बहुत उल्लसित और प्रसन्न थे। दूर दराज के लोग भी यरूशलेम से आते हुए आनन्दपूर्ण शोर को सुन सकते थे।

नहेम्‍याह 12:31-43 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

इसके बाद मैंने यहूदा कुल के दो नेताओं को शहरपनाह के ऊपर भेजा, और उनके नेतृत्‍व में दो दलों में बड़े जुलूस निकाले, जो स्‍तुति गाते हुए धूमधाम से चल रहे थे। एक जुलूस शहरपनाह के ऊपर से दाहिनी ओर ‘कूड़ा-फाटक’ की ओर गया, और उसके पीछे-पीछे ये लोग गए : होशयाह, यहूदा प्रदेश के आधे शासक, अजर्याह, एज्रा, मशुल्‍लाम, यहूदा, बिन्‍यामिन, शमायाह और यिर्मयाह। जुलूस में ये पुरोहित तुरहियाँ बजा रहे थे : उनमें जकर्याह भी था। जकर्याह योनातान का पुत्र और शमायाह का पौत्र था। शमायाह का पिता मत्तन्‍याह और दादा मीकायाह था। मीकायाह जक्‍कूर का पुत्र और आसाफ का पौत्र था। जकर्याह के भाई-बन्‍धु जो पुरोहित थे− शमायाह, अजरेल, मिललई, गिललई, माए, नतनेल, यहूदा और हनानी− परमेश्‍वर के जन दाऊद के वाद्य-यन्‍त्र बजा रहे थे। उनके आगे-आगे शास्‍त्री एज्रा चल रहा था। जुलूस ‘झरन-द्वार’ पर पहुँचा। वहाँ से वह दाऊदपुर की सीढ़ी पर चढ़ा, जहाँ शहरपनाह का चढ़ाव था, और दाऊद-भवन के पूर्व में स्‍थित ‘जल-द्वार’ पर पहुँचा। दूसरा जुलूस बाईं ओर गया। लोग भजन-कीर्तन गा रहे थे। मैं शेष आधे लोगों के साथ जुलूस के पीछे गया। जुलूस शहरपनाह के ऊपर से होकर ‘तन्‍दूर-बुर्ज’ से निकलता हुआ शहरपनाह के उस भाग पर पहुँचा जहाँ शहरपनाह चौड़ी है। वहाँ से जुलूस ‘एफ्रइम-द्वार’, ‘प्राचीन-द्वार’, ‘मत्‍स्‍य-द्वार’, हननेल-बुर्ज और हम्‍मेआ-बुर्ज से निकलते हुए ‘मेष-द्वार’ पर पहुँचा और वहाँ से ‘निरीक्षण-द्वार’ पर जाकर रुक गया। अब स्‍तुतिगान करनेवाले दोनों जुलूस परमेश्‍वर के भवन में आकर खड़े हो गए। मैं और मेरे साथ के आधे शासक भी वहाँ थे। पुरोहित एल्‍याकीम, मसियाह, मिन्‍यामीन, मीकायाह, एल्‍योएनई, जकर्याह और हनन्‍याह तुरहियां लिए हुए वहां खड़े थे। इनके अतिरिक्‍त मासेयाह, शमायाह, एलआजर, उज्‍जी, यहोहानान, मल्‍कियाह, एलाम और एजेर भी थे। गायकों ने विज्रहयाह के निर्देशन में गाना आरम्‍भ किया। उस समय लोगों ने बड़ी-बड़ी बलि चढ़ाई, और आनन्‍द मनाया; क्‍योंकि परमेश्‍वर ने उन्‍हें बहुत आनन्‍द मनाने का अवसर प्रदान किया था। स्‍त्रियों और बच्‍चों ने भी आनन्‍द मनाया। यरूशलेम का आनन्‍द-स्‍वर दूर-दूर तक सुनाई दे रहा था।

नहेम्‍याह 12:31-43 Hindi Holy Bible (HHBD)

तब मैं ने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए, जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे। इनमें से एक दल तो दक्खिन ओर, अर्थात कूड़ाफाटक की ओर शहरपनाह के ऊपर ऊपर से चला; और उसके पीछे पीछे ये चले, अर्थात होशयाह और यहूदा के आधे हाकिम, और अजर्याह, एज्रा, मशुल्लाम, यहूदा, बिन्यामीन, शमायाह, और यिर्मयाह, और याजकों के कितने पुत्र तुरहियां लिये हुए: अर्थात जकर्याह जो योहानान का पुत्र था, यह शमायाह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र, यह मीकायाह का पुत्र, यह जक्कूर का पुत्र, यह आसाप का पुत्र था। और उसके भाई शमायाह, अजरेल, मिललै, गिललै, माऐ, नतनेल, यहूदा और हनानी परमेश्वर के भक्त दाऊद के बाजे लिये हुए थे; और उनके आगे आगे एज्रा शास्त्री चला। ये सोताफाटक से हो सीधे दाऊदपुर की सीढ़ी पर चढ़, शहरपनाह की ऊंचाई पर से चलकर, दाऊद के भवन के ऊपर से हो कर, पूरब की ओर जलफाटक तक पहुंचे। और धन्यवाद करने और धूमधाम से चलने वालों का दूसरा दल, और उनके पीछे पीछे मैं, और आधे लोग उन से मिलने को शहरपनाह के ऊपर ऊपर से भट्ठों के गुम्मट के पास से चौड़ी शहरपनाह तक। और एप्रैम के फाटक और पुराने फाटक, और मछलीफाटक, और हननेल के गुम्मट, और हम्मेआ नाम गुम्मट के पास से हो कर भेड़ फाटक तक चले, और पहरुओं के फाटक के पास खड़े हो गए। तब धन्यवाद करने वालों के दोनों दल और मैं और मेरे साथ आधे हाकिम परमेश्वर के भवन में खड़े हो गए। और एल्याकीम, मासेयाह, मिन्यामीन, मीकायाह, एल्योएनै, जकर्याह और हनन्याह नाम याजक तुरहियां लिये हुए थे। और मासेयाह, शमायाह, एलीआजर, उज्जी, यहोहानान, मल्किय्याह, एलाम, ओर एजेर (खड़े हुए थे) और गवैये जिनका मुखिया यिज्रह्याह था, वह ऊंचे स्वर से गाते बजाते रहे। उसी दिन लोगों ने बड़े बड़े मेलबलि चढ़ाए, और आनन्द लिया; क्योंकि परमेश्वर ने उन को बहुत ही आनन्दित किया था; स्त्रियों ने और बाल-बच्चों ने भी आनन्द किया। और यरूशलेम के आनन्द की ध्वनि दूर दूर तक फैल गई।

नहेम्‍याह 12:31-43 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

तब मैंने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए, जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे। इनमें से एक दल तो दक्षिण की ओर, अर्थात् कूड़ा फाटक की ओर शहरपनाह के ऊपर-ऊपर से चला; और उसके पीछे-पीछे ये चले, अर्थात् होशायाह और यहूदा के आधे हाकिम, और अजर्याह, एज्रा, मशुल्लाम, यहूदा, बिन्यामीन, शमायाह, और यिर्मयाह, और याजकों के कितने पुत्र तुरहियां लिये हुए: जकर्याह जो योनातान का पुत्र था, यह शमायाह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र, यह मीकायाह का पुत्र, यह जक्कूर का पुत्र, यह आसाप का पुत्र था। और उसके भाई शमायाह, अजरेल, मिललै, गिललै, माऐ, नतनेल, यहूदा और हनानी परमेश्वर के भक्त दाऊद के बाजे लिये हुए थे; और उनके आगे-आगे एज्रा शास्त्री चला। ये सोता फाटक से हो सीधे दाऊदपुर की सीढ़ी पर चढ़, शहरपनाह की ऊँचाई पर से चलकर, दाऊद के भवन के ऊपर से होकर, पूरब की ओर जलफाटक तक पहुँचे। और धन्यवाद करने और धूमधाम से चलनेवालों का दूसरा दल, और उनके पीछे-पीछे मैं, और आधे लोग उनसे मिलने को शहरपनाह के ऊपर-ऊपर से भट्ठों के गुम्मट के पास से चौड़ी शहरपनाह तक। और एप्रैम के फाटक और पुराने फाटक, और मछली फाटक, और हननेल के गुम्मट, और हम्मेआ नामक गुम्मट के पास से होकर भेड़फाटक तक चले, और पहरुओं के फाटक के पास खड़े हो गए। तब धन्यवाद करनेवालों के दोनों दल और मैं और मेरे साथ आधे हाकिम परमेश्वर के भवन में खड़े हो गए। और एलयाकीम, मासेयाह, मिन्यामीन, मीकायाह, एल्योएनै, जकर्याह और हनन्याह नामक याजक तुरहियां लिये हुए थे। मासेयाह, शमायाह, एलीआजर, उज्जी, यहोहानान, मल्किय्याह, एलाम, और एजेर (खड़े हुए थे) और गवैये जिनका मुखिया यिज्रह्याह था, वह ऊँचे स्वर से गाते बजाते रहे। उसी दिन लोगों ने बड़े-बड़े मेलबलि चढ़ाए, और आनन्द किया; क्योंकि परमेश्वर ने उनको बहुत ही आनन्दित किया था; स्त्रियों ने और बाल-बच्चों ने भी आनन्द किया। यरूशलेम के आनन्द की ध्वनि दूर-दूर तक फैल गई।

नहेम्‍याह 12:31-43 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

मैंने यहूदिया के हाकिमों को अपने पास शहरपनाह के ऊपर आमंत्रित किया और दो बड़े गायकों के झुण्ड़ को धन्यवाद देने की जवाबदारी सौंप दी. पहले गायकों के झुण्ड़ का काम था कि वह शहरपनाह पर चढ़कर दायीं ओर कूड़ा फाटक की दिशा में आगे बढ़ें. होशाइयाह और यहूदिया के प्रधानों में से आधे प्रधान उनका अनुसरण कर रहे थे. अज़रियाह, एज़्रा, मेशुल्लाम, यूदाह, बिन्यामिन, शेमायाह, येरेमियाह और तुरहियों के साथ पुरोहितों के कुछ पुत्र भी उनके साथ थे और ज़करयाह, जो योनातन का पुत्र था, जो शेमायाह का, जो मत्तनियाह का, जो मिकाइयाह का, जो ज़क्‍कूर का, जो आसफ का पुत्र था; उसके साथ उसके संबंधी शेमायाह, अज़ारेल, मिलालई, गिलालाई, मआई, नेथानेल, यूदाह और हनानी थे. यह अपने साथ परमेश्वर के जन दावीद के बाजे लिए हुए थे. शास्त्री एज़्रा उनके आगे-आगे थे. झरना फाटक शहरपनाह पहुंचकर वे दावीद-नगर की सीढ़ियों से ऊपर चढ़ गए. वे सीधे दावीद के घर के ऊपर की दीवार की सीढ़ियों से पूर्व की ओर जल फाटक तक पहुंच गए. दूसरा गायकों का झुण्ड़ बायीं ओर बढ़ गया. मैं उनका अनुसरण कर रहा था. आधा झुण्ड़ शहरपनाह के उस भाग पर था, जो भट्ठियों के खंभे के ऊपर बनाई गई थी. हम लोग भट्ठियों के मीनारों के ऊपर बनी शहरपनाह से चौड़ी शहरपनाह की ओर बढ़े फिर एफ्राईम फाटक की ओर, पुराने फाटक की ओर, मछली फाटक की ओर, हनानेल खंभे की ओर और शतक खंभे की ओर जाते हुए मछली फाटक तक. वे सभी पहरेदार फाटक पर जाकर ठहर गए. इसके बाद दोनों ही गायकों के झुण्ड़ परमेश्वर के भवन में जाकर खड़े हुए. मैं भी वहां जा खड़ा हुआ. मेरे साथ वहां अधिकारी वर्ग में से आधे अधिकारी शामिल थे. वहीं शोफ़ार लिए हुए पुरोहित थे एलियाकिम, मआसेइयाह, मिनियामिन, मिकाइयाह, एलिओएनाइ, ज़करयाह और हननियाह. इनके अलावा वहां मआसेइयाह, शेमायाह, एलिएज़र, उज्जी, येहोहानन, मालखियाह, एलाम और एज़र नाम पुरोहित भी थे. यिज़राहियाह के निर्देशन में गायकों ने अपना गाना प्रस्तुत किया. उस मौके पर लोगों ने बड़ी-बड़ी बलियां चढ़ाईं. वहां बहुत ही आनंद मनाया जा रहा था, क्योंकि यह परमेश्वर की ओर से दिया गया आनंद था-यहां तक कि स्त्रियां और बच्‍चे तक आनंद मना रहे थे; फलस्वरूप येरूशलेम का यह आनंद दूर-दूर तक सुनाई दे रहा था.