लेवीय व्‍यवस्‍था 27:30-33

लेवीय व्‍यवस्‍था 27:30-33 पवित्र बाइबल (HERV)

“सभी पैदावारों का दसवाँ भाग यहोवा का है। इसमें खेतों, फसलें और पेड़ों के फल सम्मिलित हैं। वह दसवाँ भाग यहोवा का है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति अपना दसवाँ भाग वापस लेना चाहता है तो उसके मूल्य का पाँचवाँ भाग उसमें जोड़ना चाहिए और वापस खरीदना चाहिए। “याजक व्यक्तियों के मवेशियों और भेड़ों में से हर दसवाँ जानवर लेगा। हर दसवाँ जानवर यहोवा का होगा। मालिक को यह चिन्ता नहीं करनी चाहिए कि वह जानवर अच्छा है या बुरा। उसे जानवर को अन्य जानवर से नहीं बदलना चाहिए। यदि वह बदलने का निश्चय करता है तो दोनों जानवर यहोवा के होंगे। वह जानवर वापस नहीं खरीदा जा सकता।”

लेवीय व्‍यवस्‍था 27:30-33 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

‘भूमि की उपज का दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो, अथवा वृक्ष का फल, मुझ-प्रभु का ही है। वह मुझ-प्रभु के लिए पवित्र है। यदि कोई मनुष्‍य अपने किसी दशमांश को मूल्‍य देकर मुक्‍त करना चाहेगा, तो वह मूल्‍य का पांचवां भाग उसमें जोड़कर उसको छुड़ा लेगा। भेड़-बकरी, गाय-बैल का दशमांश, चरवाहे की लाठी की गणना के अनुसार प्रत्‍येक दसवां पशु मुझ-प्रभु के लिए पवित्र है। उनके अच्‍छे-बुरे की जांच नहीं की जाएगी और न ही उनकी अदला-बदली की जाएगी। यदि कोई उसको बदलेगा तो वह पशु तथा जिसके साथ उसको बदला गया है, दोनों पवित्र माने जाएंगे। यह दसवां पशु मूल्‍य देकर मुक्‍त नहीं किया जाएगा।’

लेवीय व्‍यवस्‍था 27:30-33 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

“फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे। (मत्ती 23:23, लूका 11:42) यदि कोई अपने दशमांश में से कुछ छुड़ाना चाहे, तो पाँचवाँ भाग बढ़ाकर उसको छुड़ाए। और गाय-बैल और भेड़-बकरियाँ, अर्थात् जो-जो पशु गिनने के लिये लाठी के तले निकल जानेवाले हैं उनका दशमांश, अर्थात् दस-दस पीछे एक-एक पशु यहोवा के लिये पवित्र ठहरे। कोई उसके गुण-अवगुण न विचारे, और न उसको बदले; और यदि कोई उसको बदल भी ले, तो वह और उसका बदला दोनों पवित्र ठहरें; और वह कभी छुड़ाया न जाए।”