अय्यूब 29:1-6
अय्यूब 29:1-6 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
अय्यूब ने फिर अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, “भला होता कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती, जिन दिनों में परमेश्वर मेरी रक्षा करता था, जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था, और उस से उजियाला पाकर मैं अन्धेरे में चलता था। वे तो मेरी जवानी के दिन थे, जब परमेश्वर की मित्रता मेरे डेरे पर बनी रहती थी। उस समय तक तो सर्वशक्तिमान मेरे संग रहता था, और मेरे बाल–बच्चे मेरे चारों ओर रहते थे। तब मैं अपने पगों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएँ बहा करती थीं।
अय्यूब 29:1-6 पवित्र बाइबल (HERV)
अपनी बात को जारी रखते हुये अय्यूब ने कहा: “काश! मेरा जीवन वैसा ही होता जैसा गुजरे महीनों में था। जब परमेश्वर मेरी रखवाली करता था, और मेरा ध्यान रखता था। मैं ऐसे उस समय की इच्छा करता हूँ जब परमेश्वर का प्रकाश मेरे शीश पर चमक रहा था। मुझ को प्रकाश दिखाने को उस समय जब मैं अन्धेरे से हो कर चला करता था। ऐसे उन दिनों की मैं इच्छा करता हूँ, जब मेरा जीवन सफल था और परमेश्वर मेरा निकट मित्र था। वे ऐसे दिन थे जब परमेश्वर ने मेरे घर को आशीष दी थी। ऐसे समय की मैं इच्छा करता हूँ, जब सर्वशक्तिशाली परमेश्वर अभी तक मेरे साथ में था और मेरे पास मेरे बच्चे थे। ऐसा तब था जब मेरा जीवन बहुत अच्छा था, ऐसा लगा करता था कि दूध—दही की नदियाँ बहा करती थी, और मेरे हेतू चट्टाने जैतून के तेल की नदियाँ उँडेल रही हैं।
अय्यूब 29:1-6 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
अय्यूब ने पुन: अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा: ‘काश! मेरी वर्तमान दशा पिछले महीनों की तरह होती, उन दिनों की तरह जब परमेश्वर मेरी रक्षा करता था; जब उसका दीपक मेरे सिर के ऊपर प्रकाश देता था, और मैं उसकी ज्योति के प्रकाश से अन्धकार में भी चलता था। काश! मैं अपनी युवावस्था के दिनों की तरह पुन: जीवन बिताता; जब परमेश्वर की मित्रता मेरे घर पर थी; जब सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरे साथ था; जब मेरे बच्चे भी मुझे घेरे रहते थे; जब मेरे पैर दूध से धोए जाते थे; चट्टानें मेरे लिए तेल की नदियां बहाती थीं।
अय्यूब 29:1-6 Hindi Holy Bible (HHBD)
अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, भला होता, कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती, जिन दिनों में ईश्वर मेरी रक्षा करता था, जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था, और उस से उजियाला पाकर मैं अन्धेरे में चलता था। वे तो मेरी जवानी के दिन थे, जब ईश्वर की मित्रता मेरे डेरे पर प्रगट होती थी। उस समय तक तो सर्वशक्तिमान मेरे संग रहता था, और मेरे लड़के-बाले मेरे चारों ओर रहते थे। तब मैं अपने पगों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएं बहा करती थीं।
अय्यूब 29:1-6 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, “भला होता, कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती, जिन दिनों में परमेश्वर मेरी रक्षा करता था, जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था, और उससे उजियाला पाकर मैं अंधेरे से होकर चलता था। वे तो मेरी जवानी के दिन थे, जब परमेश्वर की मित्रता मेरे डेरे पर प्रगट होती थी। उस समय तक तो सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरे संग रहता था, और मेरे बच्चे मेरे चारों ओर रहते थे। तब मैं अपने पैरों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएँ बहा करती थीं।
अय्यूब 29:1-6 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
तब अपने वचन में अय्योब ने कहा: “उपयुक्त तो यह होता कि मैं उस स्थिति में जा पहुंचता जहां मैं कुछ माह पूर्व था, उन दिनों में, जब मुझ पर परमेश्वर की कृपा हुआ करती थी, जब परमेश्वर के दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर चमक रहा था. जब अंधकार में मैं उन्हीं के प्रकाश में आगे बढ़ रहा था! वे मेरी युवावस्था के दिन थे, उस समय मेरे घर पर परमेश्वर की कृपा थी, उस समय सर्वशक्तिमान मेरे साथ थे, मेरे संतान भी उस समय मेरे निकट थे. उस समय तो स्थिति ऐसी थी, मानो मेरे पैर मक्खन से धोए जाते थे, तथा चट्टानें मेरे लिए तेल की धाराएं बहाया करती थीं.