योहन 6:15-21
योहन 6:15-21 पवित्र बाइबल (HERV)
यीशु यह जानकर कि वे लोग आने वाले हैं और उसे ले जाकर राजा बनाना चाहते हैं, अकेला ही पर्वत पर चला गया। जब शाम हुई उसके शिष्य झील पर गये और एक नाव में बैठकर वापस झील के पार कफरनहूम की तरफ़ चल पड़े। अँधेरा काफ़ी हो चला था किन्तु यीशु अभी भी उनके पास नहीं लौटा था। तूफ़ानी हवा के कारण झील में लहरें तेज़ होने लगी थीं। जब वे कोई पाँच-छः किलोमीटर आगे निकल गये, उन्होंने देखा कि यीशु झील पर चल रहा है और नाव के पास आ रहा है। इससे वे डर गये। किन्तु यीशु ने उनसे कहा, “यह मैं हूँ, डरो मत।” फिर उन्होंने तत्परता से उसे नाव में चढ़ा लिया, और नाव शीघ्र ही वहाँ पहुँच गयी जहाँ उन्हें जाना था।
योहन 6:15-21 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जब येशु ने यह देखा कि लोग आ कर उन्हें राजा बनाने के लिए पकड़ना चाहते हैं, तो वह अकेले ही पहाड़ी पर फिर चले गये। सन्ध्या हो जाने पर शिष्य झील के तट पर आए। वे नाव पर सवार हो कर कफरनहूम नगर की ओर झील पार कर रहे थे। रात हो चली थी और येशु अब तक उनके पास नहीं आए थे। इस बीच झील में लहरें उठने लगीं, क्योंकि हवा जोरों से बह रही थी। लगभग पाँच-छ: किलो मीटर तक नाव खेने के बाद शिष्यों ने देखा कि येशु झील पर चलते हुए, नाव के समीप आ रहे हैं। वे डर गये, किन्तु येशु ने उन से कहा, “मैं हूँ। डरो मत।” वे उन्हें नाव में चढ़ाना चाहते ही थे कि नाव तुरन्त उस किनारे, जहाँ वे जा रहे थे, लग गयी।
योहन 6:15-21 Hindi Holy Bible (HHBD)
यीशु यह जानकर कि वे मुझे राजा बनाने के लिये आकर पकड़ना चाहते हैं, फिर पहाड़ पर अकेला चला गया। फिर जब संध्या हुई, तो उसके चेले झील के किनारे गए। और नाव पर चढ़कर झील के पार कफरनहूम को जाने लगे: उस समय अन्धेरा हो गया था, और यीशु अभी तक उन के पास नहीं आया था। और आन्धी के कारण झील में लहरे उठने लगीं। सो जब वे खेते खेते तीन चार मील के लगभग निकल गए, तो उन्होंने यीशु को झील पर चलते, और नाव के निकट आते देखा, और डर गए। परन्तु उस ने उन से कहा, कि मैं हूं; डरो मत। सो वे उसे नाव पर चढ़ा लेने के लिये तैयार हुए और तुरन्त वह नाव उस स्थान पर जा पहुंची जहां वह जाते थे।
योहन 6:15-21 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
यीशु यह जानकर कि वे मुझे राजा बनाने के लिये पकड़ना चाहते हैं, फिर पहाड़ पर अकेला चला गया। जब सन्ध्या हुई, तो उसके चेले झील के किनारे गए, और नाव पर चढ़कर झील के पार कफरनहूम को जाने लगे। उस समय अन्धेरा हो गया था, और यीशु अभी तक उनके पास नहीं आया था। आँधी के कारण झील में लहरें उठने लगीं। जब वे खेते खेते तीन–चार मील के लगभग निकल गए, तो उन्होंने यीशु को झील पर चलते और नाव के निकट आते देखा, और डर गए। परन्तु उसने उनसे कहा, “मैं हूँ; डरो मत।” अत: वे उसे नाव पर चढ़ा लेने के लिये तैयार हुए और तुरन्त वह नाव उस स्थान पर जा पहुँची जहाँ वे जा रहे थे।
योहन 6:15-21 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
यीशु यह जानकर कि वे उसे राजा बनाने के लिये आकर पकड़ना चाहते हैं, फिर पहाड़ पर अकेला चला गया। फिर जब संध्या हुई, तो उसके चेले झील के किनारे गए, और नाव पर चढ़कर झील के पार कफरनहूम को जाने लगे। उस समय अंधेरा हो गया था, और यीशु अभी तक उनके पास नहीं आया था। और आँधी के कारण झील में लहरें उठने लगीं। तब जब वे खेते-खेते तीन चार मील के लगभग निकल गए, तो उन्होंने यीशु को झील पर चलते, और नाव के निकट आते देखा, और डर गए। परन्तु उसने उनसे कहा, “मैं हूँ; डरो मत।” तब वे उसे नाव पर चढ़ा लेने के लिये तैयार हुए और तुरन्त वह नाव उसी स्थान पर जा पहुँची जहाँ वह जाते थे।
योहन 6:15-21 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
जब मसीह येशु को यह मालूम हुआ कि लोग उन्हें ज़बरदस्ती राजा बनाने के उद्देश्य से ले जाना चाहते हैं तो वह फिर से पर्वत पर अकेले चले गए. जब संध्या हुई तो मसीह येशु के शिष्य झील के तट पर उतर गए. अंधेरा हो चुका था और मसीह येशु अब तक उनके पास नहीं पहुंचे थे. उन्होंने नाव पर सवार होकर गलील झील के दूसरी ओर कफ़रनहूम नगर के लिए प्रस्थान किया. उसी समय तेज हवा के कारण झील में लहरें बढ़ने लगीं. नाव को लगभग पांच किलोमीटर खेने के बाद शिष्यों ने मसीह येशु को जल सतह पर चलते और नाव की ओर आते देखा. यह देखकर वे भयभीत हो गए. मसीह येशु ने उनसे कहा, “भयभीत मत हो, मैं हूं.” यह सुन शिष्य मसीह येशु को नाव में चढ़ाने को तैयार हो गए. इसके बाद नाव उस किनारे पर पहुंच गई जहां उन्हें जाना था.