भजन संहिता 121:1-3
भजन संहिता 121:1-3 IRVHIN
मैं अपनी आँखें पर्वतों की ओर उठाऊँगा। मुझे सहायता कहाँ से मिलेगी? मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है। वह तेरे पाँव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न ऊँघेगा।
मैं अपनी आँखें पर्वतों की ओर उठाऊँगा। मुझे सहायता कहाँ से मिलेगी? मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है। वह तेरे पाँव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न ऊँघेगा।