उस समय यीशु सब्त के दिन खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेलों को भूख लगी, और वे बालें तोड़-तोड़कर खाने लगे। फरीसियों ने यह देखकर उससे कहा, “देख, तेरे चेले वह काम कर रहे हैं, जो सब्त के दिन करना उचित नहीं।” उसने उनसे कहा, “क्या तुम ने नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने, जब वह और उसके साथी भूखे हुए तो क्या किया? वह कैसे परमेश्वर के घर में गया, और भेंट की रोटियाँ खाई, जिन्हें खाना न तो उसे और न उसके साथियों को, पर केवल याजकों को उचित था? या क्या तुम ने व्यवस्था में नहीं पढ़ा, कि याजक सब्त के दिन मन्दिर में सब्त के दिन की विधि को तोड़ने पर भी निर्दोष ठहरते हैं? (गिन. 28:9,10, यूह. 7:22,23) पर मैं तुम से कहता हूँ, कि यहाँ वह है, जो मन्दिर से भी महान है। यदि तुम इसका अर्थ जानते कि मैं दया से प्रसन्न होता हूँ, बलिदान से नहीं, तो तुम निर्दोष को दोषी न ठहराते। (होशे 6:6) मनुष्य का पुत्र तो सब्त के दिन का भी प्रभु है।” (मर. 2:28)
वहाँ से चलकर वह उनके आराधनालय में आया। वहाँ एक मनुष्य था, जिसका हाथ सूखा हुआ था; और उन्होंने उस पर दोष लगाने के लिए उससे पूछा, “क्या सब्त के दिन चंगा करना उचित है?” उसने उनसे कहा, “तुम में ऐसा कौन है, जिसकी एक भेड़ हो, और वह सब्त के दिन गड्ढे में गिर जाए, तो वह उसे पकड़कर न निकाले? भला, मनुष्य का मूल्य भेड़ से कितना बढ़कर है! इसलिए सब्त के दिन भलाई करना उचित है।” तब यीशु ने उस मनुष्य से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।” उसने बढ़ाया, और वह फिर दूसरे हाथ के समान अच्छा हो गया। तब फरीसियों ने बाहर जाकर उसके विरोध में सम्मति की, कि उसे किस प्रकार मार डाले?
यह जानकर यीशु वहाँ से चला गया। और बहुत लोग उसके पीछे हो लिये, और उसने सब को चंगा किया। और उन्हें चेतावनी दी, कि मुझे प्रगट न करना। कि जो वचन यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो:
“देखो, यह मेरा सेवक है, जिसे मैंने चुना है;
मेरा प्रिय, जिससे मेरा मन प्रसन्न है:
मैं अपना आत्मा उस पर डालूँगा;
और वह अन्यजातियों को न्याय का समाचार देगा।
वह न झगड़ा करेगा, और न चिल्लाएगा;
और न बाजारों में कोई उसका शब्द सुनेगा।
वह कुचले हुए सरकण्डे को न तोड़ेगा;
और धुआँ देती हुई बत्ती को न बुझाएगा,
जब तक न्याय को प्रबल न कराए।
और अन्यजातियाँ उसके नाम पर आशा रखेंगी।”
तब लोग एक अंधे-गूँगे को जिसमें दुष्टात्मा थी, उसके पास लाए; और उसने उसे अच्छा किया; और वह गूँगा बोलने और देखने लगा। इस पर सब लोग चकित होकर कहने लगे, “यह क्या दाऊद की सन्तान है?”