एज्रा 1

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राजा कुस्रू की घोषणा : यहूदियों की वापसी
1फारस के राजा कुस्रू के पहले वर्ष में यहोवा ने फारस के राजा कुस्रू का मन उभारा#यिर्म 25:11; 29:10 कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो जाए, इसलिये उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और लिखवा भी दिया :
2“फारस का राजा कुस्रू यों कहता है : स्वर्ग के परमेश्‍वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है, और उसने मुझे आज्ञा दी कि यहूदा के यरूशलेम में मेरा एक भवन बनवा।#यशा 44:28 3उसकी समस्त प्रजा के लोगों में से तुम्हारे मध्य जो कोई हो, उसका परमेश्‍वर उसके साथ रहे, वह यहूदा के यरूशलेम को जाकर इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा का भवन बनाए—जो यरूशलेम में है वही परमेश्‍वर है; 4और जो कोई किसी स्थान में रह गया हो, जहाँ वह रहता हो उस स्थान के मनुष्य चाँदी, सोना, धन और पशु देकर उसकी सहायता करें और इससे अधिक यरूशलेम स्थित परमेश्‍वर के भवन के लिये अपनी अपनी इच्छा से भी भेंट चढ़ाएँ।”
5तब यहूदा और बिन्यामीन के जितने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों और याजकों और लेवियों का मन परमेश्‍वर ने उभारा था कि जाकर यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनाएँ, वे सब उठ खड़े हुए; 6और उनके आसपास सब रहनेवालों ने चाँदी के पात्र, सोना, धन, पशु और अनमोल वस्तुएँ देकर, उनकी सहायता की; यह उन सबसे अधिक था जो लोगों ने अपनी अपनी इच्छा से दिया। 7फिर यहोवा के भवन के जो पात्र नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम से निकालकर अपने देवता के भवन में रखे थे, 8उनको कुस्रू राजा ने, मिथ्रदात खजांची से निकलवा कर, यहूदियों के शेशबस्सर नामक प्रधान को गिनकर सौंप दिया। 9उनकी गिनती यह थी, अर्थात् सोने के तीस और चाँदी के एक हज़ार परात और उनतीस छुरी, 10सोने के तीस और मध्यम प्रकार की चाँदी के चार सौ दस कटोरे तथा अन्य प्रकार के पात्र एक हज़ार। 11सोने चाँदी के पात्र सब मिलाकर पाँच हज़ार चार सौ थे। इन सभों को शेशबस्सर उस समय ले आया जब बन्दी बेबीलोन से यरूशलेम को आए।

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