आमोस 1

1
1तकोआवासी आमोस जो भेड़–बकरियों के चरानेवालों में से था, उसके ये वचन हैं जो उस ने यहूदा के राजा उजिय्याह के, और योआश के पुत्र इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में,#2 राजा 15:1–7; 2 इति 26:1–23; 2 राजा 14:23–29 भूकम्प से दो वर्ष पहले, इस्राएल के विषय में दर्शन देखकर कहे :
2“यहोवा सिय्योन से गरजेगा, और यरूशलेम से अपना शब्द सुनाएगा; तब चरवाहों की चराइयाँ विलाप करेंगी, और कर्म्मेल की चोटी झुलस जाएगी।”#योए 3:16
इस्राएल के पड़ोसी राज्यों का न्याय
अराम
3यहोवा यों कहता है : “दमिश्क के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा#1:3 मूल में, मैं उसको न फेरूँगा ; क्योंकि उन्होंने गिलाद को लोहे के दाँवनेवाले यन्त्रों से रौंद डाला है। 4इसलिये मैं हजाएल के राजभवन में आग लगाऊँगा, और उस से बेन्हदद के राजभवन भी भस्म हो जाएँगे। 5मैं दमिश्क के बेण्डों को तोड़ डालूँगा, और आवेन नामक तराई के रहनेवालों को और बेतएदेन के घर में रहनेवाले राजदण्डधारी को नष्‍ट करूँगा; और अराम के लोग बन्दी होकर कीर को जाएँगे, यहोवा का यही वचन है।”#यशा 17:1–3; यिर्म 49:23–27; जक 9:1
पलिश्तिया
6यहोवा यों कहता है : “गाज़ा के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा#1:6 मूल में, मैं उसको न फेरूँगा ; क्योंकि वे सब लोगों को बन्दी बना कर ले गए कि उन्हें एदोम के वश में कर दें। 7इसलिये मैं गाज़ा की शहरपनाह में आग लगाऊँगा और उस से उसके भवन भस्म हो जाएँगे। 8मैं अशदोद के रहनेवालों को और अश्कलोन के राजदण्डधारी को भी नष्‍ट करूँगा; मैं अपना हाथ एक्रोन के विरुद्ध चलाऊँगा, और शेष पलिश्ती लोग नष्‍ट होंगे,” परमेश्‍वर यहोवा का यही वचन है।#यशा 14:29–31; यिर्म 47:1–7; यहेज 25:15–17; योए 3:4–8; सप 2:4–7; जक 9:5–7
सोर
9यहोवा यों कहता है : “सोर के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा#1:9,11 मूल में, मैं उसको न फेरूँगा ; क्योंकि उन्होंने सब लोगों को बन्दी बना कर एदोम के वश में कर दिया और भाई की सी वाचा का स्मरण न किया। 10इसलिये मैं सोर की शहरपनाह पर आग लगाऊँगा, और उस से उसके भवन भी भस्म हो जाएँगे।”*#यशा 23:1–18; यहेज 26:1—28:19; योए 3:4–8; जक 9:1–4; मत्ती 11:21,22; लूका 10:13,14
एदोम
11यहोवा यों कहता है : “एदोम के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा*; क्योंकि उसने अपने भाई को तलवार लिए हुए खदेड़ा और कुछ भी दया न की#1:11 मूल में, अपनी दया को बिगाड़ा, परन्तु क्रोध से उनको लगातार फाड़ता ही रहा, और अपने रोष को अनन्त काल के लिये बनाए रहा। 12इसलिये मैं तेमान में आग लगाऊँगा, और उससे बोस्रा के भवन भस्म हो जाएँगे।”#यशा 34:5–7; 63:1–6; यिर्म 49:7–22; यहेज 25:12–14; 35:1–15; ओब 1–14; मलाकी 1:2–5
अम्मोन
13यहोवा यों कहता है : “अम्मोन के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा#1:13 मूल में, मैं उसको न फेरूँगा क्योंकि उन्होंने अपनी सीमा को बढ़ा लेने के लिये गिलाद की गर्भिणी स्त्रियों का पेट चीर डाला। 14इसलिये मैं रब्बा की शहरपनाह में आग लगाऊँगा, और उस से उसके भवन भी भस्म हो जाएँगे। उस युद्ध के दिन में ललकार होगी, वह आँधी वरन् बवण्डर का दिन होगा; 15और उनका राजा अपने हाकिमों समेत बँधुआई में जाएगा,” यहोवा का यही वचन है।#यिर्म 49:1–6; यहेज 21:28–32; 25:1–7; सप 2:8–11

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आमोस 1: HINOVBSI

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