भजन संहिता 67

67
विश्‍व के राष्‍ट्र परमेश्‍वर का जयजयकार करते हैं
मुख्‍यवादक के लिए। तांतयुक्‍त वाद्य-यन्‍त्रों के साथ भजन। एक गीत।
1हे परमेश्‍वर, हम पर कृपा कर और हमें
आशिष दे।
तू अपना मुख हम पर प्रकाशित कर,#गण 6:25-26
सेलाह
2जिससे धरती पर तेरा मार्ग,
और समस्‍त राष्‍ट्रों में तेरा उद्धार
समझा जा सके।
3हे परमेश्‍वर, लोग तेरी सराहना करें;
सब जातियाँ तेरी सराहना करें।
4जातियाँ आनन्‍दित हो जयजयकार करें;
क्‍योंकि तू निष्‍पक्षता से लोगों का न्‍याय,
और पृथ्‍वी पर जातियों का मार्ग-दर्शन करता
है।
सेलाह
5हे परमेश्‍वर, लोग तेरी सराहना करें;
सब जातियाँ तेरी सराहना करें।
6धरती ने अपनी उपज प्रदान की है,
परमेश्‍वर, हमारा परमेश्‍वर
हमें आशिष देता है।
7परमेश्‍वर हमें आशिष देता रहे;
संसार की समस्‍त जातियां
उसकी भक्‍ति करें।#लेव 26:4; भज 85:12

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