भजन संहिता 119:56-62

भजन संहिता 119:56-62 HINCLBSI

यह आशिष मुझे प्राप्‍त हुई, क्‍योंकि मैंने तेरे आदेश माने थे। प्रभु, तू मेरा सब-कुछ है! मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं तेरे वचनों का पालन करूंगा। मैं तेरी कृपा के लिए सम्‍पूर्ण हृदय से गिड़गिड़ाता हूं, प्रभु, अपनी कृपा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर। जब मैं अपने आचरण पर विचार करता हूं, तब अपने पैर तेरी सािक्षयों की ओर मोड़ता हूं। मैं विलम्‍ब नहीं करता, वरन् तेरी आज्ञा-पालन के लिए शीघ्रता करता हूं। यद्यपि दुर्जनों के फंदे मुझे फंसाते हैं, तो भी मैं तेरी व्‍यवस्‍था नहीं भूलता हूं। तेरे धर्ममय न्‍याय-सिद्धान्‍तों के कारण आधी रात को उठकर मैं तेरी सराहना करता हूं।