यशायाह 9:2-6

यशायाह 9:2-6 HINCLBSI

जो लोग अन्‍धकार में भटक रहे थे, उन्‍होंने बड़ी ज्‍योति देखी; जो लोग गहन अन्‍धकार के क्षेत्र में रहते थे, उन पर ज्‍योति उदित हुई। प्रभु, तूने इस्राएली राष्‍ट्र की समृद्धि की; तूने उसके आनन्‍द में समृद्धि की; जैसे वे लूट का माल परस्‍पर बांटते समय उल्‍लसित होते हैं, जैसे वे फसल-कटाई के पर्व पर हर्षित होते हैं, वैसे ही आज तेरे सम्‍मुख आनन्‍द मना रहे हैं। तूने इस्राएली राष्‍ट्र की गुलामी के जूए को, उसके कन्‍धे की कांवर को, अत्‍याचारी की लाठी को तोड़ दिया है, जैसे मिद्यानी सेना के युद्ध-दिवस पर तूने किया था। पदाति सैनिकों के जूते जो धब-धब करते हुए चलते हैं, और उनके रक्‍त-रंजित वस्‍त्र आग के कौर बन गए। देखो, हमारे लिए एक बालक का जन्‍म हुआ है; हमें एक पुत्र दिया गया है। राज-सत्ता उसके कंधों पर है। उसका यह नाम रखा जाएगा : ‘अद्भुत् परामर्शदाता’, ‘शक्‍तिमान ईश्‍वर’, ‘शाश्‍वत पिता’, ‘शान्‍ति का शासक’।