व्‍यवस्‍था-विवरण 28:2-12

व्‍यवस्‍था-विवरण 28:2-12 HINCLBSI

यदि तू अपने प्रभु परमेश्‍वर की वाणी सुनेगा तो ये आशिषें तेरे पास आकर तुझको पकड़ लेंगी। तू नगर में आशिष प्राप्‍त करेगा। तू गांव में आशिष प्राप्‍त करेगा। तेरी देह के फल पर, तेरी भूमि की उपज पर, तेरे पालतू पशुओं और भेड़-बकरियों के बच्‍चों पर आशिष होगी। तेरी टोकरी और आटा गूंधने के पात्र पर आशिष होगी। तेरे आगमन पर आशिष होगी, तेरे प्रस्‍थान पर आशिष होगी। ‘प्रभु आक्रमण करनेवाले तेरे शत्रुओं को तेरे सम्‍मुख पराजित करेगा। वे एक ओर से तुझ पर चढ़ाई करेंगे, पर तेरे सम्‍मुख से सात ओर भागेंगे। प्रभु आशिष को आदेश देगा कि वह तेरे खत्तों और सब उद्यमों में तेरे साथ जाए। जो देश तेरा प्रभु परमेश्‍वर तुझे दे रहा है, उसमें वह तुझे आशिष देगा। ‘यदि तू अपने प्रभु परमेश्‍वर की आज्ञाओं का पालन करेगा, और उसके मार्ग पर चलेगा तो जैसी उसने तुझ से शपथ खाई है, उसके अनुसार वह तुझको अपने लिए पवित्र लोग के रूप में प्रतिष्‍ठित करेगा। पृथ्‍वी के समस्‍त लोग यह देखेंगे कि तू प्रभु के स्‍वामित्‍व और संरक्षण में है। अत: वे तुझ से डरेंगे। जिस देश को देने की शपथ प्रभु ने तेरे पूर्वजों से खाई थी, उस देश में वह तेरी देह के फल, तेरे पशुओं के बच्‍चों, और भूमि की उपज को समृद्ध करेगा। समय पर तेरे खेतों पर वर्षा करने के लिए, तेरे सब काम-धन्‍धों पर आशिष देने के लिए प्रभु आकाश के अपने उत्तम भण्‍डार-गृहों को खोल देगा। तब तू अनेक राष्‍ट्रों को ऋण देगा, पर तू स्‍वयं ऋण नहीं लेगा।

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