तब दाऊद ने समस्त धर्मसभा के सम्मुख प्रभु को धन्यवाद दिया। दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, हमारे पूर्वज इस्राएल के प्रभु परमेश्वर! तू युग-युगान्त धन्य है। तू महान्, शक्तिशाली, महिमामय और प्रतापी है। तू ही विजय का स्रोत है स्वर्ग और पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु तेरी ही है। हे प्रभु, राज्य तेरा ही है। तू सबके ऊपर उन्नत और सर्वोच्च है। धन-वैभव और महिमा का स्रोत तू ही है। तू सब पर राज्य करता है। शक्ति और सामर्थ्य तेरे ही हाथ में हैं। सबको महान बनाना और शक्ति देना तेरे हाथ में है। अब हे हमारे परमेश्वर, हम तुझे धन्यवाद देते और तेरे महिमामय नाम की स्तुति करते हैं। ‘पर प्रभु, मैं कौन हूँ और मेरी जनता क्या है कि हम यों स्वेच्छा से तुझे भेंट चढ़ाने में समर्थ हो सकें? क्योंकि सब वस्तुओं का स्रोत तू ही है। हमने तुझे तेरी ही वस्तु अर्पित की है। हम अपने पूर्वजों के समान तेरे सम्मुख विदेशी और प्रवासी हैं। पृथ्वी पर हमारी आयु छाया के समान है। हमारा यहां स्थायी निवास-स्थान नहीं है। हे हमारे प्रभु परमेश्वर, यह सब भेंट, जो हमने तेरे पवित्र नाम की प्रतिष्ठा के लिए, तेरे भवन के निर्माण के लिए एकत्र की है, वह हमें तेरे ही हाथ से प्राप्त हुई थी। यह सब तेरा ही है। हे मेरे परमेश्वर! मैं जानता हूं, तू हृदय को परखता है। तू निष्कपट हृदय के व्यक्ति से प्रसन्न होता है। मैं निष्कपट हृदय से यह सब भेंट स्वेच्छापूर्वक तुझे अर्पित करता हूँ। अब मैंने तेरे निज लोगों को भी देखा जिन्होंने आनन्दपूर्वक स्वेच्छा से तुझे भेंट चढ़ाई। हमारे पूर्वजों के, अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के प्रभु परमेश्वर! अपने निज लोगों के हृदय में ऐसे ही विचार और भावना सदा-सर्वदा बनाए रख, और अपनी ओर उनके हृदय को उन्मुख कर। मेरे पुत्र सुलेमान को यह वरदान दे: वह सम्पूर्ण हृदय से तेरी आज्ञाओं, सािक्षयों, संविधियों का पालन करे और उनके अनुसार आचरण करे। इस प्रकार वह इस भवन को बना सके जिसके लिए मैंने तैयारी की है।’ दाऊद समस्त धर्मसभा की ओर उन्मुख हुआ। उसने कहा, ‘अपने प्रभु परमेश्वर को धन्य कहो!’ तब धर्मसभा ने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर को धन्य कहा। उन्होंने अपना सिर झुकाया, और प्रभु की आराधना की। उन्होंने राजा को साष्टांग प्रणाम किया। दूसरे दिन धर्मसभा ने प्रभु को बलि चढ़ाई। उन्होंने प्रभु को बलि में एक हजार बैल, एक हजार मेढ़े और एक हजार मेमने चढ़ाए। इनके साथ उन्होंने इनकी पेय-बलि भी चढ़ाई। उन्होंने समस्त इस्राएली राष्ट्र के लिए बहुत-सी अन्य बलियां चढ़ायीं। उस दिन उन्होंने प्रभु के सम्मुख अत्यधिक आनन्द के साथ बलि-भोज को खाया-पिया। उन्होंने दाऊद के पुत्र सुलेमान को दूसरी बार राजा घोषित किया। उन्होंने सुलेमान को प्रभु के अगुए के रूप में अभिषिक्त किया और पुरोहित के रूप में सादोक का अभिषेक किया।
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