निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो यिर्मयाह 31:3 से संबंधित हैं
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परमेश्वर की ओर अपने रास्ते को वापिस ढूँढना
5 दिन
क्या आप अपने जीवन से कुछ और अधिक अपेक्षा कर रहें हैं? परमेश्वर के साथ आपका संबंध अभी जहाँ भी हो—और अधिक चाहने का अर्थ है वास्तव में परमेश्वर की ओर मुड़ने/जाने की लालसा/तड़प होना। जब हम परमेश्वर के पास वापिस जाने का रास्ता ढूँढ लेते हैं —तब हम सब मील का पत्थर —या जागृति का अनुभव करतें हैं। यह सब जाग़ृतियों के बीच का सफ़र, औऱ वो स्थान जहाँ आप अभी हों और जहां आप पहुँचना चाहते हो, की दूरी को कम करता है। हम परमेश्वर को ढूँढ़ना चाहते हैं, लेकिन उससे अधिक परमेश्वर चाहतें है कि हम उन्हें ढूंढें।
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हमारी पहचान का डीएनए
पांच दिन
जब हम शोर गुल और भटकाने वाली बातों से चारों और से घिरे हो, चाहे वो सोशल मीडिया, काम, दोस्त, मॉल या कोई बड़ी सेल हो, यह संभव है कि हम यह विचार करे कि हम कौन हैं| यह भक्ति पाठ आपको पीछे ले जायेगा जहाँ ये सब शुरू होता है और आप अपनी सच्ची पहचान को परमेश्वर के भय अनुसार बिताने पाएंगे|