मत्ती 18
18
स्वर्ग क राज मा मोठ कुन?
1 #
लूका 22:24
उना समय चेला ईशु क पास आवीन पुचने लाग गिया, “सोरग क राज मा बड़ो कुन छे?”
2इना पर त्यो एक पोर्या क बुलायो ओको वीच मा उबो कर दियो, 3#मरकुस 10:15; लूका 18:17आरू कयो, “हाव तुमरे सी सच कहवो, कदाम तुमू नी पछु आरू पोर्यान क समान नी बने, तो सोरग राज मा भराय नी सको। 4आरू जो कोय आपसा क इन पोर्या क समान नाना करसे, त्यो सोरग क राज मा बड़ो हुयसे। 5आरू जु कुई म्हार नाव सी एक असा नानला पोर्या क मान्य करे त्यो मेखे मान्य करे।
पाप करनेन परीक्षा
(मरकुस 9:42-48; लूका 17:1-2)
6“पर जु कुई इना माईन जु म्हार पर विश्वास करे है एक क ठुकर खवाड़े, उका करता वारू हुये, कि मटलो चक्की क पाट उका गला मा लटकाड़ देदो जाय, आरू त्यो उँडा पानी म न्हाख देदा जाय। 7ठुकर क कारण दूनिया पर विखो! ठुकर क लगनो सच छे: पर विखु उना मानुस पर जिनान लारे ठुकर लागे।
8 #
मत्ती 5:30
“यदि थारो हाथ पाय तुखे ठुकर खवाड़े, तो काटीन न्हाख देय; टुण्डो या लेंगड़ो हुईन जीवन मा भरायनो थारे करता वारू छे, कि दूय हाथ या दूय पाय रहवीन तु जलोम धपनीया आग्ठा मा न्हाख दियो जासे। 9#मत्ती 5:29आरू कदाम थारा डुवा तुखे ठुकर खवाड़े तो उको निकालकर न्हाख दे। कांटो हुईन जीवन मा थारे करता इना सी वारू छे, कि दूय डुवा हुयन भी तु नरकन आगठा मा न्हाख दियो जासे।
खुवायला गाडरान उदाहरण
(लूका 15:3-7)
10 #
लूका 19:10
“देखो, तुमू इना नाना माईन कोयक तुच्छ नी जननो; काहकि हाव तुमरे सी कहवो, कि सोरग मा ओको सोरगदूत म्हार सोरगन बास क मुय हमीसा देखसे छे। 11काहकि मानुस क पोर्या खुवालान क हेरने करीन आवलो छे।
12“तुमू काय समझो? कदाम कयो मानुस क सौ गाड़ गाडरा हय, आरू उका माईन खुवाय जाय, तो काय निन्यानवे क छुड़ीन, आरू बयड़ा पर जाईन, उना खुवायला गाडरान क नी हेरे?” 13आरू कदाम असो हय कि उना खुवायला गाडरा क हेर लेय, तो हाव तुमरे सी सच कहवो, कि त्यो रहवला निनयानवे गाडरान क करता जो नी खुवाया हुता अतरो खुश नी हुये, जतरो कि इना खुवालान क मुवने पर करसे। 14असोत् तुमरो बास की जो सोरग मा छे यी मरजी नी हय, कि इना नान माईन एक भी नाश नी हुय जाय।
भाई–बहनीन क पाप
15“कदाम थारो भाई थारा विरोध मा पाप करे, तो जाईन आरू एखला मा वात करीन उको समझाड़ दे; कदाम त्यो थारी सुनी लेय तो तु थारा भाई क पाय लेदो।” 16आरू कदाम त्यो नी सुने, तो आरू एक जन क थार साथ मा ली जा, कि हर एक वातन दूय या तीन गवाय क मुय सी बनली रये। 17कदाम त्यो ओकी वात भी नी माने, तो मंडळी सी कय दे, कदाम त्यो मंडळी की भी नी माने, तो तु उको गैरयहुदी आरू फाळो लेनेवाळा क जसो जान।
हक देना आरू हक ना देना
18 #
मत्ती 16:19; यहुन्ना 20:23 “हाव तुमरे सी सच कहवो, जो काय तुमू धरती पर बांधसे, त्यो सोरग मा बांधायसे आरू जो काय तुमू धरती पर खुले, त्यो सोरग मा खुलसे।”
19पछु हाव रूमरे कहवो कदाम तुमरे माईन दूय जन धरती पर काहय वात क करता त्या मांगे, एक मन क हय, तो म्हार बास की तरप सी जो सोरग मा छे ओका करता हुय जासे। 20“काहकि जा सारी दूय या तीन जन म्हार नाव सी एखटा हुये वा हाव उका वीच मा रहवो।”
निर्दयी सेवक क सपनो
21 #
लूका 17:3,4 तव पतरस ईशु क पास आवीन कयो, “ए पोरबु, कदाम म्हार भाई पाप करतो रये, तो हाव कतरी वार उको माफ करो, काय सात वार तक?”
22ईशु ओको सी कयो “हाव थार सी यो नी कहवो, कि सात बार तक, बाकुन सात बार क सत्तर क सात गुना तक।
23“अतरानकरीन करीन सोरग राजा उना राज क समान छे, जो आपसा दास सी लेखो लेनो चाहे। 24जव त्यो लेखो लेने लागी गियो, तो एक जन उका सामने लायो गियो जो करोड़ो रूपयान कर्जदार हुतो। 25जव कि त्योकाड़ने करीन उका पास मा काय नी हुतो, तो ओको मालिक कयो, कि त्यो आरू ओकी घर वाली आरू पोर्या पारी आरू जो काय ओको छे सब वेची दियो जाय, आरू वा कर्ज त्योकाड़ी दियो जाय। 26इना पर त्यो दास मालिक क सामने गीरीन नमस्कार करियो, आरू कयो, ‘ए मालिक, गम राख हाव सब काय भर दिस।’ 27तव उना दास क मालिक उका पर तरस खाईन छुड़ दीदो, आरू ओको कर्ज माफ कर दियो।
28“बाकुन जव त्यो दास बाहर निकलियो, तो उका साथी दास माईन एक मिलियो, जो ओको सौ दीनार क कर्जदार हुतो; त्यो उको धरीन गलो दड़पीन कयो, ‘जो काय म्हार सी जो कर्ज लेदला छे पछो आप दे।’ 29इना पर ओको साथी दास गिरीन, उका सी विनता करीन कयो; गम धर हाव सब भर दिस। 30त्यो नी मानियो, बाकुन जाईन जेल खाना मा डाल दियो; कि जव तक कर्ज नी भर देय, तव तक वात रहवे। 31ओको साथी दास जो हुयो हुतो देखीन बैस नराज हुयो, आरू जाईन आपसा मालिक क पूरो हाल कय देदो। 32तव उको मालिक जेल खाना डालने वाला उना दास क बुलावीन कयो, ‘ए दुष्ट दास, तु जो म्हार सी विनती करियो, तो हाव थारो त्यो पूरो कर्ज माफ करीयो। 33अतरानकरीन करीन जसो हाव थारे पर दया करियो, वसोत काय तुखे भी थारा साथी दास दया नी करनो हुतो काय?’ 34आरू ओको मालिक रीस मा आवीन उको दण्ड देने वालान क हाथ मा सौप दियो, कि जव तक त्यो सब कर्ज नी भर देय, तव तक उका हाथ मा रये।
35“इनी रीति सी कदाम तुमरे माईन हर एक आपसा भाईस मन सी माफ नी करसे, तो म्हार बास जो सोरग मा छे, तुमरे सी भी वसोत करसे।”
Actualmente seleccionado:
मत्ती 18: NTDii20
Destacar
Compartir
Copiar

¿Quieres tener guardados todos tus destacados en todos tus dispositivos? Regístrate o inicia sesión
The New Testament in Dhankavi Language © The Word for the World International and Dhankavi Mandli, Khargon, Raykhed, Nandurbar, Maharashtra 2020