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लूका 5

5
पेहलो चेला क बुलाया जाना
1 # मत्ती 13:1,2; मरकुस 3:9,10; 4:1 जव गर्दी यहोवा–भगवान क वचन सोमवने क करता उना पर पड़ गयी होती, आरू वो गन्नेसरत की दरिया क धोड़े पर उबो हुतो, तो ओसो हुयो, 2कि त्यो दरिया क धोड़े दुय नाव लागी होयी देखी, आरू मासा धरन्या उन पर छे उतरीन जाव धो रये हुतो। 3उन ढोंड्या मा छे एक पर जो शमौन की होती, चढ़ीन त्यो उका छे विनती की धोड़े छे थुडक धोड़े हट लेय चाल्या। तव वो बठीन मानसे क ढोंड्या पर छे शिक्षा देने लाग्या।
4जव वो वात कर त्योक्या तो शमौन छे कयो, “गहरे मा लेय चल, आरू मासा धरने क करता आपसी जाव नाख्या।”
5 # यहुन्ना 21:3 शमौन ने ओको जवाब दिया, “हे भगवान, हामु सारी रात मेहनत की आरू काय नी दरिया तौभी तारे कयनो छे जाव नाखछे।” 6#यहुन्ना 21:6जव त्या ओसो कर्‍या, तो घोणा मासा धर लाया, आरू ओको जाव फाटने लागी। 7इनीये पर त्या आपसा साथी क जो दीसरी पर हुतो, संकेत कर्‍या कि आवीन हामरी मदत करो, आरू त्या आवीन दुय ढोंड्या याहा तक भर लीय कि वो डुबने लागी। 8यो देखीन शमौन पतरस ईशु क पाया पोड्य आरू कयो, “हे पोरबु, मारे साथे छे जा काहकि हाव पापी मानुस छे।”
9काहकि ओतरा मासा क धराय जाछे ओको आरू ओका साथी क घोणा भोंगलाय गयो हुयो, 10आरू वोसो ही जबदी क पोर्‍या याकूब आरू यहुन्ना क भी, जो शमौन क सहभागी हुतो, भोंगलाय गयो हुयो। तव ईशु शमौन छे कयो, “मत घाबराय हिमी छे तु मानुस क यहोवा भगवान राज्यमा लावनेवावा बनावीस।”
11आरू वो ढोंड्या क धोड़े पर लगाड़ देदा तेतार चा सब काय छुड़ीन ईशु पछव होय लेदा।
कुड़ावा क बीमार वारू करने
(मत्ती 8:1-4; मरकुस 1:40-45)
12जव चु काही नगर मा हुता, ते वा कुड़ावा छे भरा हुयो एक मानुस आश; आरू वा ईशु क देखीन मुय क बल पोड्य आरू रावन्या करी, “हे पोरबु, यदि तु जुवे ते मखे वारू कर सकतो छे।”
13ईशु हात ओगव उको दरिया आरू कयो, “हाव जुवता छे, तु वारू होय जाय।” आरू ओको हाथ लागाड़ीन कुड़ावो क तत्काल जातो रया। 14तव ईशु उको चिताया, “कुदाक काय छे नी कयनो, पुन क आपने आप क पुजारा देख्या, आरू आपने वारू हुयने क विषय मा जो काय मूसाने चढ़ावलो ठेराया छे ओको चढ़ा कि उन पर गवा होय।”
15पुन ओकी चर्चा आरू भी फैलती गयी, आरू गर्दी करी गर्दी ओकी सोमवने क करता आरू आपसी बीमारी छे वारू हुयने क करता एखठी होयी। 16पुन वो जंगल मा अलग जाईन प्रार्थना कर्‍या करता हुता।
लखवा क बीमार क वारू करने
(मत्ती 9:1-8; मरकुस 2:1-12)
17एक दाहड़ो ओसो हुयो कि ईशु शिक्षा देय रया हुता, आरू फरीसि आरू व्यवस्थापक वाँ बठ्या हुया हुता जो गलील आरू यहूदिया क हर गाँव छे आरू यरूशलेम छे आश हुता, आरू वारू करने क करता पोरबु की शक्ति ईशु क साथे होती। 18उना टेहाव कर्‍या मानसे एक मानुस क जो लखवा सी बीमार हुतो, खाटलो पर लाया, आरू वो उको माहीय लेय जाने आरू ईशु क सामने राखने क उपाय हेर हुता। 19पर जव गर्दी क कारण उको माहीय नी लेय जा सक्या तो त्या छत पर चढ़ीन आरू खपरैल हटाकर, उको खाट्लो सहावत वीच मा ईशु क सामने उतार दिया। 20जो लीन आश त्यो ओको विश्वास देखीन ओका सी कयो, “हे मानुस, तारे पाप माफ होयी।”
21तव शास्त्री आरू फरीसि विवाद करने लाग्या, “यो कुन छे जो यहोवा–भगवान की निन्दा करता छे? यहोवा–भगवान क छुड़ीन आरू कुन पाप क माफ कर सकता छे!”
22ईशु ओको मन की वात जानीन, उनछे कयो, “तुमू आपसा मन मा काय विवाद कर रयो होय? 23सहज काय छे? काय यो कयनो कि तारे पाप माफ हुय, या यो कयनो कि उठ आरू चाल पछु? 24पुन एरकरीन कि तुमू जानो कि, मानुस क भी पोर्‍या क धरती पर पाप माफ करने क भी हक छे।” त्यो उना लखवा क बीमार छे वारू कयो, “हाव तुखे छे कयता छे, उठ आरू आपनो खाट्लो हुचली आपने घर चाली जा।”
25वो तत्काल ओको सामने उठीन, आरू जिना पर वो पड़्यो हुता उको उठाड़ीन, यहोवा–भगवान की बढ़ाई करता हुयो आपने घर चाल गया। 26तव सब बीह गया आरू यहोवा–भगवान की बढ़ाई करने लागी आरू घोणा घाबराय कयनो लाग्या, “आज हामु कोसली वात देखी छे!”
ईशु लेवी क बुलायो
(मत्ती 9:9-13; मरकुस 2:13-17)
27ओका बाद ईशु बाहरता गया आरू लेवी नावन एक फाळो लेनेवाळा क फाळान चौकी पर बठ्या देख्या, आरू ओका सी कयो, “मारे पछव होय लेय।” 28तव लेवी सब काय छुड़ीन उठ्या, आरू ओका पछव होय गया।
29तव लेवी ओका घर मा ओका करता एक मोट भोजन दिया; आरू फाळो लेनेवाळा की आरू दिसरा मानसे की ओका साथे रूटा खाने बठ्या हुता, एक मोटी गर्दी होती। 30#लूका 15:1,2इनीये पर फरीसि आरू ओको शास्त्री उना क चेला छे यो कयीन कुरकुर करने लाग्या, “तुमू फाळो लेनेवाळा आरू पापी क साथे काय खाता पीता होय?”
31ईशु उनको जवाब दिया, “वैद्य भले वारू क करता नी, पुन बीमार क करता छाची छे। 32हाव न्यायी क नी, पुन पापी क मन फिरावने क करता बुलावने आश छे।”
उपवास क सवाल
(मत्ती 9:14-17; मरकुस 2:18-22)
33त्या ओका सी कयो, “बपतिस्मा देनेवावो यहुन्ना क चेला तो बराबर उपवास राखता आरू प्रार्थना कर्‍या करता छे, आरू वोसो ही फरीसि क चेला भी, पुन तारा चेला तो खाता पीता छे।”
34ईशु उनछे कयो, “काय तुमू वरात्यान छे, जव तक लाड़ो ओको साथे रये, उपवास कराय सकते होय? 35पुन वो दाहड़ो आवसे जिनमा लाड़ो उनछे अलग कर्‍या जाछे, तव वो उन दाहड़ा मा उपवास करसे।”
36त्यो एक आरू दृष्टान्त भी उनछे कयो: “काही मानुस नोवला लुगड़ा मा छे फाड़ीन मसको छिंदरा मा पैवन्द नी लागता नी तो नवलो फाटी जाछे आरू वो पैवन्द मशका मा मेलमिलाप भी नी खासे। 37आरू काही नवलो अंगुरन रस मसको भरीन राखे नी वोसो मसको फाड़ीन रस वहय जा छे, आरू मसको भी फाट होय जाछे। 38पुन नवलो अंगुरन रस नयी मसको मा भरन जुवे। 39काही मानुस जुनला अंगुरन रस पीन नोवला नी जुवता काहकि वो कयता छे, कि जुनला क वारला छे।”

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