अऊ जे बिहन हर पखनोरिया भुईयां में गिरे रहीस, ओहर ओ मईनसे लागे, जेहर बचन ला सुनथे अऊ तुरतेंच ओला आनंद कर संगे माएन लेथे। बकिन अपन में जएर नई धरे कर चलते, ओहर चटिक समय बर ठहरथे। बकिन जब बचन कर चलते आफेत अऊ सताव आथे, त ओहर तुरतेंच बचन ले दुरिहां होए जाथे।