इसीलिये मैंने ख़ुद को भी इस लाइक़ नहीं समझा के आप के पास आऊं। आप सिर्फ़ ज़बान से कह दें तो मेरा ख़ादिम शिफ़ा पा जायेगा। क्यूंके मैं ख़ुद भी किसी के इख़्तियार में हूं, और सिपाही मेरे इख़्तियार में हैं। जब मैं एक से कहता हूं, ‘जा,’ तो वह चला जाता है; और दूसरे से ‘आ,’ तो वह आ जाता है और किसी ख़ादिम से कुछ करने को कहूं तो वह करता है।”
हुज़ूर ईसा ने ये सुन कर उस पर तअज्जुब किया, और मुड़ कर पीछे आने वाले लोगों से कहा, मैं तुम से कहता हूं, “मैंने इस्राईल में भी इतना बड़ा ईमान नहीं पाया।”