ज थारै मऊँ कोई बडीसारी मचाण बणाबो चावै जणा के बो पेली आपको हिसाब-किताब जो'ड़र आ कोनी देखसी क मेर कनै इनै बणाबा ताँई पिसा-पाई पूरा हीं क कोनी? कदै अंय्यां नइ होज्या बो निम-निम भरके रेहज्या, ज अंय्यां हो जावै तो देखबाळा आ खेर बिकी हसी उडासी। ओ बणाबा तो लागगो पण बिनै पूरो कोनी बणा सक्यो।