“हांऊँ सिर्फ़ च़ेले री तैंईंयैं केल्ही प्रार्थना नी केरदा, पर तिन्हरी तैंईंयैं भी ज़ो इन्हरै वचनै रै ज़रियै मूँ पैंधै बशाह केरलै। कि ते सारै एक होलै, ज़ैण्ढै तुसै ओ बापू, मूँ न सी होर हांऊँ तुसा न, तैण्ढै ते भी आसा न होलै, ज़ुणीन दुनियां रै लोक बशाह केरलै कि तुसै हांऊँ भेज़ू सा।