ए ढोंगड़ा करन्या चोखली सास्तर ह़ीकाड़न्या अने फरीसी पंथवाळा! तमारी जुगु घणी दुख नी वात से! काहाके तमु पुदीना नो, सोप नो अने जीरु नो दसवो वाटो ते भगवान ने आपो, बाखीन मुसा नी लारे लीखली सास्तर नी खास वात ने सोड़ देदा; होव, नीयाव, दया, अने भरहा नी खास वात ने टाळ देदा। तमु दसवो वाटो ते आप्या करजो, पण नीयाव नी, गीण नी, अने भरहा नी खास वात ने बी पाळ्यात करवा जोवे।