जब तुम बर्त राखछा, त कपटिन की नियाती तुमार मुँख उदास नै हो, क्याखिनकि उन अपूनो मुँख इसो यो खिन बना राखनान, ताकि लोग जाण सकून की उनूले बर्त राख रैछ। मैं तुमूनथैं सच्ची कुंछू कि उन अपूनो ईनाम पा चुक ग्यान। लेकिन जब तुम बर्त राखछा मुँख धो और अपून ख्वारा में तेल हाल, ताकि लोग नै पर तेरो परमेश्वर जैस कोई देख नै सकूनो, तैंस बर्त राखून देखिभेरन तैंस उको ईनाम देलो।