Logoja YouVersion
Ikona e kërkimit

मत्ती 22:30

मत्ती 22:30 BAG

काहेकि मरेन म से पुनि जिन्दा होए के बाद कोहू के काज-बिआह न होई, बलकिन ऊँ पंचे स्वरग माहीं परमातिमा के दूतन कि नाईं होइ जइहँय।