ठेरै तांयें कै प्रमात्मां अपणै चुणुरै मणु रा न्याय न करला, जैडा दिन-रात तसेरी माळा जपदै रैहन्दै? कै तियां तांयें तैस देर लाणीआ? अऊँ तूसु सोगी बलदा, तैस जजा झटफट तसेरा न्याय करना। ता जैहणै मणु रै पुत्रा ईणा, ता ऐस धरती पुर कैतनै मणु भूणै जैड़ै मिन्जो पुर विस्वास करदै हिन?”