ओ कई बेले तक तां ना मनला पर अन्त मां विचार करती कर केहले, ‘मैं ना नरीकारा कनु ङरे, ते ना बन्दा ची कहीं परवाह करे। तां वी हा बांढी असतरी मनु सताती रिहे, ऐवास्ते मैं विचा न्यां चुकावी, कङी इसड़े ना हो कि घड़ी घड़ी आती कर अन्त मां माये नाका मां दम करे।’ ”