ईसु तीनुक कह्यु, “तुंद्रा भुरसु नी हवणेन वजे सी, काहाकी मे तुंद्रे सी छाचलीन कह्वो, कदी तुंद्रु भुरसु रायन दाणान बराबर बी रवसे, ती हीना बयड़ा सी कवसु, जां सी सरकीन वां जाती रव, जां सी सरकीन छेटु हय जासे; ने काय बी वात तुंद्रे वाटे नी हवे असी नी रवे।