आमाल 49:7
आमाल 49:7 URDGVH
‘आसमान मेरा तख़्त है और ज़मीन मेरे पाँवों की चौकी, तो फिर तुम मेरे लिए किस क़िस्म का घर बनाओगे? वह जगह कहाँ है जहाँ मैं आराम करूँगा?
‘आसमान मेरा तख़्त है और ज़मीन मेरे पाँवों की चौकी, तो फिर तुम मेरे लिए किस क़िस्म का घर बनाओगे? वह जगह कहाँ है जहाँ मैं आराम करूँगा?