अळी अळीन फळ लावणे करीन मे तुहुंक चुखा करलु छे, जीनु डाळ्या काजे अंगुरेन वेला मां सी काट नाख्या, चे डाळ्या मारेम जुड़ायला नी हय, ने चे आपसात नी फळे। तीने रीते मारेम जुड़ायला नी रहे ती फळ बी नी लावे, ने तुहुं मारेम जुड़ायला रहु ने मे तुंद्रेम जुड़ायलु रवीस।