लूका-प्रेरितों के काम लघु श्रृंखला: लूका १९-२३
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यीशु के जीवन का अंतिम सप्ताह, यरूशलेम में फसह के पर्व के दौरान एक विवादित सप्ताह के रूप में समाप्त हुआ| इस वीडियो में हम लूका १९-२३ अध्यायों को देख कर जानेंगे उन परिस्थितियों को जिनके कारण निर्दोष यीशु को रोम के विरुद्ध एक क्रांतिकारी विद्रोही के रूप में प्राण दंड दिया गया| हम यह भी देखेंगे की इन सब बातों से यीशु चकित नहीं हुआ क्यूंकि उसका विशवास था की उसकी मृत्यु इस्राएल और समस्त मानव-जाति के लिए एक नए भविष्य को लेकर आएगी| https://bibleproject.com/hindi/