भजन संहिता 90:12-15
हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएँ। हे यहोवा, लौट आ! कब तक? और अपने दासों पर तरख खा! भोर को हमें अपनी करुणा से तृप्त कर, कि हम जीवन भर जयजयकार और आनन्द करते रहें। जितने दिन तू हमें दु:ख देता आया, और जितने वर्ष हम क्लेश भोगते आए हैं उतने ही वर्ष हम को आनन्द दे।
भजन संहिता 90:12-15