भजन संहिता 19:1-9

भजन संहिता 19:1-9 - आकाश परमेश्‍वर की महिमा का
वर्णन कर रहा है;
और आकाशमण्डल उसकी हस्तकला को
प्रगट कर रहा है।
दिन से दिन बातें करता है,
और रात को रात ज्ञान सिखाती है।
न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहाँ
उनका शब्द सुनाई नहीं देता है।
उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूँज गया है,
और उनके वचन जगत की छोर तक
पहुँच गए हैं।
उन में उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा
किया है,
जो दुल्हे के समान अपने महल से
निकलता है।
वह शूरवीर के समान अपनी दौड़ दौड़ने में
हर्षित होता है।
वह आकाश के एक सिरे से निकलता है,
और वह उसके दूसरे सिरे तक चक्‍कर
मारता है;
और उसकी गर्मी सबको पहुँचती है।

यहोवा की व्यवस्था खरी है, वह प्राण को
बहाल कर देती है;
यहोवा के नियम विश्‍वासयोग्य हैं,
साधारण लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं;
यहोवा के उपदेश सिद्ध हैं, हृदय को आनन्दित
कर देते हैं;
यहोवा की आज्ञा निर्मल है, वह आँखों में
ज्योति ले आती है;
यहोवा का भय पवित्र है, वह अनन्तकाल
तक स्थिर रहता है;
यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से
धर्ममय हैं।

आकाश परमेश्‍वर की महिमा का वर्णन कर रहा है; और आकाशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है। न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहाँ उनका शब्द सुनाई नहीं देता है। उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूँज गया है, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुँच गए हैं। उन में उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा किया है, जो दुल्हे के समान अपने महल से निकलता है। वह शूरवीर के समान अपनी दौड़ दौड़ने में हर्षित होता है। वह आकाश के एक सिरे से निकलता है, और वह उसके दूसरे सिरे तक चक्‍कर मारता है; और उसकी गर्मी सबको पहुँचती है। यहोवा की व्यवस्था खरी है, वह प्राण को बहाल कर देती है; यहोवा के नियम विश्‍वासयोग्य हैं, साधारण लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं; यहोवा के उपदेश सिद्ध हैं, हृदय को आनन्दित कर देते हैं; यहोवा की आज्ञा निर्मल है, वह आँखों में ज्योति ले आती है; यहोवा का भय पवित्र है, वह अनन्तकाल तक स्थिर रहता है; यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से धर्ममय हैं।

भजन संहिता 19:1-9