फिलिप्पियों 2:3-11

फिलिप्पियों 2:3-11 - विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो, पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपने ही हित की नहीं, वरन् दूसरों के हित की भी चिन्ता करे। जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो;
जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होकर भी
परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में
रखने की वस्तु न समझा।
वरन् अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया,
और दास का स्वरूप धारण किया,
और मनुष्य की समानता में हो गया।
और मनुष्य के रूप में प्रगट होकर अपने
आप को दीन किया,
और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु,
हाँ, क्रूस की मृत्यु भी सह ली।
इस कारण परमेश्‍वर ने उसको अति महान्
भी किया,
और उसको वह नाम दिया जो सब नामों
में श्रेष्‍ठ है,
कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और पृथ्वी
के नीचे हैं,
वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें;
और परमेश्‍वर पिता की महिमा के लिये
हर एक जीभ अंगीकर कर ले कि
यीशु मसीह ही प्रभु है।

विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो, पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपने ही हित की नहीं, वरन् दूसरों के हित की भी चिन्ता करे। जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो; जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होकर भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा। वरन् अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया। और मनुष्य के रूप में प्रगट होकर अपने आप को दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ, क्रूस की मृत्यु भी सह ली। इस कारण परमेश्‍वर ने उसको अति महान् भी किया, और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेष्‍ठ है, कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और पृथ्वी के नीचे हैं, वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें; और परमेश्‍वर पिता की महिमा के लिये हर एक जीभ अंगीकर कर ले कि यीशु मसीह ही प्रभु है।

फिलिप्पियों 2:3-11

YouVersion आपके अनुभव को वैयक्तिकृत करने के लिए कुकीज़ का उपयोग करता है। हमारी वेबसाइट का उपयोग करके, आप हमारी गोपनीयता नीति में वर्णित कुकीज़ के हमारे उपयोग को स्वीकार करते हैं।