हबक्कूक 3:16-19

हबक्कूक 3:16-19 - यह सब सुनते ही मेरा कलेजा काँप उठा,
मेरे ओंठ थरथराने लगे,
मेरी हड्डियाँ सड़ने लगीं, और मैं खड़े
खड़े काँपने लगा।
मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूँगा
जब दल बाँधकर प्रजा चढ़ाई करे।
क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें,
और न दाखलताओं में फल लगें,
जलपाई के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए
और खेतों में अन्न न उपजे,
भेड़शालाओं में भेड़–बकरियाँ न रहें,
और न थानों में गाय बैल हों,
तौभी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और
मगन रहूँगा,
और अपने उद्धारकर्ता परमेश्‍वर के द्वारा
अति प्रसन्न रहूँगा।
यहोवा परमेश्‍वर मेरा बलमूल है,
वह मेरे पाँव हरिणों के समान बना देता है,
वह मुझ को मेरे ऊँचे स्थानों पर चलाता है।
(प्रधान बजानेवालों के लिये मेरे तारवाले बाजों के साथ)

यह सब सुनते ही मेरा कलेजा काँप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे, मेरी हड्डियाँ सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े काँपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूँगा जब दल बाँधकर प्रजा चढ़ाई करे। क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़–बकरियाँ न रहें, और न थानों में गाय बैल हों, तौभी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूँगा, और अपने उद्धारकर्ता परमेश्‍वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूँगा। यहोवा परमेश्‍वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पाँव हरिणों के समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊँचे स्थानों पर चलाता है। (प्रधान बजानेवालों के लिये मेरे तारवाले बाजों के साथ)

हबक्कूक 3:16-19