भजन संहिता 50:7-15

भजन संहिता 50:7-15 पवित्र बाइबल (HERV)

परमेश्वर कहता है, “सुनों मेरे भक्तों! इस्राएल के लोगों, मैं तुम्हारे विरूद्ध साक्षी दूँगा। मैं परमेश्वर हूँ, तुम्हारा परमेश्वर। मुझको तुम्हारी बलियों से शिकायत नहीं। इस्राएल के लोगों, तुम सदा होमबलियाँ मुझे चढ़ाते रहो। तुम मुझे हर दिन अर्पित करो। मैं तेरे घर से कोई बैल नहीं लूँगा। मैं तेरे पशु गृहों से बकरें नहीं लूँगा। मुझे तुम्हारे उन पशुओं की आवश्यकता नहीं। मैं ही तो वन के सभी पशुओं का स्वामी हूँ। हजारों पहाड़ों पर जो पशु विचरते हैं, उन सब का मैं स्वामी हूँ। जिन पक्षियों का बसेरा उच्चतम पहाड़ पर है, उन सब को मैं जानता हूँ। अचलों पर जो भी सचल है वे सब मेरे ही हैं। मैं भूखा नहीं हूँ! यदि मैं भूखा होता, तो भी तुमसे मुझे भोजन नहीं माँगना पड़ता। मैं जगत का स्वामी हूँ और उसका भी हर वस्तु जो इस जगत में है। मैं बैलों का माँस खाया नहीं करता हूँ। बकरों का रक्त नहीं पीता।” सचमुच जिस बलि की परमेश्वर को अपेक्षा है, वह तुम्हारी स्तुति है। तुम्हारी मनौतियाँ उसकी सेवा की हैं। सो परमेश्वर को निज धन्यवाद की भेटें चढ़ाओ। उस सर्वोच्च से जो मनौतियाँ की हैं उसे पूरा करो। “इस्राएल के लोगों, जब तुम पर विपदा पड़े, मेरी प्रार्थना करो, मैं तुम्हें सहारा दूँगा। तब तुम मेरा मान कर सकोगे।”

भजन संहिता 50:7-15 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

“ओ मेरे निज लोगो! सुनो, मैं तुमसे बात करूंगा; ओ इस्राएली प्रजा, मैं तेरे विरुद्ध साक्षी दूंगा। मैं परमेश्‍वर, तेरा परमेश्‍वर हूँ। मैं तेरी भिन्न-भिन्न बलि के लिए तेरी भत्‍र्सना नहीं करता; तेरी अग्‍निबलि तो मेरे समक्ष निरन्‍तर विद्यमान है। अब मैं तेर घर से बैल, और तेरी पशुशाला से बकरे स्‍वीकार नहीं करूंगा। क्‍योंकि वन का प्रत्‍येक प्राणी, हजारों पर्वतों के पशु मेरे ही हैं। आकाश के समस्‍त पक्षियों को मैं जानता हूँ; भूमि का ‘पशु धन’ मेरा ही है। “यदि मैं भूखा होता तो तुझ से नहीं कहता; क्‍योंकि संसार और उसकी परिपूर्णता मेरी ही है। क्‍या मैं बैल का मांस खाता हूँ, और बकरे का रक्‍त पीता हूँ? मुझे-अपने परमेश्‍वर को ‘स्‍तुति बलि’ चढ़ा; और सर्वोच्‍च प्रभु के लिए अपने व्रत पूर्ण कर। संकटकाल में मुझे पुकार। मैं तुझे मुक्‍त करूंगा, और तू मेरी महिमा करेगा।”

भजन संहिता 50:7-15 Hindi Holy Bible (HHBD)

हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूं, और हे इस्राएल, मैं तेरे विषय साक्षी देता हूं। परमेश्वर तेरा परमेश्वर मैं ही हूं। मैं तुझ पर तेरे मेल बलियों के विषय दोष नहीं लगाता, तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं। मैं न तो तेरे घर से बैल न तेरे पशुशालों से बकरे ले लूंगा। क्योंकि वन के सारे जीवजन्तु और हजारों पहाड़ों के जानवर मेरे ही हैं। पहाड़ों के सब पक्षियों को मैं जानता हूं, और मैदान पर चलने फिरने वाले जानवार मेरे ही हैं॥ यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता; क्योंकि जगत और जो कुछ उस में है वह मेरा है। क्या मैं बैल का मांस खाऊं, वा बकरों का लोहू पीऊं? परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर; और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊंगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा॥

भजन संहिता 50:7-15 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

“हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूँ, और हे इस्राएल, मैं तेरे विषय साक्षी देता हूँ। परमेश्‍वर तेरा परमेश्‍वर मैं ही हूँ। मैं तुझ पर तेरे मेलबलियों के विषय में दोष नहीं लगाता, तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं। मैं न तो तेरे घर से बैल न तेरे पशुशाला से बकरे लूँगा। क्योंकि वन के सारे जीव–जन्तु और हज़ारों पहाड़ों के जानवर मेरे ही हैं। पहाड़ों के सब पक्षियों को मैं जानता हूँ, और मैदान पर चलने फिरनेवाले जानवर मेरे ही हैं। “यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता; क्योंकि जगत् और जो कुछ उस में है वह मेरा है। क्या मैं बैल का मांस खाऊँ, या बकरों का लहू पीऊँ? परमेश्‍वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर; और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊँगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा।”

भजन संहिता 50:7-15 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

“हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूँ, और हे इस्राएल, मैं तेरे विषय साक्षी देता हूँ। परमेश्वर तेरा परमेश्वर मैं ही हूँ। मैं तुझ पर तेरे बलियों के विषय दोष नहीं लगाता, तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं। मैं न तो तेरे घर से बैल न तेरे पशुशाला से बकरे लूँगा। क्योंकि वन के सारे जीव-जन्तु और हजारों पहाड़ों के जानवर मेरे ही हैं। पहाड़ों के सब पक्षियों को मैं जानता हूँ, और मैदान पर चलने-फिरनेवाले जानवर मेरे ही हैं। “यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता; क्योंकि जगत और जो कुछ उसमें है वह मेरा है। (प्रेरि. 17:25, 1 कुरि. 10:26) क्या मैं बैल का माँस खाऊँ, या बकरों का लहू पीऊँ? परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर; (इब्रा. 13:15, सभो. 5:4,5) और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊँगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा।”

भजन संहिता 50:7-15 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

“मेरी प्रजा, मेरी सुनो, मैं कुछ कह रहा हूं; इस्राएल, मैं तुम्हारे विरुद्ध साक्ष्य दे रहा हूं, परमेश्वर मैं हूं, तुम्हारा परमेश्वर. तुम्हारी बलियों के कारण मैं तुम्हें डांट नहीं रहा और न मैं तुम्हारी अग्निबलियों की आलोचना कर रहा हूं, जो नित मुझे अर्पित की जा रही हैं. मुझे न तो तुम्हारे पशुशाले से बैल की आवश्यकता है और न ही तुम्हारे झुंड से किसी बकरे की, क्योंकि हर एक वन्य पशु मेरा है, वैसे ही हजारों पहाड़ियों पर चर रहे पशु भी मेरे ही हैं. पर्वतों में बसे समस्त पक्षियों को मैं जानता हूं, मैदान में चलते फिरते सब प्राणी भी मेरे ही हैं. तब यदि मैं भूखा होता तो तुमसे नहीं कहता, क्योंकि समस्त संसार तथा इसमें मगन सभी वस्तुएं मेरी ही हैं. क्या बैलों का मांस मेरा आहार है और बकरों का रक्त मेरा पेय? “परमेश्वर को धन्यवाद का बलि अर्पित करो, सर्वोच्च परमेश्वर के लिए अपनी प्रतिज्ञा पूर्ण करो, तब संकट काल में मुझे पुकारो; तो मैं तुम्हारा उद्धार करूंगा और तुम मुझे सम्मान दोगे.”