भजन संहिता 34:17-22
भजन संहिता 34:17-22 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
धर्मी दोहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उनको सब विपत्तियों से छुड़ाता है। यहोवा टूटे मनवालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है। धर्मी पर बहुत सी विपत्तियाँ पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सबसे मुक्त करता है। वह उसकी हड्डी हड्डी की रक्षा करता है; और उनमें से एक भी टूटने नहीं पाती। दुष्ट अपनी बुराई के द्वारा मारा जाएगा; और धर्मी के बैरी दोषी ठहरेंगे। यहोवा अपने दासों का प्राण मोल लेकर बचा लेता है; और जितने उसके शरणागत हैं उन में से कोई भी दोषी न ठहरेगा।
भजन संहिता 34:17-22 पवित्र बाइबल (HERV)
यहोवा से विनती करो, वह तुम्हारी सुनेगा। वह तुम्हें तुम्हारी सब विपत्तियों से बचा लेगा। लोगों को विपत्तियाँ आ सकती है और वे अभिमानी होना छोड़ते हैं। यहोवा उन लोगों के निकट रहता है। जिनके टूटे मन हैं उनको वह बचा लेगा। सम्भव है सज्जन भी विपत्तियों में घिर जाए। किन्तु यहोवा उन सज्जनों की उनकी हर समस्या से रक्षा करेगा। यहोवा उनकी सब हड्डियों की रक्षा करेगा। उनकी एक भी हड्डी नहीं टूटेगी। किन्तु दुष्ट की दुष्टता उनको ले डूबेगी। सज्जन के विरोधी नष्ट हो जायेंगे। यहोवा अपने हर दास की आत्मा बचाता है। जो लोग उस पर निर्भर रहते हैं, वह उन लोगों को नष्ट नहीं होने देगा।
भजन संहिता 34:17-22 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जब धार्मिक मनुष्य दुहाई देते हैं तब प्रभु सुनता है; वह उनके संकट से उन्हें बचाता है। प्रभु पश्चात्ताप करने वाले हृदय के निकट है; वह विदीर्ण आत्मा का उद्धार करता है। धार्मिक मनुष्य के दु:ख अनेक हैं; तोभी प्रभु उन सब से उसे मुक्त करता है। वह उसकी समस्त अस्थियों को सुरक्षित रखता है; उनमें से एक भी नहीं टूटेगी। बुराई दुर्जन को नष्ट करेगी; जो लोग धार्मिक मनुष्य से घृणा करते हैं, वे दोषी ठहरेंगे। प्रभु अपने सेवकों की आत्मा का उद्धार करता है; जो मनुष्य उसकी शरण में आते हैं, वे दोषी नहीं ठहरेंगे।
भजन संहिता 34:17-22 Hindi Holy Bible (HHBD)
धर्मी दोहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उन को सब विपत्तियों से छुड़ाता है। यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है॥ धर्मी पर बहुत सी विपत्तियां पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सब से मुक्त करता है। वह उसकी हड्डी हड्डी की रक्षा करता है; और उन में से एक भी टूटने नहीं पाती। दुष्ट अपनी बुराई के द्वारा मारा जाएगा; और धर्मी के बैरी दोषी ठहरेंगे। यहोवा अपने दासों का प्राण मोल लेकर बचा लेता है; और जितने उसके शरणागत हैं उन में से कोई भी दोषी न ठहरेगा॥
भजन संहिता 34:17-22 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
धर्मी दुहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उनको सब विपत्तियों से छुड़ाता है। यहोवा टूटे मनवालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है। धर्मी पर बहुत सी विपत्तियाँ पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सबसे मुक्त करता है। (नीति. 24:16, 2 तीमु. 3:11) वह उसकी हड्डी-हड्डी की रक्षा करता है; और उनमें से एक भी टूटने नहीं पाता। (यूह. 19:36) दुष्ट अपनी बुराई के द्वारा मारा जाएगा; और धर्मी के बैरी दोषी ठहरेंगे। यहोवा अपने दासों का प्राण मोल लेकर बचा लेता है; और जितने उसके शरणागत हैं उनमें से कोई भी दोषी न ठहरेगा।
भजन संहिता 34:17-22 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
धर्मी की पुकार को याहवेह अवश्य सुनते हैं; वह उन्हें उनके संकट से छुड़ाते हैं. याहवेह टूटे हृदय के निकट होते हैं, वह उन्हें छुड़ा लेते हैं, जो आत्मा में पीसे हुए है. यह संभव है कि धर्मी पर अनेक-अनेक विपत्तियां आ पड़ें, किंतु याहवेह उसे उन सभी से बचा लेते हैं; वह उसकी हर एक हड्डी को सुरक्षित रखते हैं, उनमें से एक भी नहीं टूटती. दुष्टता ही दुष्ट की मृत्यु का कारण होती है; धर्मी के शत्रु दंडित किए जाएंगे. याहवेह अपने सेवकों को छुड़ा लेते हैं; जो कोई उनमें आश्रय लेता है, वह दोषी घोषित नहीं किया जाएगा.