भजन संहिता 17:8-10
भजन संहिता 17:8-10 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
अपनी आँखों की पुतली के समान सुरक्षित रख; अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख, उन दुष्टों से जो मुझ पर अत्याचार करते हैं, मेरे प्राण के शत्रुओं से जो मुझे घेरे हुए हैं। उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुँह से घमंड की बातें निकलती हैं।
भजन संहिता 17:8-10 पवित्र बाइबल (HERV)
मेरी रक्षा तू निज आँख की पुतली समान कर। मुझको अपने पंखों की छाया तले तू छुपा ले। हे यहोवा, मेरी रक्षा उन दुष्ट जनों से कर जो मुझे नष्ट करने का यत्न कर रहे हैं। वे मुझे घेरे हैं और मुझे हानि पहुँचाने को प्रयत्नशील हैं। दुष्ट जन अभिमान के कारण परमेश्वर की बात पर कान नहीं लगाते हैं। ये अपनी ही ढींग हाँकते रहते हैं।
भजन संहिता 17:8-10 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
आंख की पुतली जैसे मुझे संभाल, अपने पंखों की छाया में मुझे छिपा; उन दुर्जनों से, जो मुझे लूटते हैं, मेरे प्राणघातक शत्रुओं से, जो मुझे घेरते हैं। उन्होंने अपना हृदय पत्थर बना लिया है, वे अपने मुंह से धृष्ट वचन निकालते हैं।
भजन संहिता 17:8-10 Hindi Holy Bible (HHBD)
अपने आंखो की पुतली की नाईं सुरक्षित रख; अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख, उन दुष्टों से जो मुझ पर अत्याचार करते हैं, मेरे प्राण के शत्रुओं से जो मुझे घेरे हुए हैं॥ उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुंह से घमंड की बातें निकलती हैं।
भजन संहिता 17:8-10 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
अपनी आँखों की पुतली के समान सुरक्षित रख; अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख, उन दुष्टों से जो मुझ पर अत्याचार करते हैं, मेरे प्राण के शत्रुओं से जो मुझे घेरे हुए हैं। उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुँह से घमण्ड की बातें निकलती हैं।