भजन संहिता 116:1-19

भजन संहिता 116:1-19 पवित्र बाइबल (HERV)

जब यहोवा मेरी प्रार्थनाएँ सुनता है यह मुझे भाता है। जब मै सहायता पाने उसको पुकारता हूँ वह मेरी सुनता है: यह मुझे भाता है। मैं लगभग मर चुका था। मेरे चारों तरफ मौत के रस्से बंध चुके थे। कब्र मुझको निगल रही थी। मैं भयभीत था और मैं चिंतित था। तब मैंने यहोवा के नाम को पुकारा, मैंने कहा, “यहोवा, मुझको बचा ले।” यहोवा खरा है और दयापूर्ण है। परमेश्वर करूणापूर्ण है। यहोवा असहाय लोगों की सुध लेता है। मैं असहाय था और यहोवा ने मुझे बचाया। हे मेरे प्राण, शांत रह। यहोवा तेरी सुधि रखता है। हे परमेश्वर, तूने मेरे प्राण मृत्यु से बचाये। मेरे आँसुओं को तूने रोका और गिरने से मुझको तूने थाम लिया। जीवितों की धरती में मैं यहोवा की सेवा करता रहूँगा। यहाँ तक मैंने विश्वास बनाये रखा जब मैंने कह दिया था, “मैं बर्बाद हो गया!” मैंने यहाँ तक विश्वास सम्भाले रखा जब कि मैं भयभीत था और मैंने कहा, “सभी लोग झूठे हैं!” मैं भला यहोवा को क्या अर्पित कर सकता हूँ मेरे पास जो कुछ है वह सब यहोवा का दिया है! मैं उसे पेय भेंट दूँगा क्योंकि उसने मुझे बचाया है। मैं यहोवा के नाम को पुकारूँगा। जो कुछ मन्नतें मैंने मागी हैं वे सभी मैं यहोवा को अर्पित करूँगा, और उसके सभी भक्तों के सामने अब जाऊँगा। किसी एक की भी मृत्यु जो यहोवा का अनुयायी है, यहोवा के लिये अति महत्वपूर्ण है। हे यहोवा, मैं तो तेरा एक सेवक हूँ! मैं तेरा सेवक हूँ। मैं तेरी किसी एक दासी का सन्तान हूँ। यहोवा, तूने ही मुझको मेरे बंधनों से मुक्त किया! मैं तुझको धन्यवाद बलि अर्पित करूँगा। मैं यहोवा के नाम को पुकारूँगा। मैं यहोवा को जो कुछ भी मन्नतें मानी है वे सभी अर्पित करूँगा, और उसके सभी भक्तों के सामने अब जाऊँगा। मैं मन्दिर में जाऊँगा जो यरूशलेम में है।

भजन संहिता 116:1-19 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

मैं प्रभु से प्रेम करता हूं, क्‍योंकि उसने मेरी वाणी और विनती सुनी है। उसने मेरी ओर ध्‍यान दिया है, अत: मैं अपने जीवन-भर उसको ही पुकारूंगा। मृत्‍यु के पाश ने मुझे लपेटा था; मृतक-लोक के फन्‍दों ने मुझे फंसा लिया था; मुझे संकट और शोक सहना पड़ा। तब मैंने प्रभु को उसके नाम से पुकारा, ‘हे प्रभु, तू मेरे प्राण को छुड़ा।’ प्रभु कृपालु और धर्ममय है; हमारा परमेश्‍वर दयालु है। प्रभु भोले मनुष्‍यों की रक्षा करता है; मैं दुर्दशा में था, उसने मुझे बचाया। ओ मेरे प्राण, अपने नीड़ को लौट आ; क्‍योंकि प्रभु ने मेरा उपकार किया है। तूने मेरे प्राण को मृत्‍यु से, मेरी आंखों को आंसुओं से, मेरे पैरों को गिरने से बचाया। मैं जीव-लोक में प्रभु के समक्ष चलता हूं। मैंने तब भी विश्‍वास किया था, जब मैंने यह सोचा था कि मैं अत्‍यन्‍त पीड़ित हूं; मैं भयाकुल हो यह कहा था, ‘सब मनुष्‍य झूठे हैं।’ जो उपकार प्रभु ने मुझ पर किए हैं, उनका बदला किस प्रकार दूं? मैं उद्धार का पात्र उठाकर प्रभु के नाम से आराधना करूंगा; प्रभु के लोगों के सम्‍मुख मैं प्रभु के प्रति अपनी समस्‍त मन्नतें पूरी करूंगा। प्रभु के संतों की मृत्‍यु प्रभु की दृष्‍टि में मूल्‍यवान है। हे प्रभु, मैं तेरा सेवक हूं मैं तेरा सेवक, तेरी सेविका की संतति हूं। तूने मेरे बंधन खोल दिए हैं। मैं तुझको स्‍तुति-बलि चढ़ाऊंगा, और प्रभु, तेरे नाम से आराधना करूंगा। प्रभु की प्रजा के समक्ष, प्रभु के घर के आंगन में, ओ यरूशलेम, तेरे मध्‍य मैं प्रभु के प्रति अपनी समस्‍त मन्नतें पूरी करूंगा। प्रभु की स्‍तुति करो!

भजन संहिता 116:1-19 Hindi Holy Bible (HHBD)

मैं प्रेम रखता हूं, इसलिये कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है। उसने जो मेरी ओर कान लगाया है, इसलिये मैं जीवन भर उसको पुकारा करूंगा। मृत्यु की रस्सियां मेरे चारोंओर थीं; मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था; मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा। तब मैं ने यहोवा से प्रार्थना की, कि हे यहोवा बिनती सुन कर मेरे प्राण को बचा ले! यहोवा अनुग्रहकारी और धर्मी है; और हमारा परमेश्वर दया करने वाला है। यहोवा भोलों की रक्षा करता है; जब मैं बलहीन हो गया था, उसने मेरा उद्धार किया। हे मेरे प्राण तू अपने विश्राम स्थान में लौट आ; क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है॥ तू ने तो मेरे प्राण को मृत्यु से, मेरी आंख को आंसू बहाने से, और मेरे पांव को ठोकर खाने से बचाया है। मैं जीवित रहते हुए, अपने को यहोवा के साम्हने जान कर नित चलता रहूंगा। मैं ने जो ऐसा कहा है, इसे विश्वास की कसौटी पर कस कर कहा है, कि मैं तो बहुत ही दु:खित हुआ; मैं ने उतावली से कहा, कि सब मनुष्य झूठे हैं॥ यहोवा ने मेरे जितने उपकार किए हैं, उनका बदला मैं उसको क्या दूं? मैं उद्धार का कटोरा उठा कर, यहोवा से प्रार्थना करूंगा, मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें सभों की दृष्टि में प्रगट रूप में उसकी सारी प्रजा के साम्हने पूरी करूंगा। यहोवा के भक्तों की मृत्यु, उसकी दृष्टि में अनमोल है। हे यहोवा, सुन, मैं तो तेरा दास हूं; मैं तेरा दास, और तेरी दासी का पुत्र हूं। तू ने मेरे बन्धन खोल दिए हैं। मैं तुझ को धन्यवाद बलि चढ़ाऊंगा, और यहोवा से प्रार्थना करूंगा। मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें, प्रगट में उसकी सारी प्रजा के साम्हने यहोवा के भवन के आंगनों में, हे यरूशलेम, तेरे भीतर पूरी करूंगा। याह की स्तुति करो!

भजन संहिता 116:1-19 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

मैं प्रेम रखता हूँ, इसलिये कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है। उसने जो मेरी ओर कान लगाया है, इसलिये मैं जीवन भर उसको पुकारा करूँगा। मृत्यु की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं; मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था; मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा। तब मैं ने यहोवा से प्रार्थना की, “हे यहोवा, विनती सुनकर मेरे प्राण को बचा ले!” यहोवा अनुग्रहकारी और धर्मी है; और हमारा परमेश्‍वर दया करनेवाला है। यहोवा भोलों की रक्षा करता है; जब मैं बलहीन हो गया था, उसने मेरा उद्धार किया। हे मेरे प्राण, तू अपने विश्रामस्थान में लौट आ; क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है। तू ने तो मेरे प्राण को मृत्यु से, मेरी आँख को आँसू बहाने से, और मेरे पाँव को ठोकर खाने से बचाया है। मैं जीवित रहते हुए, अपने को यहोवा के सामने जानकर नित चलता रहूँगा। मैं ने जो ऐसा कहा है, इसे विश्‍वास की कसौटी पर कस कर कहा है, “मैं तो बहुत ही दु:खित हूँ;” मैं ने उतावली से कहा, “सब मनुष्य झूठे हैं।” यहोवा ने मेरे जितने उपकार किए हैं, उनका बदला मैं उसको क्या दूँ? मैं उद्धार का कटोरा उठाकर, यहोवा से प्रार्थना करूँगा, मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें सभों की दृष्‍टि में प्रगट रूप में उसकी सारी प्रजा के सामने पूरी करूँगा। यहोवा के भक्‍तों की मृत्यु, उसकी दृष्‍टि में अनमोल है। हे यहोवा, सुन, मैं तो तेरा दास हूँ; मैं तेरा दास, और तेरी दासी का पुत्र हूँ। तू ने मेरे बन्धन खोल दिए हैं। मैं तुझ को धन्यवादबलि चढ़ाऊँगा, और यहोवा से प्रार्थना करूँगा। मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें, प्रगट में उसकी सारी प्रजा के सामने यहोवा के भवन के आँगनों में, हे यरूशलेम, तेरे भीतर पूरी करूँगा। याह की स्तुति करो!

भजन संहिता 116:1-19 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

मैं प्रेम रखता हूँ, इसलिए कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है। उसने जो मेरी ओर कान लगाया है, इसलिए मैं जीवन भर उसको पुकारा करूँगा। मृत्यु की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं; मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था; मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा। (भज. 18:4,5) तब मैंने यहोवा से प्रार्थना की, “हे यहोवा, विनती सुनकर मेरे प्राण को बचा ले!” यहोवा करुणामय और धर्मी है; और हमारा परमेश्वर दया करनेवाला है। यहोवा भोलों की रक्षा करता है; जब मैं बलहीन हो गया था, उसने मेरा उद्धार किया। हे मेरे प्राण, तू अपने विश्रामस्थान में लौट आ; क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है। तूने तो मेरे प्राण को मृत्यु से, मेरी आँख को आँसू बहाने से, और मेरे पाँव को ठोकर खाने से बचाया है। मैं जीवित रहते हुए, अपने को यहोवा के सामने जानकर नित चलता रहूँगा। मैंने जो ऐसा कहा है, इसे विश्वास की कसौटी पर कसकर कहा है, “मैं तो बहुत ही दुःखित हूँ;” (2 कुरि. 4:13) मैंने उतावली से कहा, “सब मनुष्य झूठें हैं।” (रोम. 3:4) यहोवा ने मेरे जितने उपकार किए हैं, उनके बदले मैं उसको क्या दूँ? मैं उद्धार का कटोरा उठाकर, यहोवा से प्रार्थना करूँगा, मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें, सभी की दृष्टि में प्रगट रूप में, उसकी सारी प्रजा के सामने पूरी करूँगा। यहोवा के भक्तों की मृत्यु, उसकी दृष्टि में अनमोल है। हे यहोवा, सुन, मैं तो तेरा दास हूँ; मैं तेरा दास, और तेरी दासी का पुत्र हूँ। तूने मेरे बन्धन खोल दिए हैं। मैं तुझको धन्यवाद-बलि चढ़ाऊँगा, और यहोवा से प्रार्थना करूँगा। मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें, प्रगट में उसकी सारी प्रजा के सामने यहोवा के भवन के आँगनों में, हे यरूशलेम, तेरे भीतर पूरी करूँगा। यहोवा की स्तुति करो!

भजन संहिता 116:1-19 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

मुझे याहवेह से प्रेम है, क्योंकि उन्होंने मेरी पुकार सुन ली; उन्होंने मेरी प्रार्थना सुन ली. इसलिये कि उन्होंने मेरी पुकार सुन ली, मैं आजीवन उन्हें ही पुकारता रहूंगा. मृत्यु के डोर मुझे कसे जा रहे थे, अधोलोक की वेदना से मैं भयभीत हो चुका था; भय और संकट में मैं पूर्णतः डूब चुका था. इस स्थिति में मैंने याहवेह के नाम को पुकारा: “याहवेह, मेरा अनुरोध है, मुझे बचाइए!” याहवेह उदार एवं धर्ममय हैं; हां, हमारे परमेश्वर करुणानिधान हैं. याहवेह भोले लोगों की रक्षा करते हैं; मेरी विषम परिस्थिति में उन्होंने मेरा उद्धार किया. ओ मेरे प्राण, लौट आ अपने विश्राम स्थान पर, क्योंकि याहवेह ने तुझ पर उपकार किया है. याहवेह, आपने मेरे प्राण को मृत्यु से मुक्त किया है, मेरे आंखों को अश्रुओं से, तथा मेरे पांवों को लड़खड़ाने से सुरक्षित रखा है, कि मैं जीवितों के लोक में याहवेह के साथ चल फिर सकूं. उस स्थिति में भी, जब मैं यह कह रहा था, “असह्य है मेरी पीड़ा” विश्वास मुझमें बना था; अपनी खलबली में मैंने यह कह दिया था, “सभी मनुष्य झूठ बोलनेवाले हैं.” याहवेह के इन समस्त उपकारों का प्रतिफल मैं उन्हें कैसे दे सकूंगा? मैं उद्धार का प्याला ऊंचा उठाऊंगा और याहवेह की महिमा का गुणगान करूंगा. याहवेह की प्रजा के सामने मैं याहवेह से की गई अपनी प्रतिज्ञाएं पूर्ण करूंगा. याहवेह की दृष्टि में उनके भक्तों की मृत्यु मूल्यवान होती है. याहवेह, निःसंदेह, मैं आपका सेवक हूं; आपका सेवक, आपकी सेविका का पुत्र. आपने मुझे मेरे बंधनों से छुड़ा दिया है. मैं आपको आभार-बलि अर्पित करूंगा, मैं याहवेह की वंदना करूंगा. मैं याहवेह से की गई अपनी प्रतिज्ञाएं उनकी संपूर्ण प्रजा के सामने पूर्ण करूंगा. येरूशलेम, तुम्हारे मध्य, याहवेह के भवन के आंगनों में पूर्ण करूंगा.