नीतिवचन 26:20-22
नीतिवचन 26:20-22 पवित्र बाइबल (HERV)
जैसे इन्धन बिना आग बुझ जाती है वैसे ही कानाफूसी बिना झगड़े मिट जाते हैं। कोयला अंगारों को और आग की लपट को लकड़ी जैसे भड़काती है, वैसे ही झगड़ीलू झगड़ों को भड़काता। जन प्रवाद भोजन से स्वादिष्ट लगते हैं। वे मनुष्य के भीतर उतरते चले जाते हैं।
नीतिवचन 26:20-22 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जैसे लकड़ी न होने से आग बुझ जाती है, वैसे ही कानाफूसी करनेवाले के न होने से झगड़ा शान्त हो जाता है। जैसे अंगारों में कोयला, और आग में लकड़ी होती है वैसे ही झगड़ालू आदमी होता है जो झगड़े में घी का काम करता है। कानाफूसी करनेवाले की बातें कानों को प्रिय लगती हैं, वे सीधे मन में उतर जाती हैं, स्वादिष्ट भोजन के समान हजम हो जाती हैं।
नीतिवचन 26:20-22 Hindi Holy Bible (HHBD)
जैसे लकड़ी न होने से आग बुझती है, उसी प्रकार जहां कानाफूसी करने वाला नहीं वहां झगड़ा मिट जाता है। जैसा अंगारों में कोयला और आग में लकड़ी होती है, वैसा ही झगड़े के बढ़ाने के लिये झगडालू होता है। कानाफूसी करने वाले के वचन, स्वादिष्ट भोजन के समान भीतर उतर जाते हैं।
नीतिवचन 26:20-22 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
जैसे लकड़ी न होने से आग बुझती है, उसी प्रकार जहाँ कानाफूसी करनेवाला नहीं, वहाँ झगड़ा मिट जाता है। जैसा अंगारों में कोयला और आग में लकड़ी होती है, वैसा ही झगड़ा बढ़ाने के लिये झगड़ालू होता है। कानाफूसी करनेवाले के वचन, स्वादिष्ट भोजन के समान भीतर उतर जाते हैं।
नीतिवचन 26:20-22 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
जैसे लकड़ी न होने से आग बुझती है, उसी प्रकार जहाँ कानाफूसी करनेवाला नहीं, वहाँ झगड़ा मिट जाता है। जैसा अंगारों में कोयला और आग में लकड़ी होती है, वैसा ही झगड़ा बढ़ाने के लिये झगड़ालू होता है। कानाफूसी करनेवाले के वचन, स्वादिष्ट भोजन के समान भीतर उतर जाते हैं।
नीतिवचन 26:20-22 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
लकड़ी समाप्त होते ही आग बुझ जाती है; वैसे ही जहां कानाफूसी नहीं की जाती, वहां कलह भी नहीं होता. जैसे प्रज्वलित अंगारों के लिए कोयला और अग्नि के लिए लकड़ी, वैसे ही कलह उत्पन्न करने के लिए होता है विवादी प्रवृत्ति का व्यक्ति. फुसफुसाहट में उच्चारे गए शब्द स्वादिष्ट भोजन-समान होते हैं; ये शब्द मनुष्य के पेट में समा जाते हैं.