नीतिवचन 26:2
नीतिवचन 26:2 पवित्र बाइबल (HERV)
यदि तूने किसी का कुछ भी बिगाड़ा नहीं और तुझको वह शाप दे, तो वह शाप व्यर्थ ही रहेगा। उसका शाप पूर्ण वचन तेरे ऊपर से यूँ उड़ निकल जायेगा जैसे चंचल चिड़िया जो टिककर नहीं बैठती।
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नीतिवचन 26 पढ़िएनीतिवचन 26:2 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जैसे गौरैया और सूपावेनी आकाश में उड़ते समय नहीं ठहरतीं, वैसे ही अकारण दिया गया शाप भी मनुष्य पर नहीं ठहरता।
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नीतिवचन 26 पढ़िएनीतिवचन 26:2 Hindi Holy Bible (HHBD)
जैसे गौरिया घूमते घूमते और सूपाबेनी उड़ते-उड़ते नहीं बैठती, वैसे ही व्यर्थ शाप नहीं पड़ता।
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नीतिवचन 26 पढ़िएनीतिवचन 26:2 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
जैसे गौरैया घूमते–घूमते और सूपाबेनी उड़ते– उड़ते नहीं बैठती, वैसे ही व्यर्थ शाप नहीं पड़ता।
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