नीतिवचन 11:3-5
नीतिवचन 11:3-5 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
सीधे लोग अपनी खराई से अगुवाई पाते हैं, परन्तु विश्वासघाती अपने कपट से नष्ट होते हैं। कोप के दिन धन से तो कुछ लाभ नहीं होता, परन्तु धर्म मृत्यु से भी बचाता है। खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है, परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है।
नीतिवचन 11:3-5 पवित्र बाइबल (HERV)
नेकों की नेकी उनकी अगुवाई करती है, किन्तु दुष्टों को दुष्टता ही ले डूबेगी। कोप के दिन धन व्यर्थ रहता, काम नहीं आता है; किन्तु तब नेकी लोगों को मृत्यु से बचाती है। नेकी निर्दोषों के हेतु मार्ग सरल—सीधा बनाती है, किन्तु दुष्ट जन को उसकी अपनी ही दुष्टता धूलें चटा देती।
नीतिवचन 11:3-5 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
निष्कपट मनुष्य का मार्गदर्शन उसकी निष्कपटता करती है; परन्तु कपटी व्यक्ति अपने कपट के कारण स्वयं नष्ट हो जाता है। मृत्यु के दिन धन किसी काम नहीं आता, किन्तु मनुष्य की धार्मिकता उसको मृत्यु से बचाती है! निर्दोष मनुष्य अपनी धार्मिकता के कारण अपने जीवनमार्ग में सीधा चलता है। किन्तु दुर्जन की दुर्जनता के कारण उसका पतन हो जाता है।
नीतिवचन 11:3-5 Hindi Holy Bible (HHBD)
सीधे लोग अपनी खराई से अगुवाई पाते हैं, परन्तु विश्वासघाती अपने कपट से विनाश होते हैं। कोप के दिन धन से तो कुछ लाभ नहीं होता, परन्तु धर्म मृत्यु से भी बचाता है। खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है, परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है।
नीतिवचन 11:3-5 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
सीधे लोग अपनी खराई से अगुआई पाते हैं, परन्तु विश्वासघाती अपने कपट से नाश होते हैं। कोप के दिन धन से तो कुछ लाभ नहीं होता, परन्तु धर्म मृत्यु से भी बचाता है। खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है, परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है।
नीतिवचन 11:3-5 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
ईमानदार की सत्यनिष्ठा उनका मार्गदर्शन करती है, किंतु विश्वासघाती व्यक्ति की कुटिलता उसके विनाश का कारक होती है. प्रकोप के दिन में धन-संपत्ति निरर्थक सिद्ध होती है, मात्र धार्मिकता मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करती है. निर्दोष की धार्मिकता ही उसके मार्ग को सीधा बना देती है, किंतु दुष्ट अपनी ही दुष्टता के कारण नाश में जा पड़ता है.