फिलिप्पियों 2:3-5
फिलिप्पियों 2:3-5 पवित्र बाइबल (HERV)
ईर्ष्या और बेकार के अहंकार से कुछ मत करो। बल्कि नम्र बनो तथा दूसरों को अपने से उत्तम समझो। तुममें से हर एक को चाहिए कि केवल अपना ही नहीं, बल्कि दूसरों के हित का भी ध्यान रखे। अपना चिंतन ठीक वैसा ही रखो जैसा मसीह यीशु का था।
फिलिप्पियों 2:3-5 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
आप दलबन्दी तथा मिथ्याभिमान से दूर रहें। हर व्यक्ति नम्रतापूर्वक दूसरों को अपने से श्रेष्ठ समझे। कोई भी केवल अपने हित का नहीं, बल्कि दूसरों के हित का भी ध्यान रखे। आप लोग अपने मनोभावों को येशु मसीह के मनोभावों के अनुसार बना लें
फिलिप्पियों 2:3-5 Hindi Holy Bible (HHBD)
विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपनी ही हित की नहीं, वरन दूसरों की हित की भी चिन्ता करे। जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो।
फिलिप्पियों 2:3-5 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो, पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपने ही हित की नहीं, वरन् दूसरों के हित की भी चिन्ता करे। जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो
फिलिप्पियों 2:3-5 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
स्वार्थ या मिथ्यागर्व के लिये कुछ न करो, पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपने ही हित की नहीं, वरन् दूसरों के हित की भी चिन्ता करे। जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो