नहेम्‍याह 11:1-36

नहेम्‍याह 11:1-36 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएँ; और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें। जिन्होंने अपनी ही इच्छा से यरूशलेम में वास करना चाहा उन सभों को लोगों ने आशीर्वाद दिया। उस प्रान्त के मुख्य मुख्य पुरुष जो यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैं; परन्तु यहूदा के नगरों में एक एक मनुष्य अपनी निज भूमि में रहता था; अर्थात् इस्राएली, याजक, लेवीय, नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान। यरूशलेम में तो कुछ यहूदी और बिन्यामीनी रहते थे। यहूदियों में से तो येरेस के वंश का अतायाह जो उज्जिय्याह का पुत्र था, यह जकर्याह का पुत्र, यह अमर्याह का पुत्र, यह शपत्याह का पुत्र, यह महललेल का पुत्र था। मासेयाह जो बारूक का पुत्र था, यह कोलहोजे का पुत्र, यह हजायाह का पुत्र, यह अदायाह का पुत्र, यह योयारीब का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र और यह शीलोई का पुत्र था। पेरेस के वंश के जो यरूशलेम में रहते थे, वह सब मिलाकर चार सौ अड़सठ शूरवीर थे। बिन्यामीनियों में से सल्‍लू जो मशुल्‍लाम का पुत्र था, यह योएद का पुत्र, यह पदायाह का पुत्र, यह कोलायाह का पुत्र, यह मासेयाह का पुत्र, यह इतीएह का पुत्र, यह यशायाह का पुत्र था। उसके बाद गब्बै सल्‍लै जिनके साथ नौ सौ अट्ठाईस पुरुष थे। इनका प्रधान जिक्री का पुत्र योएल था, और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था। फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन, और सरायाह जो परमेश्‍वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था, यह मशुल्‍लाम का पुत्र, यह सादोक का पुत्र, यह मरायोत का पुत्र, यह अहीतूब का पुत्र था, इनके आठ सौ बाईस भाई जो उस भवन का काम करते थे; और अदायाह, जो यरोहाम का पुत्र था, यह पलल्याह का पुत्र, यह अम्सी का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, यह पशहूर का पुत्र, यह मल्किय्याह का पुत्र था, इसके दो सौ बयालीस भाई जो पितरों के घरानों के प्रधान थे; और अमशै जो अजरेल का पुत्र था, यह अहजै का पुत्र, यह मशिल्‍लेमोत का पुत्र, यह इम्मेर का पुत्र था, इनके एक सौ अट्ठाईस शूरवीर भाई थे और इनका प्रधान हग्गदोलीम का पुत्र जब्दीएल था। फिर लेवियों में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था, यह अज्रीकाम का पुत्र, यह हुशब्याह का पुत्र, यह बुन्नी का पुत्र था। शब्बत और योजाबाद मुख्य लेवियों में से परमेश्‍वर के भवन के बाहरी काम पर ठहरे थे। मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता, और आसाप का परपोता था; वह प्रार्थना में धन्यवाद करनेवालों का मुखिया था, और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था; और अब्दा जो शम्मू का पुत्र, और गालाल का पोता, और यदूतून का परपोता था। जो लेवीय पवित्र नगर में रहते थे, वह सब मिलाकर दो सौ चौरासी थे। अक्‍कूब और तल्मोन नामक द्वारपाल और उनके भाई जो फाटकों के रखवाले थे, एक सौ बहत्तर थे। शेष इस्राएली याजक और लेवीय, यहूदा के सब नगरों में अपने अपने भाग पर रहते थे। नतीन लोग ओपेल में रहते; और नतिनों के ऊपर सीहा, और गिश्पा ठहराए गए थे। जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्‍वर के भवन के काम में लगे रहते थे, उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था, जो बानी का पुत्र था, यह हशब्याह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था। क्योंकि उनके विषय राजा की आज्ञा थी, और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था। प्रजा के सब काम के लिये मशेजबेल का पुत्र पतह्याह जो यहूदा के पुत्र जेरह के वंश में था, वह राजा के पास रहता था। बच गए गाँव और उनके खेत; अत: कुछ यहूदी किर्यतर्बा, और उनके गाँव में, कुछ दीबोन, और उसके गाँवों में, कुछ यकब्सेल और उसके गाँवों में रहते थे। फिर येशू, मोलादा, बेत्पेलेत; हसर्शूआल, और बेर्शेबा और उसके गाँवों में; और सिकलग और मकोना और उनके गाँवों में; एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत, जानोह और अदुल्‍लाम और उनके गाँवों में, लाकीश और उसके खेतों में, अजेका और उसके गाँवों में वे बेर्शेबा से ले हिन्नोम की तराई तक डेरे डाले हुए रहते थे। बिन्यामीनी गेबा से लेकर मिकमश, अय्या और बेतेल और उसके गाँवों में; अनातोत, नोब, अनन्याह, हासोर, रामा, गित्तैम, हादीद, सबोईम, नबल्‍लत, लोद, ओनो और कारीगरों की तराई तक रहते थे। यहूदा के कुछ लेवियों के दल बिन्यामीन के प्रान्तों में बस गए।

नहेम्‍याह 11:1-36 पवित्र बाइबल (HERV)

देखो अब इस्राएल के लोगों के मुखिया यरूशलेम में बस गए। इस्राएल के दूसरे लोगों को यह निश्चित करना था कि नगर में और कौन लोग बसेंगे। इसलिए उन्होंने पासे फेंके जिसके अनुसार हर दस व्यक्तियों में से एक को यरूशलेम के पवित्र नगर में रहना था और दूसरे नौ व्यक्तियों को अपने—अपने मूल नगरों में बसना था। यरूशलेम में रहने के लिए कुछ लोगों ने स्वयं अपने आप को प्रस्तुत किया। अपने आप को स्वयं प्रस्तुत करने के लिए दूसरे व्यक्तियों ने उन्हें धन्यवाद देते हुए आशीर्वाद दिये। ये प्रांतों के वे मुखिया हैं जो यरूशलेम में बस गये। (कुछ इस्राएल के निवासी कुछ याजक लेवीवंशी मन्दिर के सेवक और सुलैमान के उन सेवकों के वंशज अलग—अलग नगरों में अपनी निजी धरती पर यहूदा में रहा करते थे, तथा यहूदा और बिन्यामीन परिवारों के दूसरे लोग यरूशलेम में ही रह रहे थे।) यहूदा के वे वंशज जो यरूशलेम में बस गये थे, वे ये हैं: उज्जियाह का पुत्र अतायाह (उज्जियाह जकर्याह का पुत्र था, जकर्याह अमर्याह का पुत्र था, और अमर्याह, शपत्याह का पुत्र था। शपत्याह महललेल का पुत्र था और महललेल पेरेस का वंशज था) मासेयाह बारुक का पुत्र था (और बारुक कोल—होजे का पुत्र था। कोल होजे हजायाह का पुत्र था। हजायाह योयारीब के पुत्र अदायाह का पुत्र था। योयारीब का पिता जकर्याह था जो शिलोई का वंशज था) पेरेस के जो वंशज यरूशलेम में रह रहे थे, उनकी संख्या थी चार सौ अड़सठ। वे सभी लोग शूरवीर थे। बिन्यामीन के जो वंशज यरूशलेम में आये वे ये थे: सल्लू जो योएद के पुत्र मशूल्लाम का पुत्र था (मशूल्लाम योएद का पुत्र था। योएद पदायाह का पुत्र था और पदायाह कोलायाह का पुत्र था। कोलायाह इतीएह के पुत्र मासेयाह का पुत्र था और इतीएह का पिता यशायाह था) जिन लोगों ने यशायाह का अनुसारण किया वे थे गब्बै और सल्लै। इनके साथ नौ सौ अटठाईस पुरुष थे। जिक्री का पुत्र योएल इनका प्रधान था और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा यरूशलेम नगर का उपप्रधान था। यरूशलेम में जो याजक बस गए, वे हैं: योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन, तथा सरायाह जो हिलकियाह का पुत्र था। (हिल्किय्याह सादोक के पुत्र मशुल्लाम का पुत्र था और सादोक अहीतूब के पुत्र मरायोत का पुत्र) अहीतूब परमेश्वर के भवन की देखभाल करने वाला था। उनके भाईयों के आठ सौ बाइस पुरुष, जो भवन के लिये काम किया करते थे। तथा यरोहाम का पुत्र अदायाह। (यरोहाम, जो अस्सी के पुत्र पलल्याह का पुत्र था। अस्सी के पिता का नाम जकर्याह औऱ दादा का नाम पशहूर था। पशहूर जो मल्किय्याह का पुत्र था) अदायाह और उसके साथियों की संख्या दो सौ बयालीस थी। ये लोग अपने—अपने परिवारों के मुखिया थे। अमशै जो अज़रेल का पुत्र था। (अज़रेल अहजै का पुत्र था। अहजै का पिता मशिल्लेमोत था। जो इम्मेर का पुत्र था), अमशै और उसके साथी वीर योद्धा थे। वे संख्या में एक सौ चौबीस थे। (हग्गदोलीन का पुत्र जब्दिएल उनका अधिकारी हुआ करता था।) ये वे लेवीवंशी हैं, जो यरूशलेम में जा बसे थे: शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था (हश्शूब अज्रीकाम का पुत्र और हुशब्याह का पोता था। हुशब्याह बुन्नी का पुत्र था)। शब्बत और योजाबाद (ये दो व्यक्ति लेवीवंशियों के मुखिया थे। परमेश्वर के भवन के बाहरी कामों के ये अधिकारी थे)। मत्तन्याह, (मत्तन्याह मीका का पुत्र था और मीका जब्दी का, तथा जब्दी आसाप का।) आसाप गायक मण्डली का निर्देशक था। आसाप स्तुति गीत और प्रार्थनाओं के गायन में लोगों की अगुवाई किया करता था बकबुकियाह (बकबुकियाह अपने भाइयों के ऊपर दूसरे दर्जे का अधिकारी था)। और शम्मू का पुत्र अब्दा (शम्मू यदूतन का पोता और गालाल का पुत्र था)। इस प्रकार दो सौ चौरासी लेवीवंशी यरूशलेम के पवित्र नगर में जा बसे थे। जो द्वारपाल यरूशलेम चले गये थे, उनके नाम ये थे: अक्कूब, तलमोन, और उनके साथी। ये लोग नगर—द्वारों पर नजर रखते हुए उनकी रखवाली किया करते थे। ये संख्या में एक सौ बहत्तर थे। इस्राएल के दूसरे लोग, अन्य याजक और लेवीवंशी यहूदा के सभी नगरों में रहने लगे। हर कोई व्यक्ति उस धरती पर रहा करता था जो उनके पूर्वजों की थी। मन्दिर में सेवा आराधना करने वाले लोग ओपेल की पहाड़ी पर बस गये। सीहा और गिश्पा मन्दिर के उन सेवकों के मुखिया थे। यरूशलेम में लेवीवंशियों के ऊपर उज्जी को अधिकारी बनाया गया। उज्जी बानी का पुत्र था। (बानी, मीका का पड़पोता, मत्तन्याह का पोता, और हशब्याह का पुत्र था)। उज्जी आसाप का वंशज था। आसाप के वंशज वे गायक थे जिन पर परमेश्वर के मन्दिर की सेवा का भार था। ये गायक राजा की आज्ञाओं का पालन किया करते थे। राजा की आज्ञाएँ इन गायकों को बताती थीं कि प्रतिदिन क्या करना है। वह व्यक्ति जो राजा को लोगों से सम्बन्धित मामलों में सलाह दिया करता था वह था पतहियाह (पतहियाह जेरह के वंशज मशेजबेल का पुत्र था और जेरह यहूदा का पुत्र था।) यहूदा के लोग इन कस्बों में बस गये: किर्यतर्बा और उसके आस—पास के छोटे—छोटे गाँव, दिबोन और उसके आसपास के छोटे—छोटे गाँव, यकब्सेल और उसके आसपास के छोटे—छोटे गाँव, तथा येशू, मोलादा, बेतपेलेत, हसर्यूआल बेरशेबा तथा उस के आसपास के छोटे—छोटे गाँव और सिकलग, मकोना और उसके आसपास के छोटे गाँव। एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत, जानोह और अदुल्लाम तथा उसके आसपास के छोटे छोटे गाँव। लाकीश और उसके आसपास के खेतों, अजेका और उसके आसपास के छोटे—छोटे गाँव। इस प्रकार बरशेबा से लेकर हिन्नैाम की तराई तक के इलाके में यहूदा के लोग रहने लगे। जिन स्थानों में बिन्यामीन के वंशज रहने लगे थे, वे ये थे: गेबा मिकमश, अय्या, बेतेल, ओर उसके आस—पास के छोटे—छोटे गाँव, अनातोत, नोब, अनन्याह हासोर रामा, गित्तैम, हादीद, सबोईम, नबल्लत, लोद, ओनो तथा कारीगरों की तराई। लेवीवंशियों के कुछ समुदाय जो यहूदा में रहा करते थे बिन्यामीन की धरती पर बस गये थे।

नहेम्‍याह 11:1-36 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

अब तक केवल इस्राएली समाज के मुखिया यरूशलेम नगर में रहते थे। अत: शेष इस्राएलियों ने चिट्ठी डालकर यह निश्‍चय किया कि उनके समाज का प्रत्‍येक दसवां व्यक्‍ति पवित्र नगर यरूशलेम में बसेगा, और शेष नौ व्यक्‍ति यहूदा प्रदेश के किसी भी नगर में रह सकते हैं। जिन व्यक्‍तियों ने स्‍वेच्‍छा से यरूशलेम नगर में बसना स्‍वीकार किया, उनको जनता ने आशीर्वाद दिया। यरूशलेम में रहने वाले यहूदा प्रदेश के मुखियों के नाम इस प्रकार हैं। (यहूदा प्रदेश के अन्‍य नगरों में शेष इस्राएली−अर्थात् जनता, पुरोहित, उपपुरोहित, मन्‍दिर के सेवक और सुलेमान के राजकीय नौकर-चाकरों के वंशज अपनी-अपनी निज भूमि पर रहते थे)। यरूशलेम में यहूदा कुल और बिन्‍यामिन कुल के कुछ लोग रहते थे। यहूदा कुल के पुरुषों के नाम ये हैं : अतायाह बेन-उज्‍जियाह। इसकी वंशावली इस प्रकार है : इसका पिता उज्‍जियाह था, जो जकर्याह का पुत्र, और अमर्याह का पौत्र था। अमर्याह का पिता शपत्‍याह और उसका दादा महललेल था। ये सब पुरुष पेरेस के वंशज थे। मासेयाह बेन-बारूक। इसकी वंशावली इस प्रकार है : इसका पिता बारूक था, जो कोल्‍होजे का पुत्र और हजायाह का पौत्र था, हजायाह का पिता जकर्याह और उसक दादा शीलोई था। पेरेस के वंशज, जो यरूशलेम में रहते थे, चार सौ अड़सठ थे, और ये शूरवीर पुरुष थे। बिन्‍यामिन के पुरुषों के नाम : सल्‍लू बेन-मशुल्‍लाम। इसकी वंशावली इस प्रकार है : इसका पिता मशुल्‍लाम था, जो योएद का पुत्र और पदायाह का पौत्र था। पदायाह का पिता कोलायाह और उसका दादा मासेयाह था। मासेयाह का पिता इतीएल और उसका दादा यशायाह था। सल्‍लू के योद्धा भाइयों को मिलाकर बिन्‍यामिन कुल के पुरुषों की संख्‍या नौ सौ अट्ठाईस थी। इनका नायक योएल बेन-जिक्री था। उसका सहायक यहूदा बेन-हस्‍सनूआ था, जो नगर की देखभाल करने में उसकी सहायता करता था। पुरोहितों के नाम : यदायाह बेन-योयारीब और याकीन। परमेश्‍वर के भवन का मुख्‍य पुरोहित सरायाह था। सरायाह की वंशावली इस प्रकार है : सरायाह का पिता हिल्‍कियाह और उसका दादा मशुल्‍लाम था। मशुल्‍लाम का पिता सादोक, और सादोक का पिता मरायोत था जो अहीतूब का पुत्र था। मन्‍दिर के कार्यों में यदायाह और याकीन की सहायता करनेवाले उनके भाई-बन्‍धुओं की संख्‍या आठ सौ बाइस थी। पुरोहित अदायाह बेन-यरोहाम। इसकी वंशावली इस प्रकार है: अदायाह यरोहाम का पुत्र, और पलल्‍याह का पौत्र था। पलल्‍याह का पिता अम्‍सी था, जो जकर्याह का पुत्र था। जकर्याह का पिता पशहूर था, जो मल्‍कियाह का पुत्र था। इसके साथ भाई-बन्‍धु थे जो अपने-अपने पितृकुल के मुखिया थे। ये मिलकर दो सौ बयालीस थे। पुरोहित अमशई बेन-अजरेल। इसकी वंशावली इस प्रकार है : अमशई का पिता अजरेल था, और उसका दादा अहजई था। अहजई का पिता मशिल्‍लेमोत था, और मशिल्‍लेमोत का पिता इम्‍मेर था। अमशई के साथ उसके भाई-बन्‍धु थे जो बड़े योग्‍य थे। उनकी संख्‍या एक सौ अट्ठाईस थी। उनका अध्‍यक्ष जब्‍दीएल बेन-हग्‍गदोलीम था। लेवी कुल के उपपुरोहित : शमायाह बेन-हश्‍शूब। इसकी वंशावली इस प्रकार है : शमायाह का पिता हश्‍शूब था, और उसका दादा अज्रीकाम था। अज्रीकाम का पिता हशब्‍याह था, जो बुन्नी का पुत्र था। उपपुरोहितों के मुखियों में से शब्‍बतई और योजाबाद थे। ये परमेश्‍वर के भवन के बाहरी कामों का दायित्‍व सम्‍भालते थे। मत्तन्‍याह बेन-मीका। इसकी वंशावली इस प्रकार है। मत्तन्‍याह का पिता मीका और उसका दादा जब्‍दी था। जब्‍दी आसाफ का पुत्र था। मत्तन्‍याह भजन-कीर्तन करने वालों का अगुआ था। वह आराधना के समय भजन-कीर्तन आरम्‍भ करता था। उसके भाई-बन्‍धुओं में बकबुक्‍याह उसका सहायक था। अब्‍दा बेन-शम्‍मूअ। इसकी वंशावली इस प्रकार है: अब्‍दा के पिता का नाम शम्‍मूअ, दादा का नाम गालाल और परदादा का नाम यदूतून था। यों पवित्र नगर में रहनेवाले उपपुरोहितों की संख्‍या दो सौ चौरासी थी। द्वारपाल ये थे : अक्‍कूब और तल्‍मोन। इनके साथ इनके भाई-बन्‍धु भी थे, जो द्वार पर पहरा देते थे। इनकी संख्‍या एक सौ बहत्तर थी। यहूदा प्रदेश के अन्‍य नगरों में शेष इस्राएली जनता, पुरोहित, और उपपुरोहित अपनी-अपनी निज पैतृक भूमि पर रहते थे। पर मन्‍दिर के सेवक ओपेल टीले पर रहते थे। सीहा और गिश्‍पा उनके अध्‍यक्ष थे। यरूशलेम में रहनेवाले उपपुरोहितों का अध्‍यक्ष उज्‍जी था। वह बानी का पुत्र, और हशब्‍याह का पौत्र था। हशब्‍याह का पिता मत्तन्‍याह और दादा मीका था। उज्‍जी बेन-बानी आसाफ के वंशजों में से एक था, जो परमेश्‍वर के भवन में गायकों का सेवा-कार्य करते थे। उनको राजा दाऊद की ओर से एक आदेश दिया गया था कि हर दिन की आवश्‍यकता के अनुसार प्रत्‍येक गायक को क्‍या गाना चाहिए। इस्राएली कौम का प्रतिनिधि, जो फारस सम्राट के दरबार में सम्राट को उनके सम्‍बन्‍ध में सलाह-परामर्श देता था, पतहयाह बेन-मशेजबेल था। यह यहूदा कुल के जेरह के वंश का था। लोग देहातों में भी रहने लगे। यहूदा कुल के कुछ लोग किर्यतर्बा नगर और उसके गांवों में, कुछ दीबोन नगर और उसके गांवों में, कुछ यकब्‍सएल नगर और उसके गांवों में, रहते थे। फिर कुछ लोग येशुअ, मोलादा, बेल्‍पेलेत, हसर्शूआल, तथा बएर-शेबा नगर और उसके गांवों में रहते थे। कुछ सिकलग, तथा मकोना नगर तथा उसके गांवों में, एन-रिम्‍मोन, सोरा, यर्मूत, जानोह तथा अदुल्‍लाम नगरों और उनके गांवों में, लाकीश और उसके खेतों में, अजेका और उसके गांवों में रहते थे। इस प्रकार यहूदा कुल के लोग बएरशेबा से हिन्नोम घाटी तक डेरा डालकर बस गए थे। बिन्‍यामिन कुल के लोग गेबा नगर से लेकर मिकमश, अय्‍या तथा बेतएल और उसके गांवों में, अनातोत, नोब, अनन्‍याह, हासोर, रामाह, गित्तईम; हादीद, सबोईम, नबल्‍लत, लोद, ओनो, और कारीगरों की घाटी तक बस गए थे। यहूदा प्रदेश के उपपुरोहितों के कुछ दल बिन्‍यामिन कुल के भूमि-क्षेत्रों में बस गए थे।

नहेम्‍याह 11:1-36 Hindi Holy Bible (HHBD)

प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियां डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएं; और नौ मनुष्य और और नगरों में बसें। और जिन्होंने अपनी ही इच्छा से यरूशलेम में वास करना चाहा उन सभों को लोगों ने आशिर्वाद दिया। उस प्रान्त के मुख्य मुख्य पुरुष जो यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैं; ( परन्तु यहूदा के नगरों में एक एक मनुष्य अपनी निज भूमि में रहता था; अर्थात इस्राएली, याजक, लेवीय, नतीन और सुलैमान के दासों के सन्तान ) यरूशलेम में तो कुछ यहूदी और बिन्यामीनी रहते थे। यहूदियों में से तो येरेस के वंश का अतायाह जो अज्जिय्याह का पुत्र था, यह जकर्याह का पुत्र, यह अमर्याह का पुत्र, यह शपत्याह का पुत्र, यह महललेल का पुत्र था। और मासेयाह जो बारूक का पुत्र था, यह कोलहोजे का पुत्र, यह हजायाह का पुत्र, यह अदायाह का पुत्र, यह योयारीब का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, यह और यह शीलोई का पुत्र था। पेरेस के वंश के जो यरूशलेम में रहते थे, वह सब मिलाकर चार सौ अड़सठ शूरवीर थे। और बिन्यामीनियों में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्र था, यह योएद का पुत्र, यह पदायाह का पुत्र था, यह कोलायाह का पुत्र यह मासेयाह का पुत्र, यह इतीएह का पुत्र, यह यशायाह का पुत्र था। और उसके बाद गब्बै सल्लै जिनके साथ नौ सौ अट्ठाईस पुरुष थे। इनका रखवाल जिक्री का पुत्र योएल था, और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था। फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन। और सरायाह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था, यह मशुल्लाम का पुत्र, यह सादोक का पुत्र, यह मरायोत का पुत्र, यह अहीतूब का पुत्र था। और इनके आठ सौ बाईस भाई जो उस भवन का काम करते थे; और अदायाह, जो यरोहाम का पुत्र था, यह पलल्याह का पुत्र, यह अम्सी का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, यह पशहूर का पुत्र, यह मल्किय्याह का पुत्र था। और इसके दो सौ बयालीस भाई जो पितरों के घरानों के प्रधान थे; और अमशै जो अजरेल का पुत्र था, यह अहजै का पुत्र, यह मशिल्लेमोत का पुत्र, यह इम्मेर का पुत्र था। और इनके एक सौ अट्ठाईस शूरवीर भाई थे और इनका रखवाल हग्गदोलीम का पुत्र जब्दीएल था। फिर लेवियों में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था, यह अज्रीकाम का पुत्र, यह हुशब्याह का पुत्र, यह बुन्नी का पुत्र था। ओर शब्बत और योजाबाद मुख्य लेवियों में से परमेश्वर के भवन के बाहरी काम पर ठहरे थे। और मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता, और आसाप का परपोता था; वह प्रार्थना में धन्यवाद करने वालों का मुखिया था, और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था; और अब्दा जो शम्मू का पुत्र, और गालाल का पोता, और यदूतून का परपोता था। जो लेवीय पवित्र नगर में रहते थे, वह सब मिलाकर दो सौ चौरासी थे। और अक्कूब और तल्मोन नाम द्वारपाल और उनके भाई जो फाटकों के रख वाले थे, एक सौ बहत्तर थे। और शेष इस्राएली याजक और लेवीय, यहूदा के सब नगरों में अपने अपने भाग पर रहते थे। और नतीन लोग ओपेल में रहते; और नतिनों के ऊपर सीहा, और गिश्पा ठहराए गए थे। और जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्वर के भवन के काम में लगे रहते थे, उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था, जो बानी का पुत्र था, यह हशब्याह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था। क्योंकि उनके विषय राजा की आज्ञा थी, और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था। और प्रजा के सब काम के लिये मशेजबेल का पुत्र पतह्याह जो यहूदा के पुत्र जेरह के वंश में था, वह राजा के पास रहता था। बच गए गांव और उनके खेत, सो कुछ यहूदी किर्यतर्बा, और उनके गांव में, कुछ दीबोन, और उसके गांवों में, कुछ यकब्सेल और उसके गांवों में रहते थे। फिर येशू, मोलादा, बेत्पेलेत; हसर्शूआल, और बेर्शेबा और और उसके गांवों में; और सिकलग और मकोना और उनके गांवों में; एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत, जानोह और अदूल्लाम और उनके गांवों में, लाकीश, और उसके खेतों में अजेका, और उसके गांवों में वे बेर्शेबा से ले हिन्नोम की तराई तक डेरे डाले हुए रहते थे। और बिन्यामीनी गेबा से ले कर मिकमश, अय्या और बेतेल और उसके गांवों में; अनातोत, नोब, अनन्याह, हासोर, रामा, गित्तैम, हादीद, सबोईम, नबल्लत, लोद, ओनो और कारीगरों की तराई तक रहते थे। और कितने लेवियों के दल यहूदा और बिन्यामीन के प्रान्तों में बस गए।

नहेम्‍याह 11:1-36 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएँ; और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें। जिन्होंने अपनी ही इच्छा से यरूशलेम में वास करना चाहा उन सभी को लोगों ने आशीर्वाद दिया। उस प्रान्त के मुख्य-मुख्य पुरुष जो यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैं; परन्तु यहूदा के नगरों में एक-एक मनुष्य अपनी निज भूमि में रहता था; अर्थात् इस्राएली, याजक, लेवीय, नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान। यरूशलेम में तो कुछ यहूदी और बिन्यामीनी रहते थे। यहूदियों में से तो येरेस के वंश का अतायाह जो उज्जियाह का पुत्र था, यह जकर्याह का पुत्र, यह अमर्याह का पुत्र, यह शपत्याह का पुत्र, यह महललेल का पुत्र था। मासेयाह जो बारूक का पुत्र था, यह कोल्होजे का पुत्र, यह हजायाह का पुत्र, यह अदायाह का पुत्र, यह योयारीब का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, और यह शीलोई का पुत्र था। पेरेस के वंश के जो यरूशलेम में रहते थे, वह सब मिलाकर चार सौ अड़सठ शूरवीर थे। बिन्यामीनियों में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्र था, यह योएद का पुत्र, यह पदायाह का पुत्र था, यह कोलायाह का पुत्र यह मासेयाह का पुत्र, यह इतीएह का पुत्र, यह यशायाह का पुत्र था। उसके बाद गब्बै सल्लै जिनके साथ नौ सौ अट्ठाईस पुरुष थे। इनका प्रधान जिक्री का पुत्र योएल था, और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था। फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन। और सरायाह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था, यह मशुल्लाम का पुत्र, यह सादोक का पुत्र, यह मरायोत का पुत्र, यह अहीतूब का पुत्र था। और इनके आठ सौ बाईस भाई जो उस भवन का काम करते थे; और अदायाह, जो यरोहाम का पुत्र था, यह पलल्याह का पुत्र, यह अमसी का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, यह पशहूर का पुत्र, यह मल्किय्याह का पुत्र था। इसके दो सौ बयालीस भाई जो पितरों के घरानों के प्रधान थे; और अमशै जो अजरेल का पुत्र था, यह अहजै का पुत्र, यह मशिल्लेमोत का पुत्र, यह इम्मेर का पुत्र था। इनके एक सौ अट्ठाईस शूरवीर भाई थे और इनका प्रधान हग्गदोलीम का पुत्र जब्दीएल था। फिर लेवियों में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था, यह अज्रीकाम का पुत्र, यह हशब्याह का पुत्र, यह बुन्नी का पुत्र था। शब्बतै और योजाबाद मुख्य लेवियों में से परमेश्वर के भवन के बाहरी काम पर ठहरे थे। मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता, और आसाप का परपोता था; वह प्रार्थना में धन्यवाद करनेवालों का मुखिया था, और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था; और अब्दा जो शम्मू का पुत्र, और गालाल का पोता, और यदूतून का परपोता था। जो लेवीय पवित्र नगर में रहते थे, वह सब मिलाकर दो सौ चौरासी थे। अक्कूब और तल्मोन नामक द्वारपाल और उनके भाई जो फाटकों के रखवाले थे, एक सौ बहत्तर थे। शेष इस्राएली याजक और लेवीय, यहूदा के सब नगरों में अपने-अपने भाग पर रहते थे। नतीन लोग ओपेल में रहते; और नतिनों के ऊपर सीहा, और गिश्पा ठहराए गए थे। जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्वर के भवन के काम में लगे रहते थे, उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था, जो बानी का पुत्र था, यह हशब्याह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था। क्योंकि उनके विषय राजा की आज्ञा थी, और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था। प्रजा के सब काम के लिये मशेजबेल का पुत्र पतह्याह जो यहूदा के पुत्र जेरह के वंश में था, वह राजा के पास रहता था। बच गए गाँव और उनके खेत, सो कुछ यहूदी किर्यतअर्बा, और उनके गाँव में, कुछ दीबोन, और उसके गाँवों में, कुछ यकब्सेल और उसके गाँवों में रहते थे। फिर येशुअ, मोलादा, बेत्पेलेत; हसर्शूआल, और बेर्शेबा और उसके गाँवों में; और सिकलग और मकोना और उनके गाँवों में; एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत, जानोह और अदुल्लाम और उनके गाँवों में, लाकीश, और उसके खेतों में, अजेका और उसके गाँवों में वे बेर्शेबा से ले हिन्नोम की तराई तक डेरे डाले हुए रहते थे। बिन्यामीनी गेबा से लेकर मिकमाश, अय्या और बेतेल और उसके गाँवों में; अनातोत, नोब, अनन्याह, हासोर, रामाह, गित्तैम, हादीद, सबोईम, नबल्लत, लोद, ओनो और कारीगरों की तराई तक रहते थे। यहूदा के कुछ लेवियों के दल बिन्यामीन के प्रान्तों में बस गए।

नहेम्‍याह 11:1-36 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

इस पर प्रजा नायक येरूशलेम में बस गए मगर बाकी लोगों ने चिट्ठी डालकर दस-दस में से एक व्यक्ति को पवित्र नगर येरूशलेम में बस जाने के लिए ठहराया, जबकि बचे हुए नौ-नौ लोग दूसरे नगरों में रह गए प्रजा ने उन व्यक्तियों की बहुत तारीफ़ की, जो अपनी इच्छा से येरूशलेम में बसने के लिए तैयार हो गए थे. ये वे हैं, जो राज्यों (प्रदेशों) पर अधिकारी थे, जो येरूशलेम में ही रहते थे, मगर यहूदिया के नगरों में हर एक प्रधान अपनी-अपनी संपत्ति में अपने-अपने नगरों में रहता था, इस्राएल के वंशजों के पुरोहित, लेवी, मंदिर के सेवक और शलोमोन के सेवकों के वंशज. यहूदाह और बिन्यामिन के कुछ वंशज येरूशलेम में ही रहते थे. यहूदाह के वंशज ये थे: अथलियाह, जो उज्जियाह का पुत्र था, जो ज़करयाह का, जो अमरियाह का, जो शेपाथियाह का, जो माहालालेल का, जो पेरेज़ के वंशज थे मआसेइयाह जो बारूख का पुत्र था, जो कोल-होज़ेह का, जो हज़ाइयाह का, जो अदाइयाह का, जो योइआरिब का, जो ज़करयाह का, जो शेला के वंशज थे. येरूशलेम में रह रहे पेरेज़ के सभी 468 वंशज वीर योद्धा थे. बिन्यामिन के वंशज ये है: सल्लू, जो मेशुल्लाम का पुत्र था, जो योएद का, जो पेदाइयाह का, जो कोलाइयाह का, जो मआसेइयाह का, जो ईथिएल का, जो येशाइयाह का पुत्र था; और उसके बाद गब्बाई और सल्लाई—कुल 928 व्यक्ति. इनका प्रधान था ज़ीकरी का पुत्र योएल. हस्सनुआह का पुत्र यहूदाह, नगर का सह अधिकारी था. पुरोहित वर्ग में से: योइआरिब का पुत्र येदाइयाह, याकिन सेराइयाह, जो हिलकियाह का पुत्र, जो मेशुल्लाम का, जो सादोक का, जो मेराइओथ का, जो परमेश्वर के भवन के प्रधान अहीतूब का पुत्र था. इनके अलावा उनके 822 संबंधी, जो मंदिर से संबंधित कार्यों के लिए चुने गए थे; और अदाइयाह, जो येरोहाम का पुत्र था, जो पेलाइयाह का, जो आमज़ी का, जो ज़करयाह का, जो पशहूर का, जो मालखियाह का, और उसके 242 रिश्तेदार, जो पितरों के प्रधान थे; और अमाशसाई, जो अज़ारेल का पुत्र था, जो आहज़ाई का, जो मेशिल्लेमोथ का, जो इम्मर का पुत्र था; और उनके भाई, 128 शूर योद्धा. उनका अधिकारी था ज़ाबदिएल, जो हग्गेदालिम का पुत्र था. लेवियों में से: शेमायाह, जो हस्षूब का पुत्र था, जो अज़रीकाम का, जो हशाबियाह का, जो बुन्‍नी का पुत्र था; और शब्बेथाइ और योज़ाबाद, जो लेवियों के प्रधानों में से थे, जिनकी जवाबदारी थी परमेश्वर के भवन से संबंधित बाहरी काम; और मत्तनियाह, जो मीका का पुत्र था, जो ज़ब्दी का, जो आसफ का, जो प्रार्थना में धन्यवाद देने वालों का मुखिया था और बकबुकियाह भाई-बंधुओं में दूसरा पद रखता था; और अब्दा, जो शम्मुआ का पुत्र था, जो गलाल का, जो यदूथून का पुत्र था. पवित्र नगर में रह रहे लेवियों की पूरी गिनती थी 284. इनके अलावा: अक्कूब, तालमोन और उनके 172 रिश्तेदार, जो फाटकों पर चौकसी किया करते थे. इनके अलावा बाकी इस्राएली, पुरोहित और लेवी यहूदिया के अलग-अलग नगरों में बसे हुए थे; हर एक अपने-अपने भाग की ज़मीन पर. हां, मंदिर के सेवक ओफेल नगर में बस गए थे. ज़ीहा और गिशपा मंदिर सेवकों के अधिकारी थे. येरूशलेम में लेवियों के मुखिया थे उज्जी, जो बानी का पुत्र था, जो हशाबियाह का, जो मत्तनियाह का, जो मीका का पुत्र, जो आसफ के वंशजों में से एक था. ये सब परमेश्वर के भवन में आराधना के गाने के लिए चुने गए गायक थे. क्योंकि, उनके लिए राजा के विशेष आदेश और तय नियम थे, जिनके अनुसार उनके लिए हर रोज़ का काम तय किया गया था. पेथाइयाह, जो मेशेजाबेल का पुत्र था, जो ज़ेराह के पुत्रों में से एक था, ज़ेराह जो यहूदाह का पुत्र था. पेथाइयाह प्रजा से संबंधित सभी कामों में राजा से साथ रहता था. उन गांवों के विषय में यही कहा जा सकता है, जिनमें खेत भी थे, यहूदाह के कुछ वंशज किरयथ-अरबा और इसके नगरों में, दीबोन और उसके नगरों में और जेकबज़ील और उसके गांवों में, येशुआ में, मोलादाह में और बेथ-पेलेट में, हाज़र-शूआल में, बेअरशेबा और इसके नगरों में, ज़िकलाग में, मेकोनह में और इसके नगरों में, एन-रिम्मोन में, ज़ोराह में और यरमूथ में, ज़ानोहा में, अदुल्लाम में और इनके गांवों में लाकीश और इसके खेतों में, अज़ेका और इसके नगरों में रहते थे. इस तरह यहूदिया के निवासी बेअरशेबा से लेकर हिन्‍नोम घाटी तक बसते चले गए. बिन्यामिन के वंशज भी गेबा से आगे की ओर बसते चले गए, मिकमाश और अय्याह में, बेथेल और इसके नगरों में, अनाथोथ, नोब, अननियाह, हाज़ोर, रामाह, गित्ताईम, हदिद, ज़ेबोईम, नेबल्लात, लोद और ओनो में, जो शिल्पियों की घाटी कहलाता है. यहूदिया के कुछ लेवी बिन्यामिन क्षेत्र में बसने चले गए.