मत्ती 9:18-22

मत्ती 9:18-22 पवित्र बाइबल (HERV)

यीशु उन लोगों को जब ये बातें बता ही रहा था, तभी यहूदी आराधनालय का एक मुखिया उसके पास आया और उसके सामने झुक कर विनती करते हुए बोला, “अभी-अभी मेरी बेटी मर गयी है। तू चल कर यदि उस पर अपना हाथ रख दे तो वह फिर से जी उठेगी।” इस पर यीशु खड़ा हो कर अपने शिष्यों समेत उसके साथ चल दिया। वहीं एक ऐसी स्त्री थी जिसे बारह साल से बहुत अधिक रक्त बह रहा था। वह पीछे से यीशु के निकट आयी और उसके वस्त्र की कन्नी छू ली। वह मन में सोच रही थी, “यदि मैं तनिक भी इसका वस्त्र छू पाऊँ, तो ठीक हो जाऊँगी।” मुड़कर उसे देखते हुए यीशु ने कहा, “बेटी, हिम्मत रख। तेरे विश्वास ने तुझे अच्छा कर दिया है।” और वह स्त्री तुरंत उसी क्षण ठीक हो गयी।

मत्ती 9:18-22 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

येशु उन से ये बातें कह ही रहे थे कि एक अधिकारी आया। उसने येशु के सामने घुटने टेक कर यह कहा, “मेरी बेटी की अभी-अभी मृत्‍यु हुई है। फिर भी आप चल कर उस पर हाथ रखिए और वह जीवित हो जाएगी।” येशु उठ कर अपने शिष्‍यों के साथ उसके पीछे गए। उस समय एक स्‍त्री, जो बारह बरस से रक्‍तस्राव से पीड़ित थी, पीछे से आई और उसने येशु के वस्‍त्र के सिरे को छू लिया; क्‍योंकि उसने अपने मन में यह कहा था − यदि मैं उनका वस्‍त्र ही छू लूँगी तो स्‍वस्‍थ हो जाऊंगी। येशु ने मुड़ कर उसे देखा और कहा, “पुत्री, धैर्य रखो। तुम्‍हारे विश्‍वास ने तुम्‍हें स्‍वस्‍थ कर दिया है।” और वह स्‍त्री उसी क्षण स्‍वस्‍थ हो गयी।

मत्ती 9:18-22 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

जब येशु उन लोगों से इन विषयों पर बातचीत कर रहे थे, यहूदी सभागृह का एक अधिकारी उनके पास आया और उनके सामने झुककर विनती करने लगा, “कुछ देर पहले ही मेरी पुत्री की मृत्यु हुई है. आप कृपया आकर उस पर हाथ रख दीजिए और वह जीवित हो जाएगी.” येशु और उनके शिष्य उसके साथ चले गए. मार्ग में बारह वर्ष से लहूस्राव-पीड़ित एक स्त्री ने पीछे से आकर येशु के वस्त्र के छोर को छुआ, क्योंकि उसने अपने मन में यह कहा था: “यदि मैं उनके वस्त्र को भी छू लूं, तो मैं रोगमुक्त हो जाऊंगी.” येशु ने पीछे मुड़कर उसे देखा और उससे कहा, “तुम्हारे लिए यह आनंद का विषय है: तुम्हारे विश्वास ने तुम्हें स्वस्थ कर दिया.” उसी क्षण वह स्त्री स्वस्थ हो गई.