मत्ती 20:29-34

मत्ती 20:29-34 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

जब येशु और उनके शिष्‍य यरीहो नगर से निकल रहे थे, तब एक विशाल जनसमूह येशु के पीछे हो लिया। सड़क के किनारे दो अन्‍धे बैठे हुए थे। जब उन्‍होंने यह सुना कि येशु सामने से गुजर रहे हैं, तब वे पुकार-पुकार कर कहने लगे, “हे प्रभु! दाऊद के वंशज! हम पर दया कीजिए”। लोगों ने उन्‍हें डाँटा कि वे चुप हो जाएँ। किन्‍तु वे और भी जोर से पुकारने लगे, “हे प्रभु! दाऊद के वंशज! हम पर दया कीजिए।” येशु रुक गये। उन्‍होंने उनको बुलाया और कहा, “तुम क्‍या चाहते हो? मैं तुम्‍हारे लिए क्‍या करूँ?” उन्‍होंने उत्तर दिया, “प्रभु! हमारी आँखें खुल जाएँ।” येशु को उन पर दया आयी और उन्‍होंने उनकी आँखों का स्‍पर्श किया। उसी क्षण उनकी दृष्‍टि लौट आयी और वे येशु के पीछे हो लिये।

मत्ती 20:29-34 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

जब वे येरीख़ो नगर से बाहर निकल ही रहे थे, एक बड़ी भीड़ उनके साथ हो ली. वहां मार्ग के किनारे दो अंधे व्यक्ति बैठे हुए थे. जब उन्हें यह अहसास हुआ कि येशु वहां से जा रहे हैं, वे पुकार-पुकारकर विनती करने लगे, “प्रभु! दावीद की संतान! हम पर कृपा कीजिए!” भीड़ ने उन्हें झिड़कते हुए शांत रहने की आज्ञा दी, किंतु वे और भी अधिक ऊंचे शब्द में पुकारने लगे, “प्रभु! दावीद की संतान! हम पर कृपा कीजिए!” येशु रुक गए, उन्हें पास बुलाया और उनसे प्रश्न किया, “क्या चाहते हो तुम? मैं तुम्हारे लिए क्या करूं?” उन्होंने उत्तर दिया, “प्रभु! हम चाहते हैं कि हम देखने लगें.” तरस खाकर येशु ने उनकी आंखें छुई. तुरंत ही वे देखने लगे और वे येशु के पीछे हो लिए.