लूकस 17:11-14
लूकस 17:11-14 पवित्र बाइबल (HERV)
फिर जब यीशु यरूशलेम जा रहा था तो वह सामरिया और गलील के बीच की सीमा के पास से निकला। जब वह एक गाँव में जा रहा था तभी उसे दस कोढ़ी मिले। वे कुछ दूरी पर खड़े थे। वे ऊँचे स्वर में पुकार कर बोले, “हे यीशु! हे स्वामी! हम पर दया कर!” फिर जब उसने उन्हें देखा तो वह बोला, “जाओ और अपने आप को याजकों को दिखाओ।” वे अभी जा ही रहे थे कि वे कोढ़ से मुक्त हो गये।
लूकस 17:11-14 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
येशु यरूशलेम की यात्रा करते हुए सामरी और गलील प्रदेशों के सीमा-क्षेत्रों से हो कर जा रहे थे। किसी गाँव में प्रवेश करने पर उन्हें दस कुष्ठ-रोगी मिले। वे दूर खड़े हो कर ऊंचे स्वर से बोले, ‘हे येशु, स्वामी! हम पर दया कीजिए।” येशु ने उन्हें देखा तो उनसे कहा, “जाओ और अपने आप को पुरोहितों को दिखलाओ।” जब वे जा रहे थे तब वे मार्ग में ही शुद्ध हो गये।
लूकस 17:11-14 Hindi Holy Bible (HHBD)
और ऐसा हुआ कि वह यरूशलेम को जाते हुए सामरिया और गलील के बीच से होकर जा रहा था। और किसी गांव में प्रवेश करते समय उसे दस कोढ़ी मिले। और उन्होंने दूर खड़े होकर, ऊंचे शब्द से कहा, हे यीशु, हे स्वामी, हम पर दया कर। उस ने उन्हें देखकर कहा, जाओ; और अपने तई याजकों को दिखाओ; और जाते ही जाते वे शुद्ध हो गए।
लूकस 17:11-14 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
ऐसा हुआ कि वह यरूशलेम जाते हुए सामरिया और गलील के बीच से होकर जा रहा था। किसी गाँव में प्रवेश करते समय उसे दस कोढ़ी मिले। उन्होंने दूर खड़े होकर ऊँचे शब्द से कहा, “हे यीशु, हे स्वामी, हम पर दया कर!” उसने उन्हें देखकर कहा, “जाओ, और अपने आपको याजकों को दिखाओ।” और जाते ही जाते वे शुद्ध हो गए।
लूकस 17:11-14 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
और ऐसा हुआ कि वह यरूशलेम को जाते हुए सामरिया और गलील प्रदेश की सीमा से होकर जा रहा था। और किसी गाँव में प्रवेश करते समय उसे दस कोढ़ी मिले। (लैव्य. 13:46) और उन्होंने दूर खड़े होकर, ऊँचे शब्द से कहा, “हे यीशु, हे स्वामी, हम पर दया कर!” उसने उन्हें देखकर कहा, “जाओ; और अपने आपको याजकों को दिखाओ।” और जाते ही जाते वे शुद्ध हो गए। (लैव्य. 14:2,3)
लूकस 17:11-14 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
येरूशलेम नगर की ओर बढ़ते हुए प्रभु येशु शमरिया और गलील प्रदेश के बीच से होते हुए जा रहे थे. जब वह गांव में प्रवेश कर ही रहे थे, उनकी भेंट दस कोढ़ रोगियों से हुई, जो दूर ही खड़े रहे. उन्होंने दूर ही से पुकारते हुए प्रभु येशु से कहा, “स्वामी! प्रभु येशु! हम पर कृपा कीजिए!” उन्हें देख प्रभु येशु ने उन्हें आज्ञा दी, “जाकर पुरोहितों द्वारा स्वयं का निरीक्षण करवाओ.” जब वे जा ही रहे थे, वे शुद्ध हो गए.