लूकस 14:1-6
लूकस 14:1-6 पवित्र बाइबल (HERV)
एक बार सब्त के दिन प्रमुख फरीसियों में से किसी के घर यीशु भोजन पर गया। उधर वे बड़ी निकटता से उस पर आँख रखे हुए थे। वहाँ उसके सामने जलोदर से पीड़ित एक व्यक्ति था। यीशु ने यहूदी धर्मशास्त्रियों और फरीसियों से पूछा, “सब्त के दिन किसी को निरोग करना उचित है या नहीं?” किन्तु वे चुप रहे। सो यीशु ने उस आदमी को लेकर चंगा कर दिया। और फिर उसे कहीं भेज दिया। फिर उसने उनसे पूछा, “यदि तुममें से किसी के पास अपना बेटा है या बैल है, वह कुँए में गिर जाता है तो क्या सब्त के दिन भी तुम उसे तत्काल बाहर नहीं निकालोगे?” वे इस पर उससे तर्क नहीं कर सके।
लूकस 14:1-6 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
येशु एक विश्राम के दिन किसी फरीसी अधिकारी के यहाँ भोजन करने गये। वे लोग उनकी ताक में थे। येशु के सामने जलोदर से पीड़ित एक मनुष्य आया। येशु ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए व्यवस्था के आचार्यों तथा फरीसियों से पूछा, “विश्राम के दिन स्वस्थ करना उचित है या नहीं?” वे चुप रहे। इस पर येशु ने जलोदर-पीड़ित का हाथ पकड़ कर उसे अच्छा कर दिया और विदा किया। तब येशु ने उन से कहा, “यदि तुम्हारा पुत्र या बैल कुएँ में गिर पड़े, तो तुम लोगों में ऐसा कौन है, जो उसे विश्राम के दिन ही तुरन्त बाहर न निकाल ले?” और वे इसका कोई उत्तर नहीं दे सके।
लूकस 14:1-6 Hindi Holy Bible (HHBD)
फिर वह सब्त के दिन फरीसियों के सरदारों में से किसी के घर में रोटी खाने गया: और वे उस की घात में थे। और देखो, एक मनुष्य उसके साम्हने था, जिसे जलन्धर का रोग था। इस पर यीशु ने व्यवस्थापकों और फरीसियों से कहा; क्या सब्त के दिन अच्छा करना उचित है, कि नहीं परन्तु वे चुपचाप रहे। तब उस ने उसे हाथ लगा कर चंगा किया, और जाने दिया। और उन से कहा; कि तुम में से ऐसा कौन है, जिस का गदहा या बैल कुएं में गिर जाए और वह सब्त के दिन उसे तुरन्त बाहर न निकाल ले? वे इन बातों का कुछ उत्तर न दे सके॥
लूकस 14:1-6 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
फिर वह सब्त के दिन फरीसियों के सरदारों में से किसी के घर रोटी खाने गया; और वे उसकी घात में थे। वहाँ एक मनुष्य उसके सामने था, जिसे जलन्धर का रोग था। इस पर यीशु ने व्यवस्थापकों और फरीसियों से कहा, “क्या सब्त के दिन अच्छा करना उचित है या नहीं?” परन्तु वे चुपचाप रहे। तब उसने उसे छू कर चंगा किया और जाने दिया, और उनसे कहा, “तुम में से ऐसा कौन है, जिसका गदहा या बैल कुएँ में गिर जाए और वह सब्त के दिन उसे तुरन्त बाहर न निकाले?” वे इन बातों का कुछ उत्तर न दे सके।
लूकस 14:1-6 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
फिर वह सब्त के दिन फरीसियों के सरदारों में से किसी के घर में रोटी खाने गया: और वे उसकी घात में थे। वहाँ एक मनुष्य उसके सामने था, जिसे जलोदर का रोग था। इस पर यीशु ने व्यवस्थापकों और फरीसियों से कहा, “क्या सब्त के दिन अच्छा करना उचित है, कि नहीं?” परन्तु वे चुपचाप रहे। तब उसने उसे हाथ लगाकर चंगा किया, और जाने दिया। और उनसे कहा, “तुम में से ऐसा कौन है, जिसका पुत्र या बैल कुएँ में गिर जाए और वह सब्त के दिन उसे तुरन्त बाहर न निकाल ले?” वे इन बातों का कुछ उत्तर न दे सके।
लूकस 14:1-6 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
एक अवसर पर जब प्रभु येशु शब्बाथ पर फ़रीसियों के नायकों में से एक के घर भोजन करने गए, वे सभी उन्हें उत्सुकतापूर्वक देख रहे थे. वहां जलोदर रोग से पीड़ित एक व्यक्ति था. प्रभु येशु ने फ़रीसियों और वकीलों से प्रश्न किया, “शब्बाथ पर किसी को स्वस्थ करना व्यवस्था के अनुसार है या नहीं?” किंतु वे मौन रहे. इसलिये प्रभु येशु ने उस रोगी पर हाथ रख उसे स्वस्थ कर दिया तथा उसे विदा किया. तब प्रभु येशु ने उनसे प्रश्न किया, “यह बताओ, यदि तुममें से किसी का पुत्र या बैल शब्बाथ पर कुएं में गिर जाए तो क्या तुम उसे तुरंत ही बाहर न निकालोगे?” उनके पास इस प्रश्न का कोई उत्तर न था.