यहोशुअ 2:8-21

यहोशुअ 2:8-21 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

ये लेटने न पाए थे कि वह स्त्री छत पर इनके पास जाकर इन पुरुषों से कहने लगी, “मुझे तो निश्‍चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है, और तुम्हारा भय हम लोगों के मन में समाया है, और इस देश के सब निवासी तुम्हारे कारण घबरा रहे हैं। क्योंकि हम ने सुना है कि यहोवा ने तुम्हारे मिस्र से निकलने के समय तुम्हारे सामने लाल समुद्र का जल सुखा दिया। और तुम लोगों ने सीहोन और ओग नामक यरदन पार रहनेवाले एमोरियों के दोनों राजाओं का सत्यानाश कर डाला है। और यह सुनते ही हमारा मन पिघल गया, और तुम्हारे कारण किसी के जी में जी न रहा; क्योंकि तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा ऊपर के आकाश का और नीचे की पृथ्वी का परमेश्‍वर है। अब मैं ने जो तुम पर दया की है, इसलिये मुझ से यहोवा की शपथ खाओ कि तुम भी मेरे पिता के घराने पर दया करोगे, और इसका सच्‍चा चिह्न मुझे दो, कि तुम मेरे माता–पिता, भाइयों और बहिनों को, और जो कुछ उनका है उन सभों को भी जीवित रख छोड़ो, और हम सभों का प्राण मरने से बचाओगे।” तब उन पुरुषों ने उससे कहा, “यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट न करे, तो तुम्हारे प्राण के बदले हमारा प्राण जाए; और जब यहोवा हम को यह देश देगा, तब हम तेरे साथ कृपा और सच्‍चाई से बर्ताव करेंगे।” तब राहाब जिसका घर शहरपनाह पर बना था, और वह वहीं रहती थी, उसने उनको खिड़की से रस्सी के बल उतारके नगर के बाहर कर दिया। और उसने उनसे कहा, “पहाड़ को चले जाओ, ऐसा न हो कि खोजनेवाले तुम को पाएँ; इसलिये जब तक तुम्हारे खोजनेवाले लौट न आएँ तब तक, अर्थात् तीन दिन वहीं छिपे रहना, उसके बाद अपना मार्ग लेना।” उन्होंने उससे कहा, “जो शपथ तू ने हम को खिलाई है उसके विषय में हम तो निर्दोष रहेंगे। सुन, जब हम लोग इस देश में आएँगे, तब जिस खिड़की से तू ने हम को उतारा है उसमें यही लाल रंग के सूत की डोरी बाँध देना; और अपने माता–पिता, भाइयों, वरन् अपने पिता के सारे घराने को इसी घर में अपने पास इकट्ठा कर रखना। तब जो कोई तेरे घर के द्वार से बाहर निकले, उसके खून का दोष उसी के सिर पड़ेगा, और हम निर्दोष ठहरेंगे : परन्तु यदि तेरे संग घर में रहते हुए किसी पर किसी का हाथ पड़े, तो उसके खून का दोष हमारे सिर पर पड़ेगा। फिर यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट करे, तो जो शपथ तू ने हम को खिलाई है उस से हम स्वतंत्र ठहरेंगे।” उसने कहा, “तुम्हारे वचनों के अनुसार हो।” तब उसने उनको विदा किया, और वे चले गए; और उसने लाल रंग की डोरी को खिड़की में बाँध दिया।

यहोशुअ 2:8-21 पवित्र बाइबल (HERV)

दोनों व्यक्ति रात में सोने की तैयारी में थे। किन्तु स्त्री छत पर गई और उसने उनसे बात की। राहाब ने कहा, “मैं जानती हूँ कि यह देश याहोवा ने तुम्हारे लोगों को दिया है। तुम हम लोगों को भयभीत करते हो। इस देश में रहने वाले सभी तुम लोगों से भयभीत हैं। हम लोग डरे हुए हैं क्योंकि हम सुन चुके हैं कि यहोवा ने तुम लोगों की सहायता कैसे की है। हमने सुना है कि तुम मिस्र से बाहर आए तो यहोवा न लाल सागर के पानी को सुखा दिया। हम लोगों ने यह भी सुना है कि तुम लोगो ने दो एमोरी राजाओं सीहोन और ओग के साथ क्या किया। हम लोगों ने सुना कि तुम लोगों ने यरदन नदी के पूर्व में रहने वाले उन दोनों राजाओं को कैसे नष्ट किया। हम लोगों ने उन घटनाओं को सुना और बहुत अधिक डर गए और अब हम में से कोई व्यक्ति इतना साहसी नहीं कि तुम लोगों से लड़ सके। क्यों? क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा ऊपर स्वर्ग और नीचे धरती पर शासन करता है तो अब, मैं चाहती हूँ कि तुम मुझे वचन दो। मैंने तुम्हारी सहायता की है और तुम पर दया की है। इसलिए यहोवा के सामने वचन दो कि तुम हमारे परिवार पर दया करोगे। कृपया मुझे कहो कि तुम ऐसा करोगे। मुझसे तुम यह कहो कि तुम मेरे परिवार को जीवित रहने दोगे जिसमें मेरे पिता, माँ, भाई, बहनें, और उनके परिवार होंगे। तुम प्रतिज्ञा करो कि तुम हमें मृत्यु से बचाओगे।” उन व्यक्तियों ने उसे मान लिया। उनहोंने कहा, “हम तुम्हारे जीवन के लिये अपने जीवन की बाज़ी लगा देंगे। किसी व्यक्ति से न बताओ कि हम क्या कर रहे हैं। तब जब यहोवा हम लोगों को हमारा देश देगा, तब हम तुम पर दया करेंगे। तुम हम लोगों पर विश्वास कर सकते हो।” उस स्त्री का घर नगर की दीवार के भीतर बना था। यह दीवार का एक हिस्सा था। इसलिए स्त्री ने उनके खिड़की में से उतरने के लिये रस्सी का उपयोग किया। तब स्त्री ने उनसे कहा, “पश्चिम की पहाड़ियों में जाओ, जिससे राजा के व्यक्ति तुम्हें अचानक न पकड़ें। वहाँ तीन दिन छिपे रहो। राजा के व्यक्ति जब लौट आएं तब तुम अपने रास्ते जा सकते हो।” व्यक्तियों ने उससे कहा, “हम लोगों ने तुमको वचन दिया है। किन्तु तुम्हें एक काम करना होगा, नहीं तो हम लोग अपने वचन के लिये उत्तरदायी नहीं होंगे। तुम इस लाल रस्सी का उपयोग हम लोगों के बचकर भाग निकलने के लिये कर रही हो। हम लोग इस देश में लौटेंगे। उस समय तुम्हें इस रस्सी को अपनी खिड़की से अवश्य बांधना होगा। तुम्हे अपने पिता, अपनी माँ, अपने भाई, और अपने पूरे परिवार को अपने साथ इस घर में रखना होगा। हम लोग हर एक व्यक्ति को सुरक्षित रखेंगे जो इस घर में होगा। यदि तुम्हारे घर के भीतर किसी को चोट पहुँचती है, तो उसके लिए हम लोग उत्तरदायी होंगे। यदि तुम्हारे घर से कोई व्यक्ति बाहर जाएगा, तो वह मार डाला जा सकता है। उस व्यक्ति के लिए हम उत्तरदायी नहीं होंगे। यह उसका अपना दोष होगा। हम यह वादा तुम्हारे साथ कर रहे हैं। किन्तु यदि तुम किसी को बताओगी कि हम क्या कर रहे हैं, तो हम अपने इस वचन से स्वतन्त्र होंगे।” स्त्री ने उत्तर दिया, “मैं इसे स्वीकार करती हूँ।” स्त्री ने नमस्कार किया और व्यक्तियों ने उसका घर छोड़ा। स्त्री ने खिड़की से लाल रस्सी बांधी।

यहोशुअ 2:8-21 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

गुप्‍तचरों के सोने के पूर्व राहाब उनके पास छत पर आई। उसने उनसे कहा, ‘मैं जानती हूं कि प्रभु ने तुम्‍हें हमारा यह देश दे दिया है। हम-सब पर तुम्‍हारा डर छा गया है। इस देश के निवासी तुम्‍हारे विचारमात्र से आतंकित हो गए हैं; क्‍योंकि हमने सुना है कि जब तुम लोग मिस्र देश से बाहर निकले थे तब प्रभु ने तुम्‍हारे सम्‍मुख लाल सागर के जल को सुखा डाला था। यर्दन नदी के उस पार के एमोरी जाति के राजाओं−सीहोन और ओग−को भी तुम ने पूर्णत: नष्‍ट कर दिया है; उनके साथ किए गए व्‍यवहार के विषय में भी हमने सुना है। जब हमने यह खबर सुनी तब हमारा हृदय भय से आतंकित हो गया। तुम्‍हारे कारण हमारे किसी भी पुरुष में दम नहीं रहा। तुम्‍हारा प्रभु परमेश्‍वर ही ऊपर आकाश में, और नीचे पृथ्‍वी पर एक मात्र ईश्‍वर है। अब तुम मुझसे प्रभु की शपथ खाओ कि जैसा मैंने तुम्‍हारे साथ दया-पूर्ण व्‍यवहार किया है, वैसा ही तुम मेरे पिता के परिवार के साथ दयापूर्ण व्‍यवहार करोगे। मुझे एक विश्‍वस्‍त चिह्‍न दो। तुम मुझे वचन दो कि तुम मेरे पिता, माता, मेरे भाइयों और बहिनों को तथा उनके सब कुटुम्‍बियों को जीवित रहने दोगे और मृत्‍यु से हमारे प्राणों को बचाओगे।’ गुप्‍तचरों ने उससे कहा, ‘हमारे प्राण तेरे लिए हाजिर हैं! यदि तू हमारे इस काम का भेद प्रकट नहीं करेगी तो जब प्रभु हमें यह देश देगा तब हम तेरे साथ दयापूर्ण और सच्‍चाई से व्‍यवहार करेंगे।’ राहाब नगर के परकोटे के भीतर रहती थी। उसका घर परकोटे पर बना था। इसलिए उसने गुप्‍तचरों को एक रस्‍सी के सहारे खिड़की से नगर के बाहर उतार दिया। उसने उनसे कहा, ‘तुम पहाड़ी की ओर चले जाओ। अन्‍यथा तुम्‍हें खोजनेवाले, राजा के दूत तुमको पकड़ लेंगे। जब तक वे लौट कर न आएं, तब तक, तीन दिन तक, तुम वहां छिपे रहना। उसके बाद तुम अपने मार्ग पर निर्विघ्‍न जा सकते हो’। गुप्‍तचरों ने उससे कहा, ‘जो शपथ तूने हमें खिलाई है, उसको हम इस शर्त पर पूरा करेंगे, और शपथ-भंग का दोष हम पर नहीं लगेगा: देख, जब हम तेरे देश पर चढ़ाई करेंगे तब तू इस लाल रस्‍सी को खिड़की से लटका देना, जहाँ से तूने हमें उतारा है। अपने पास इसी घर में अपने माता-पिता, भाई-बहिनों और अपने पिता के समस्‍त परिवार को एकत्र कर लेना। यदि कोई भी व्यक्‍ति तेरे घर के द्वार से बाहर सड़क पर जाएगा तो उसकी हत्‍या का दोष स्‍वयं उसके माथे पर पड़ेगा, और हम निर्दोष माने जाएंगे। परन्‍तु यदि तेरे साथ घर के भीतर रहने वाले किसी व्यक्‍ति की हत्‍या होगी तो उसका दोष हम पर होगा। यदि तू हमारे इस काम का भेद प्रकट करेगी तो जो शपथ तूने हमें खिलाई है, उसको भंग करने का दोष हम पर नहीं लगेगा, हम निर्दोष माने जाएंगे।’ राहाब ने कहा, ‘जैसा तुमने कहा, वैसा ही हो!’ उसके पश्‍चात् उसने उन्‍हें विदा किया, और वे चले गए। उसने लाल रस्‍सी को खिड़की से लटका दिया।

यहोशुअ 2:8-21 Hindi Holy Bible (HHBD)

और ये लेटने न पाए थे कि वह स्त्री छत पर इनके पास जा कर इन पुरूषों से कहने लगी, मुझे तो निश्चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है, और तुम्हारा भय हम लोगों के मन में समाया है, और इस देश के सब निवासी तुम्हारे कारण घबरा रहे हैं। क्योंकि हम ने सुना है कि यहोवा ने तुम्हारे मिस्र से निकलने के समय तुम्हारे साम्हने लाल समुद्र का जल सुखा दिया। और तुम लोगों ने सीहोन और ओग नाम यरदन पार रहने वाले एमोरियों के दोनों राजाओं को सत्यानाश कर डाला है। और यह सुनते ही हमारा मन पिघल गया, और तुम्हारे कारण किसी के जी में जी न रहा; क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा ऊपर के आकाश का और नीचे की पृथ्वी का परमेश्वर है। अब मैं ने जो तुम पर दया की है, इसलिये मुझ से यहोवा की शपथ खाओ कि तुम भी मेरे पिता के घराने पर दया करोगे, और इसकी सच्ची चिन्हानी मुझे दो, कि तुम मेरे माता-पिता, भाइयों और बहिनों को, और जो कुछ उनका है उन सभों को भी जीवित रख छोड़ो, और हम सभों का प्राण मरने से बचाओगे। तब उन पुरूषों ने उस से कहा, यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट न करे, तो तुम्हारे प्राण के बदले हमारा प्राण जाए; और जब यहोवा हम को यह देश देगा, तब हम तेरे साथ कृपा और सच्चाई से बर्ताव करेंगे। तब राहाब जिसका घर शहरपनाह पर बना था, और वह वहीं रहती थीं, उसने उन को खिड़की से रस्सी के बल उतार के नगर के बाहर कर दिया। और उसने उन से कहा, पहाड़ को चले जाओ, ऐसा न हो कि खोजने वाले तुम को पाएं; इसलिये जब तक तुम्हारे खोजने वाले लौट न आएं तब तक, अर्थात तीन दिन वहीं छिपे रहता, उसके बाद अपना मार्ग लेना। उन्होंने उस से कहा, जो शपथ तू ने हम को खिलाई है उसके विषय में हम तो निर्दोष रहेंगे। तुम, जब हम लोग इस देश में आएंगे, तब जिस खिड़की से तू ने हम को उतारा है उस में यही लाल रंग के सूत की डोरी बान्ध देना; और अपने माता पिता, भाइयों, वरन अपने पिता के घराने को इसी घर में अपने पास इकट्ठा कर रखना। तब जो कोई तेरे घर के द्वार से बाहर निकले, उसके खून का दोष उसी के सिर पड़ेगा, और हम निर्दोष ठहरेंगे: परन्तु यदि तेरे संग घर में रहते हुए किसी पर किसी का हाथ पड़े, तो उसके खून का दोष हमारे सिर पर पड़ेगा। फिर यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट करे, तो जो शपथ तू ने हम को खिलाई है उस से हम निर्बन्ध ठहरेंगे। उसने कहा, तुम्हारे वचनों के अनुसार हो। तब उसने उन को विदा किया, और वे चले गए; और उसने लाल रंग की डोरी को खिड़की में बान्ध दिया।

यहोशुअ 2:8-21 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

ये लेटने न पाए थे कि वह स्त्री छत पर इनके पास जाकर इन पुरुषों से कहने लगी, “मुझे तो निश्चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है, और तुम्हारा भय हम लोगों के मन में समाया है, और इस देश के सब निवासी तुम्हारे कारण घबरा रहे हैं। क्योंकि हमने सुना है कि यहोवा ने तुम्हारे मिस्र से निकलने के समय तुम्हारे सामने लाल समुद्र का जल सूखा दिया। और तुम लोगों ने सीहोन और ओग नामक यरदन पार रहनेवाले एमोरियों के दोनों राजाओं का सत्यानाश कर डाला है। और यह सुनते ही हमारा मन पिघल गया, और तुम्हारे कारण किसी के जी में जी न रहा; क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा ऊपर के आकाश का और नीचे की पृथ्वी का परमेश्वर है। अब मैंने जो तुम पर दया की है, इसलिए मुझसे यहोवा की शपथ खाओ कि तुम भी मेरे पिता के घराने पर दया करोगे, और इसका सच्चा चिन्ह मुझे दो, (इब्रा. 11:31) कि तुम मेरे माता-पिता, भाइयों और बहनों को, और जो कुछ उनका है उन सभी को भी जीवित रख छोड़ो, और हम सभी का प्राण मरने से बचाओगे।” तब उन पुरुषों ने उससे कहा, “यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट न करे, तो तुम्हारे प्राण के बदले हमारा प्राण जाए; और जब यहोवा हमको यह देश देगा, तब हम तेरे साथ कृपा और सच्चाई से बर्ताव करेंगे।” तब राहाब जिसका घर शहरपनाह पर बना था, और वह वहीं रहती थी, उसने उनको खिड़की से रस्सी के बल उतार के नगर के बाहर कर दिया। (याकू. 2:25) और उसने उनसे कहा, “पहाड़ को चले जाओ, ऐसा न हो कि खोजनेवाले तुम को पाएँ; इसलिए जब तक तुम्हारे खोजनेवाले लौट न आएँ तब तक, अर्थात् तीन दिन वहीं छिपे रहना, उसके बाद अपना मार्ग लेना।” उन्होंने उससे कहा, जो शपथ तूने हमको खिलाई है उसके विषय में हम तो निर्दोष रहेंगे। सुन, जब हम लोग इस देश में आएँगे, तब जिस खिड़की से तूने हमको उतारा है उसमें यही लाल रंग के सूत की डोरी बाँध देना; और अपने माता पिता, भाइयों, वरन् अपने पिता के घराने को इसी घर में अपने पास इकट्ठा कर रखना। तब जो कोई तेरे घर के द्वार से बाहर निकले, उसके खून का दोष उसी के सिर पड़ेगा, और हम निर्दोष ठहरेंगे: परन्तु यदि तेरे संग घर में रहते हुए किसी पर किसी का हाथ पड़े, तो उसके खून का दोष हमारे सिर पर पड़ेगा। फिर यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट करे, तो जो शपथ तूने हमको खिलाई है उससे हम स्वतंत्र ठहरेंगे।” उसने कहा, “तुम्हारे वचनों के अनुसार हो।” तब उसने उनको विदा किया, और वे चले गए; और उसने लाल रंग की डोरी को खिड़की में बाँध दिया।

यहोशुअ 2:8-21 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

इससे पहले कि वे सोने के लिए जाते, राहाब ने छत पर उनके पास आकर उनसे कहा, “मैं समझ गई हूं कि याहवेह ने यह देश आपके अधीन कर दिया है. समस्त देशवासियों पर आप लोगों का डर छा चुका है, वे आपके कारण घबरा गए हैं. हमने सुना हैं कि कैसे याहवेह ने लाल सागर का जल सुखा दिया था, जब आप लोग मिस्र देश से निकल रहे थे, तथा यह भी कि यरदन के पार अमोरियों के दो राजाओं, सीहोन तथा ओग के राज्यों को आप लोगों ने पूरा नष्ट कर दिया. यह सुनकर हमारे हृदय कांप गए थे. आप लोगों के कारण हममें से किसी भी व्यक्ति में साहस न रह गया, क्योंकि ऊपर स्वर्ग में और नीचे पृथ्वी पर परमेश्वर ही हैं याहवेह, आपके परमेश्वर. “आप मुझे अब, याहवेह के सामने वचन दीजिए कि, जैसे मैंने आपको बचाया है, वैसे ही आप भी मेरे पिता के कुल के साथ दयावान रहेंगे. आप मेरे माता-पिता तथा भाई बहनों और उनके समस्त संबंधियों को मृत्यु से बचायेंगे.” तब गुप्‍तचरों ने राहाब को आश्वासन दिया, “यदि आप लोगों के प्राण ले लिए जाएंगे, तो हमारे भी प्राण ले लिए जाएंगे. यदि आप हमारे यहां आने के उद्देश्य को गुप्‍त रखेंगी, तो उस समय, जब याहवेह हमें यह देश दे देंगे, आप लोगों के प्रति हमारा व्यवहार दयावान एवं सच्चा होगा.” राहाब का घर शहरपनाह पर था. उसने खिड़की में से रस्सी के द्वारा उन दोनों को बाहर उतार दिया. राहाब ने उन दोनों से यह कहा, “आप पहाड़ की तरफ चले जाइए, कि जो आपका पीछा कर रहे हैं, आपको न देख सकें. वहां आप तीन दिन तक छिपे रहना, जब तक वे लौट न आएं. फिर आप अपने मार्ग की ओर चले जाना.” उन पुरुषों ने राहाब से कहा, “हम उस वायदे को पूर्ण कर पाएंगे, जो हमने आपसे किया है, जब इस देश पर हमला करते समय हमें इस खिड़की में यह लाल रस्सी बंधी हुई मिले, जिससे आपने हमें नीचे उतारा है. और आप इस घर में अपने माता-पिता, भाई-बंधुओं तथा अपने पिता के परिवार के सब लोगों को एक साथ रखिए. जो कोई घर से बाहर निकलेगा, उसकी मृत्यु का दोष उसी पर होगा, हम पर नहीं; किंतु जो कोई आपके साथ घर में होगा और यदि उसे मार दें तो, उसकी मृत्यु का दोष हम पर होगा. इसके अलावा, यदि आप हमारे यहां आने के विषय में किसी को भी बताएंगे, तो हम आपको नहीं बचा पाएंगे.” राहाब ने उत्तर दिया, “जैसा आपने कहा है, वैसा ही होगा.” यह कहकर उसने उन्हें विदा कर दिया. वे अपने मार्ग पर चले गए. राहाब ने वह लाल रस्सी खिड़की में बंधी रहने दी.