अय्यूब 27:1-5
अय्यूब 27:1-5 पवित्र बाइबल (HERV)
फिर अय्यूब ने आगे कहा: “सचमुच परमेश्वर जीता है और यह जितना सत्य है कि परमेश्वर जीता है सचमुच वह वैसे ही मेरे प्रति अन्यायपूर्ण रहा है। हाँ! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मेरे जीवन में कड़वाहट भरी है। किन्तु जब तक मुझ में प्राण है और परमेश्वर का साँस मेरी नाक में है। तब तक मेरे होंठ बुरी बातें नहीं बोलेंगी, और मेरी जीभ कभी झूठ नहीं बोलेगी। मैं कभी नहीं मानूँगा कि तुम लोग सही हो! जब तक मैं मरूँगा उस दिन तक कहता रहूँगा कि मैं निर्दोष हूँ!
अय्यूब 27:1-5 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
‘अय्यूब ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा : ‘जीवित परमेश्वर की सौगन्ध! मैं न्याय की दृष्टि से निर्दोष था, फिर भी उसने मुझे दण्ड दिया! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मेरे प्राण को पीड़ित किया है! जब तक मुझ में साँस है, जब तक परमेश्वर का श्वास मेरे नथुनों में है; तब तक मेरे ओठों से झूठ नहीं निकलेगा, और न मेरी जीभ से कपटपूर्ण वचन। परमेश्वर न करे कि मैं यह कहूँ कि तुम सच कहते हो। मैं जीवन के अन्तिम क्षण तक अपने आदर्श को अपने से अलग नहीं करूँगा।
अय्यूब 27:1-5 Hindi Holy Bible (HHBD)
अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, मैं ईश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़ुआ कर दिया। क्योंकि अब तक मेरी सांस बराबर आती है, और ईश्वर का आत्मा मेरे नथुनों में बना है। मैं यह कहता हूँ कि मेरे मुंह से कोई कुटिल बात न निकलेगी, और न मैं कपट की बातें बोलूंगा। ईश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊं, जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूंगा।
अय्यूब 27:1-5 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, “मैं परमेश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात् उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़ुआ कर दिया। क्योंकि अब तक मेरी साँस बराबर आती है, और परमेश्वर का आत्मा मेरे नथुनों में बना है। मैं यह कहता हूँ कि मेरे मुँह से कोई कुटिल बात न निकलेगी, और न मैं कपट की बातें बोलूँगा। ईश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊँ, जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूँगा।
अय्यूब 27:1-5 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा, “मैं परमेश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात् उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़वा कर दिया। क्योंकि अब तक मेरी साँस बराबर आती है, और परमेश्वर का आत्मा मेरे नथुनों में बना है। मैं यह कहता हूँ कि मेरे मुँह से कोई कुटिल बात न निकलेगी, और न मैं कपट की बातें बोलूँगा। परमेश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊँ, जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूँगा।
अय्यूब 27:1-5 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
तब अपने वचन में अय्योब ने कहा: “जीवित परमेश्वर की शपथ, जिन्होंने मुझे मेरे अधिकारों से वंचित कर दिया है, सर्वशक्तिमान ने मेरे प्राण को कड़वाहट से भर दिया है, क्योंकि जब तक मुझमें जीवन शेष है, जब तक मेरे नथुनों में परमेश्वर का जीवन-श्वास है, निश्चयतः मेरे मुख से कुछ भी असंगत मुखरित न होगा, और न ही मेरी जीभ कोई छल उच्चारण करेगी. परमेश्वर ऐसा कभी न होने दें, कि तुम्हें सच्चा घोषित कर दूं; मृत्युपर्यंत मैं धार्मिकता का त्याग न करूंगा.